AMU का डंका पूर्व छात्रा का लंदन स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स में हुआ सेलेक्शन

एएमयू की कुलपति प्रोफेसर नईमा खातून ने डॉ. इस्लाम को उनकी उपलब्धि पर बधाई दी है

AMU का डंका पूर्व छात्रा का लंदन स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स में हुआ सेलेक्शन
अलीगढ़: उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ ज़िलें मे स्थित अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में शिक्षा ग्रहण करने वाली एक पूर्व छात्रा ने नया इतिहास रचा है. जहां एक ओर अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय से शिक्षा हासिल करने के बाद यहां के छात्र अलग-अलग जगह पर कार्य कर रहे हैं. वहीं कुछ छात्र यहां से शिक्षा हासिल करने के बाद अब विदेशों में AMU का डंका बजाने का काम कर रहे है. एएमयू की पूर्व छात्रा का सेलेक्शन विश्व विख्यात लंदन स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स एंड पॉलिटिकल साइंस (एलएसई) के लैंगिक अध्ययन विभाग में हुआ है. जिसको लेकर अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में खुशी की लहर है. छात्र की इस उपलब्धि की जमकर प्रशंसा हो रही है. एएमयू के जनसंपर्क अधिकारी उमरपीर जादा ने जानकारी देते हुए बताया कि अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के वीमेंस कॉलेज की पूर्व छात्रा डॉ. आसिया इस्लाम को विश्व विख्यात लंदन स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स एंड पॉलिटिकल साइंस (एलएसई) लंदन के लैंगिक अध्ययन विभाग में स्थायी तौर पर सहायक प्रोफेसर नियुक्त किया गया है. उन्होंने 2009 में कला और सामाजिक विज्ञान संकाय में अच्छे अंकों के साथ वीमेंस कॉलेज से कम्युनिकेटिव इंग्लिश में बीए (ऑनर्स) की डिग्री हासिल की और उन्हें अकादमिक उत्कृष्टता के लिए जाकिर हुसैन पदक से भी सम्मानित किया गया. वीमेंस कॉलेज में अपने स्नातक अध्ययन में एक विकल्प के रूप में उन्होंने सहायक विषय के रूप में महिला अध्ययन को चुना, और महिला अध्ययन केंद्र की शैक्षणिक गतिविधियों में सक्रिय रूप से शामिल रहीं. लंदन स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स उमरपीर जादा ने बताया कि डॉ आसिया ने लंदन स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स में लिंग, मीडिया और संस्कृति में उत्कृष्टता के साथ मास्टर डिग्री पूरी की, जहां उन्हें सर्वश्रेष्ठ डिग्री प्रदर्शन पुरस्कार से सम्मानित किया गया. इसके बाद वह प्रतिष्ठित गेट्स कैम्ब्रिज छात्रवृत्ति पर कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय में समाजशास्त्र में पीएचडी करने चली गईं. कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय के न्यून्हम कॉलेज के फेलो और लीड्स विश्वविद्यालय में व्याख्याता के रूप में अपनी नियुक्ति के बाद, डॉ. इस्लाम ने अब लंदन स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स में सहायक प्रोफेसर के रूप में शामिल हुई हैं. इसके साथ ही वह एएमयू की पहली स्नातक बन गई हैं जिन्हें विश्व प्रसिद्ध और प्रतिष्ठित एलएसई में सहायक प्रोफेसर के रूप में नियुक्त किया गया है. उपलब्धि पर बधाई एएमयू की कुलपति प्रोफेसर नईमा खातून ने डॉ. इस्लाम को उनकी उपलब्धि पर बधाई दी है, उन्होंने कहा कि एलएसई में उनकी नियुक्ति हमारे छात्रों को विदेश में उच्च अध्ययन करने और विदेशी प्रतिष्ठित विश्वविद्यालयों में अकादमिक करियर बनाने के लिए कड़ी मेहनत करने के लिए प्रोत्साहित करेगी. अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के जनसंपर्क अधिकारी उमर पीरजादा के द्वारा जानकारी देते हुए बताया गया यह एक बड़ी उपलब्धि है अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय की छात्रा के द्वारा जो मुकाम हासिल किया है. Tags: Aligarh Muslim University, Education, Local18FIRST PUBLISHED : September 17, 2024, 12:10 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
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