गुजरात के बाजार में हलचल सरदार मार्केट में 2500 टन शाकभाजी की आवक

सुरत के सरदार मार्केट यार्ड में आज 2500 टन से अधिक शाकभाजी की आवक हुई, जिसमें बटाटे की बंपर आवक रही. लहसुन और पापड़ी के भाव भी अधिकतम रहे. बारिश के कारण किसानों को नई फसल की बुवाई में परेशानी हुई.

गुजरात के बाजार में हलचल सरदार मार्केट में 2500 टन शाकभाजी की आवक
गुजरात: राज्य का आर्थिक पाटनगर समझा जाने वाला सुरत में APMC जैसा बड़ा शाक मार्केट स्थित है. इसका नाम सरदार मार्केट यार्ड है. सरदार मार्केट यार्ड में रोजाना शाकभाजी तथा अन्य वस्तुओं की आवक होती है. आज 44 शाकभाजी की कुल 2500 टन से अधिक आवक दर्ज की गई. सरदार मार्केट यार्ड में आज बटाटे, प्याज, टमाटर, गोभी और फूलगोभी जैसी शाकभाजी की आवक 100 टन से ज्यादा हुई है. इस मार्केट यार्ड में आज सबसे अधिक बटाटे की आवक देखी गई है. यार्ड में बटाटे और प्याज की बंपर आवक इस मार्केट यार्ड में आज सबसे अधिक आवक 76 ट्रक यानी 760 टन बटाटे की दर्ज की गई. इसका प्रति 20 किलो का अधिकतम मूल्य ₹700 और न्यूनतम मूल्य ₹280 रहा. यार्ड में आज दूसरे नंबर पर प्याज की आवक बढ़ी है. 41 ट्रक यानी 410 टन आवक दर्ज की गई. इसका प्रति 20 किलो का अधिकतम मूल्य ₹1040 और न्यूनतम मूल्य ₹360 रहा. यार्ड में आज तीसरे नंबर पर टमाटर की आवक बढ़ी है. 32 ट्रक यानी 320 टन आवक दर्ज की गई. इसका प्रति 20 किलो का अधिकतम मूल्य ₹760 और न्यूनतम मूल्य ₹200 रहा. यार्ड में आज चौथे नंबर पर गोभी की आवक बढ़ी है. 13 ट्रक यानी 130 टन आवक दर्ज की गई. इसका प्रति 20 किलो का अधिकतम मूल्य ₹600 और न्यूनतम मूल्य ₹200 रहा. यार्ड में आज पांचवे नंबर पर फूलगोभी की आवक बढ़ी है. 10 ट्रक यानी 100 टन आवक दर्ज की गई. इसका प्रति 20 किलो का अधिकतम मूल्य ₹1000 और न्यूनतम मूल्य ₹340 रहा. लहसुन और नींबू के अधिकतम भाव मार्केट यार्ड में आज लहसुन और पापड़ी के भाव अधिकतम रहे. लहसुन का अधिकतम मूल्य ₹6500 और न्यूनतम मूल्य ₹3000 दर्ज किया गया. वहीं, पापड़ी का अधिकतम मूल्य ₹8000 और न्यूनतम ₹2000 दर्ज किया गया. यार्ड में आज नींबू का प्रति 20 किलो का अधिकतम मूल्य ₹800 और न्यूनतम मूल्य ₹300 रहा. इसके साथ अदरक का प्रति 20 किलो का अधिकतम मूल्य ₹1700 और न्यूनतम मूल्य ₹500 रहा. बारिश का असर और किसानों की स्थिति उल्लेखनीय है कि पिछले दो महीनों में गुजरात और महाराष्ट्र राज्य में बारिश हुई है और कुछ जिलों में 100% से अधिक बारिश दर्ज की गई है. इसके कारण किसानों को अपने माल निकालने का समय नहीं मिल पा रहा है, जबकि नई फसल की बुवाई के लिए खेत तैयार करने का समय भी नहीं मिल रहा है. हालांकि, अब बारिश का असर कम हो गया है और किसान अब नई फसल की बुवाई करेंगे, जिससे सर्दी की फसल में अच्छे शाकभाजी मिलने की उम्मीद है. Tags: Gujarat, Local18, Special ProjectFIRST PUBLISHED : November 1, 2024, 16:13 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed