सुपरटेक ट्विन टावर्स ध्वस्त जानें क्या है नोएडा में हवा का AQI और PM लेवल

Noida Supertech Twin Towers: विस्फोटों के जरिए नोएडा में अवैध रूप से बनाए गए 100 मीटर ऊंचे सुपरटेक के ट्विन टावर्स को चंद सेकंड में गिराया गया.

सुपरटेक ट्विन टावर्स ध्वस्त जानें क्या है नोएडा में हवा का AQI और PM लेवल
नोएडा. नोएडा में सुपरटेक के ट्विन टावर्स को रविवार को तय समय पर गिरा दिया गया. विस्फोटों के जरिए अवैध रूप से बनाए गए 100 मीटर ऊंचे सुपरटेक के ट्विन टावर्स चंद सेकंड में ही जमींदोज हो गए. ट्विन टावर्स के ध्वस्त होने के बाद आसपास का इलाका पूरी तरह से धुएं की आगोश में चला गया. हालांकि, इसके बावजूद नोएडा में वायु गुणवत्‍ता स्‍तर 114 यानि सुधारात्‍मक की श्रेणी में है. आपको बता दें कि शून्य से 50 के बीच एक्यूआई को ‘अच्छा’, 51 से 100 के बीच ‘संतोषजनक’, 101 से 200 को ‘मध्यम’, 201 से 300 को ‘खराब’, 301 से 400 के बीच ‘बहुत खराब’ तथा 401 से 500 के बीच एक्यूआई को ‘गंभीर’ माना जाता है. इस बीच, न्‍यूज 18 हिंदी से बातचीत में दिल्‍ली स्थित भारतीय मौसम विभाग के वैज्ञानिक वी. के. सोनी ने बताया कि नोएडा में हो रहे इस ट्विन टावर्स डेमोलिशन के दौरान प्रदूषण को लेकर जो सबसे अहम भूमिका निभाएगी वह हवा की गति और उसकी दिशा होगी. उसी से यह तय होगा कि धूल और मिट्टी के कण कितनी दूरी तक जाएंगे. अभी की बात करें तो अभी नोएडा में हवा की गति 18 किलोमीटर प्रति घंटे की है. इस रफ्तार से चल रही हवा को शांत तो किसी भी कीमत पर नहीं कहा जा सकता है. लिहाजा हवा का असर तो पड़ेगा. उन्होंने आगे कहा, ‘अभी अगले दो से तीन घंटों तक हवा की गति भी यही रहने की उम्‍मीद है. इस लिहाज से देखें तो जैसे ही ट्विन टावर्स मलबे में बदलेगी, धूल कण हवा के माध्‍यम से दिल्‍ली के बजाय दादरी की तरफ बढ़ेंगे. हवा की दिशा से अनुमान लगाया जा रहा है कि ट्विन टॉवरों का दिल्‍ली के प्रदूषण स्‍तर पर कम असर होगा. जबकि नोएडा से दादरी के बीच में आने वाली जगहों पर इसका प्रभाव पड़ेगा. इन जगहों पर प्रदूषण स्‍तर बढ़ सकता है.’ वीके सोनी कहते हैं कि जहां तक किलोमीटर का सवाल है तो जब भी 18 से 20 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलती हैं, तो उसका असर 50-100 किलोमीटर की रेंज में रहता है. ऐसे में यह रेंज नोएडा से दादरी तक जा सकती है. यहां अगले 12 से 24 घंटे तक प्रदूषण स्‍तर बढ़ सकता है. दूसरी ओर, सुपरटेक के ट्विन टावर्स को गिराए जाने के बाद उससे सटे एमराल्ड कोर्ट में स्थित किसी भी रिहायशी इमारत को कोई नुकसान नहीं पहुंचा है. सुपरटेक के ट्विन टावर्स को गिराए जाने के बाद एडिफिस, जेट डिमोलिशन, सीबीआरआई और नोएडा के अधिकारियों की टीम ने आसपास की इमारतों का ढांचागत विश्लेषण करना शुरू कर दिया है. ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें up24x7news.com हिंदी | आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट up24x7news.com हिंदी | Tags: Supertech twin towerFIRST PUBLISHED : August 28, 2022, 15:12 IST