सुपरटेक ट्विन टावर के मलबे से हो सकती हैं ये बीमारियां कैसे रखें बच्चों का खास ख्याल

विशेषज्ञों का कहना है कि ट्विन टावर के मलबे से निकली हुई धूल के कारण आंखों में जलन, एलर्जी, बिना रुके खांसी सहित कई स्वास्थ्य संबंधित परेशानियां शुरू हो सकती हैं.

सुपरटेक ट्विन टावर के मलबे से हो सकती हैं ये बीमारियां कैसे रखें बच्चों का खास ख्याल
हाइलाइट्समलबे से निकली हुई धूल के कारण स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं शुरू हो सकती हैं.डॉक्टरों का कहना है कि अस्थमा और सांस की बीमारियों वाले बच्चों को ज्यादा खतरा है.विशेषज्ञों का कहना है कि इस वक्त लोगों को एन-95 मास्क का इस्तेमाल करना चाहिए. नई दिल्ली. नोएडा स्थित सुपरटेक के लगभग 100 मीटर ऊंचे ट्विन टावर को रविवार को जमींदोज किये जाने के बाद से विशेषज्ञों ने स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं को लेकर लोगों को अलर्ट किया है. विशेषज्ञों का कहना है कि ट्विन टावर के मलबे से निकली हुई धूल के कारण आंखों में जलन, एलर्जी, बिना रुके खांसी सहित कई स्वास्थ्य संबंधित परेशानियां शुरू हो सकती हैं. खासकर पहले से मौजूद स्वास्थ्य समस्याओं वाले लोगों को ज्यादा समस्या हो सकती है. विशेषज्ञों का कहना है कि घनी धूल और मलबे से निवासियों के लिए स्वास्थ्य संबंधी जटिलताएं पैदा होने की संभावना है. क्योंकि उनमें मलबे के बहुत छोटे कण शामिल होंगे, जो आसानी से सांस के माध्यम से शरीर के अंदर जा सकते हैं. फोर्टिस अस्पताल के पल्मोनोलॉजिस्ट डॉक्टर अंगशुमान मुखर्जी के अनुसार, विस्फोट से स्वास्थ्य संबंधी जटिलताएं लोगों में तुरंत और कुछ समय बाद शुरू होंगी. उन्होंने कहा, “तत्काल प्रभाव से आंखों की समस्या, खांसी, छींकने और धूल से एलर्जी की समस्या शुरू हो सकती है. जिन लोगों को पहले से ही अस्थमा और क्रॉनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज (सीओपीडी) जैसी फेफड़ों की समस्या है, वे ब्लास्ट से शुरू हुई बीमारी का सामना कर सकते हैं. इसके अलावा डॉ. मुखर्जी ने कहा कि अगले एक या दो दिनों में सीमेंट की धूल सहित सूक्ष्म कण उसे क्षेत्र से आवागमन करने वालों लोगों के बीच भी स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं पैदा कर सकते हैं और इससे बचने के लिए “अभी, सबसे अच्छा विकल्प भारी बारिश है.”     इसी तरह, बच्चों के लिए, डॉक्टरों का मानना ​​है कि धूल और धुएं से उन बच्चों पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ने की संभावना है जो पहले से ही अस्थमा या सीओपीडी से पीड़ित हैं. होली फैमिली हॉस्पिटल, दिल्ली के बाल रोग विशेषज्ञ डॉ दिनेश राज ने सलाह दी, “अस्थमा और सांस की बीमारियों वाले बच्चों को खतरा है,” मास्क और एयर प्यूरीफायर का उपयोग करने से धूल जमने तक मदद मिलेगी. जानकारों के मुताबिक स्थानीय निवासी विध्वंस स्थल से दूर रहकर खुद को सुरक्षित रख सकते हॉं. जब तक प्रदूषक सतह पर बैठ नहीं जाते तब तक एन-95 मास्क का इस्तेमाल करना चाहिए और चश्मा पहनना चाहिए. पूरी बाजू के कपड़े पहनने चाहिए और कुछ दिनों तक सुबह टहलने से बचना चाहिए. साथ ही समस्या बढ़ने पर चिकित्सकों की सलाह लेनी चाहिए.’’ ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें up24x7news.com हिंदी | आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट up24x7news.com हिंदी | Tags: Supertech twin towerFIRST PUBLISHED : August 28, 2022, 18:22 IST