यहां कंकाल मुखों की माला पहन स्वयं बैठे हैं महाकाल मुर्दों की करते हैं रक्षा
यहां कंकाल मुखों की माला पहन स्वयं बैठे हैं महाकाल मुर्दों की करते हैं रक्षा
Baba Masan Nath Ghat Sultanpur: बाबा मसान नाथ घाट की खासियत यह है कि इसके पास ही भगवान भोलेनाथ की एक भव्य प्रतिमा स्थापित की गई है. स्थानीय लोगों का मानना है कि भगवान भोलेनाथ यहां आने वाले शवों की रक्षा करते हैं और मृत आत्माओं को अपने भीतर समाहित कर उन्हें मोक्ष प्रदान करते हैं. इस धार्मिक विश्वास के कारण लोग यहां श्रद्धा के साथ अंतिम संस्कार के लिए आते हैं.
विशाल तिवारी / सुल्तानपुर: सुल्तानपुर शहर के गोमती नदी किनारे स्थित बाबा मसान नाथ घाट एक ऐसा स्थान है जहां लोग शवों का अंतिम संस्कार करने आते हैं. इस घाट की खासियत यह है कि इसके पास ही भगवान भोलेनाथ की एक भव्य प्रतिमा स्थापित की गई है. स्थानीय लोगों का मानना है कि भगवान भोलेनाथ यहां आने वाले शवों की रक्षा करते हैं और मृत आत्माओं को अपने भीतर समाहित कर उन्हें मोक्ष प्रदान करते हैं. इस धार्मिक विश्वास के कारण लोग यहां श्रद्धा के साथ अंतिम संस्कार के लिए आते हैं, और महाकाल की कृपा से मृतक की आत्मा को शांति मिलने की आशा करते हैं.
महाकाल की प्रतिमा के पास बाबा मसान नाथ की एक कोठरी बनाई गई है, जिसमें 24 घंटे धुनी जलती रहती है. मशान प्रांगण की देखरेख करने वाले चंदन चौधरी बताते हैं कि इसी धुनी की अग्नि से मृतक की चिता को प्रज्वलित किया जाता है. यह परंपरा बाबा मसान नाथ की कृपा का प्रतीक मानी जाती है.
51 फुट ऊंची है महाकाल की प्रतिमा
साल 2011 में स्थापित की गई महाकाल की यह प्रतिमा 51 फुट ऊंची है और यह मसान नाथ धाम का मुख्य आकर्षण है. प्रतिमा के अद्वितीय स्वरूप में भगवान शिव के गले में कंकाल मुखों की माला है और उनका पूरा शरीर नीले रंग में रंगा गया है. प्रतिमा 10 फुट ऊंचे चबूतरे पर स्थित है, जिसके चारों ओर भी कंकाल मुखों की प्रतिमाएं लगाई गई हैं, जो इसे और भी भव्य बनाती हैं.
शवों के अंतिम संस्कार के लिए बेहतर सुविधा
बाबा मसान नाथ धाम में शवों के अंतिम संस्कार के लिए बेहतर व्यवस्थाएं की गई हैं. यहां कई टीन शेड और पक्की छत वाले शेड बनाए गए हैं, जिससे अंतिम संस्कार के दौरान कोई असुविधा न हो. इसके अलावा, साफ-सफाई बनाए रखने के लिए धाम में आधुनिक शौचालयों का भी निर्माण किया गया है.
Tags: Hindi news, Local18, Sultanpur news, UP newsFIRST PUBLISHED : September 16, 2024, 11:34 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed