Dehradun: घर संभालने के लिए गुलिस्तां अंसारी चला रहीं ई-रिक्शा जानें क्‍यों नहीं की शादी

Dehradun News: गुलिस्तां अंसारी देहरादून की पहली महिला ई-रिक्शा चालक हैं. वह छह बहनों में सबसे छोटी हैं. वहीं, 29 साल की गुलिस्तां ने अभी तक शादी नहीं की है.

Dehradun: घर संभालने के लिए गुलिस्तां अंसारी चला रहीं ई-रिक्शा जानें क्‍यों नहीं की शादी
हिना आजमी देहरादून. कभी पुरुष प्रधान समाज की पहचान रखने वाला भारत आज अपनी आधी आबादी को पुरानी रूढ़िवादी जंजीरों से आजाद करता नजर आ रहा है. धीरे-धीरे पुरानी सोच की गिराहें खोलते हुए भारत की नारी आसमान में ऊंची पतंग की तरह उड़ान भर रही है. शिक्षा और आधुनिकता ने समाज को इतना बदल दिया है कि आसमान में उड़ने का सपना आंखों में लिए हुए खिड़कियों से झांकने वाली लड़कियां आज बंदिशों की दहलीज को पार करके एक नई दुनिया बना रही हैं. गृहस्थी चलाने वाली महिलाएं फाइटर जेट उड़ा रही हैं, तो हर क्षेत्र में पुरुषों से कंधे से कंधा मिलाकर भी चल रही हैं. देहरादून की एक ऐसी ही महिला पुरुष प्रधान समाज का मिथक तोड़ते हुए महिला सशक्तिकरण की मिसाल बनी हैं. नाम है गुलिस्तां अंसारी. गुलिस्तां अंसारी देहरादून की पहली महिला ई-रिक्शा चालक हैं. वह साल 2017 में पहली बार ई-रिक्शा लेकर देहरादून की सड़कों पर निकली और महिलाओं के लिए प्रेरणा बनीं.  मजबूरी में बनीं ई-रिक्शा चालक देहरादून की डालनवाला की रहने वाली 29 साल की गुलिस्ता अंसारी, अपने छह बहनों में सबसे छोटी हैं. बचपन में ही पिता के देहांत के बाद गुलिस्तां अंसारी की मां ने मेहनत करके अपनी छह बेटियों का लालन-पालन किया और पांच बेटियों की शादी कर दी. गुलिस्तां शादी नहीं करना चाहती, ताकि बुढ़ापे में उनकी मां अकेली ना रहे. घर में कोई पुरुष ना होने के कारण गुलिस्तां ने जीवन यापन के लिए दवाई फैक्ट्री में नौकरी करना शुरू कर दिया, लेकिन मामला नहीं जमा तो स्वरोजगार की राह अपनाई. मां ने विधवा पेंशन से गुलिस्तां को ई-रिक्शा किश्तों पर खरीदकर दिया, जिसे लेकर गुलिस्तां निकल पड़ीं. आज गुलिस्ता हर दिन का 500 रुपये कमा लेती हैं. बचपन से संघर्ष करने वाली गुलिस्तां अंसारी ने यह कर दिखाया है कि बुर्कानशीं आम मुस्लिम लड़कियों के समाज में भी आत्मनिर्भर महिलाएं मौजूद होती हैं, जो समाज के रूढ़िवादी सोच के पिंजरे को तोड़कर आसमान में ऊंची उड़ान भर सकती हैं. गुलिस्तां अंसारी ने कही ये बात News 18 Local से बातचीत में गुलिस्तां अंसारी ने बताया कि उनके जीवन का संघर्ष बहुत कड़ा था, लेकिन खुद पर विश्वास करके आगे बढ़ा जा सकता है. वह बेबुनियादी खोखली सोच को नहीं मानती हैं. वह आत्मनिर्भर बनकर मेहनत करके खाने पर भरोसा करती हैं और महिलाओं को सिर्फ अपने लक्ष्य पर ध्यान देने के लिए प्रेरित करती हैं. ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें up24x7news.com हिंदी | आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट up24x7news.com हिंदी | Tags: Dehradun newsFIRST PUBLISHED : August 22, 2022, 13:23 IST