आर्थिक लाभ के लिए नेताजी के नाम का हो रहा दुरुपयोग रोकने के लिए पीआईएल दायर करेंगे परिजन

अगस्त 1945 में हुए विमान हादसे के बाद नेताजी सुभाष चंद्र बोस के जीवित बचने की धारणा पर आधारित एक फिल्म के रिलीज होने से कुछ दिन पहले उनके परिजनों ने कहा कि वे ‘आर्थिक लाभ के लिए नेताजी के नाम के दुरुपयोग को’ रोकने के लिहाज से जनहित याचिका दायर करने पर विचार कर रहे हैं.

आर्थिक लाभ के लिए नेताजी के नाम का हो रहा दुरुपयोग रोकने के लिए पीआईएल दायर करेंगे परिजन
हाइलाइट्सनेताजी के पौत्र ने ‘विवादास्पद विषय’ पर आधारित फिल्मों को प्रमाणन बोर्ड द्वारा मंजूरी दिये जाने पर सवाल उठाया. 2019 में भी एक ओटीटी प्लेटफॉर्म पर आई ऐसी अन्य फिल्म में नेताजी के दुर्घटना में जीवित बचने की बात दर्शायी गयी. कोलकाता: अगस्त 1945 में हुए विमान हादसे के बाद नेताजी सुभाष चंद्र बोस के जीवित बचने की धारणा पर आधारित एक फिल्म के रिलीज होने से कुछ दिन पहले उनके परिजनों ने कहा कि वे ‘आर्थिक लाभ के लिए नेताजी के नाम के दुरुपयोग को’ रोकने के लिहाज से जनहित याचिका दायर करने पर विचार कर रहे हैं. फिल्म इसी सप्ताह रिलीज होने वाली है. इससे पहले 2019 में भी एक ओटीटी प्लेटफॉर्म पर आई ऐसी अन्य फिल्म में नेताजी के दुर्घटना में जीवित बचने की बात दर्शायी गयी. सुभाष चंद्र बोस के पौत्र चंद्र कुमार बोस ने ‘विवादास्पद विषय’ पर आधारित फिल्मों को केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड द्वारा मंजूरी दिये जाने पर सवाल उठाया. बोस ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ‘यह सामान्य बात हो गयी है. फिल्मकार ताइपे दुर्घटना में नेताजी की मृत्यु की जांच करने वाले आयोग की रिपोर्ट पढ़े बिना उन पर फिल्म बना रहे हैं.’ उन्होंने कहा, ‘नेताजी को गलत तरह से प्रस्तुत किया गया है. आप ऐसा नहीं कर सकते. नेताजी पर अनुसंधान करने का दावा करने वाले लेखकों और फिल्मकारों ने बिना किसी सबूत के उनकी तुलना एक संन्यासी (गुमनामी बाबा) से करके उनकी छवि खराब की है.’ ये भी पढ़ें- Kamakhya Temple: सुप्रीम कोर्ट ने लगाई फटकार, कहा- कामाख्या मंदिर में ठीक से नहीं हो रही सफाई बोस ने दावा किया कि ऐसी किताबों और फिल्मों से नेताजी की छवि खराब की जा रही है. उन्होंने कहा, ‘हम इस संबंध में एक जनहित याचिका दायर करने पर विचार कर रहे हैं और वकीलों से सलाह ले रहे हैं. हम इसे कलकत्ता उच्च न्यायालय में या राष्ट्रीय विषय होने के नाते उच्चतम न्यायालय में दायर करने पर विचार कर रहे हैं.’ अमलान कुसुम घोष के निर्देशन में बनी फिल्म ‘संन्यासी देशोनायक’ 28 अक्टूबर को रिलीज होगी. घोष ने दावा किया है कि उनकी फिल्म सुप्रीम कोर्ट के सेवानिवृत्त न्यायाधीश मनोज कुमार मुखर्जी के साक्षात्कार पर आधारित है जिन्हें केंद्र सरकार ने 1999 में नेताजी की मौत के मामले में जांच करने का निर्देश दिया था. ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें up24x7news.com हिंदी| आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट up24x7news.com हिंदी| Tags: Kolkata, Netaji Subhash Chandra Bose, Subhash Chandra Bose, West bengal newsFIRST PUBLISHED : October 19, 2022, 18:44 IST