नवोदय विद्यालय में कैसे होता है एडमिशन कितनी लगती है फीस जानें सब

Jawahar Navodaya Vidyalaya : अजय अनुरागी ने लोकल 18 को बताया कि नवोदय विद्यालय में दाखिला लेने के लिए जवाहर नवोदय विद्यालय चयन परीक्षा (JNVST) आयोजित की जाती है, जो कक्षा 6 में प्रवेश के लिए होती है. यह परीक्षा हर साल आयोजित होती है और इसमें सफल होने पर ही छात्र को दाखिला मिलता है.

नवोदय विद्यालय में कैसे होता है एडमिशन कितनी लगती है फीस  जानें सब
झांसी : नवोदय विद्यालय देश के उन चुनिंदा विद्यालयों में से एक है जो गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के साथ-साथ ग्रामीण और प्रतिभाशाली छात्रों के लिए एक बेहतरीन मंच प्रदान करता है. इन दिनों नवोदय विद्यालय में दाखिले की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है, छात्र-छात्राओं से एडमिशन के लिए आवेदन मांगे जा रहे हैं. लेकिन कई अभिभावक और छात्र इस बात को लेकर उलझन में रहते हैं कि क्या नवोदय विद्यालय में पूरी शिक्षा मुफ्त में मिलेगी, और यदि हां, तो दाखिला लेने के लिए क्या करना होता है. ऐसे में नवोदय विद्यालय के पुरातन छात्र और एक्सपर्ट अजय अनुरागी ने आने वाली परेशानियों का समाधान बताया. अजय अनुरागी ने लोकल 18 को बताया कि नवोदय विद्यालय में कक्षा 6 से लेकर 12 तक की शिक्षा पूरी तरह मुफ्त दी जाती है. इसमें पढ़ाई, भोजन, हॉस्टल की सुविधा, और अन्य शैक्षणिक संसाधन शामिल हैं. हालांकि, 9वीं से 12वीं कक्षा के छात्रों से कुछ नाममात्र का योगदान लिया जाता है, जो काफी कम होता है (लगभग 600 रुपये प्रति माह). लेकिन एससी/एसटी, दिव्यांग और आर्थिक रूप से कमजोर छात्रों को इसमें भी छूट मिलती है. दाखिला प्रक्रिया और समस्याएं अजय अनुरागी ने लोकल 18 को बताया कि नवोदय विद्यालय में दाखिला लेने के लिए जवाहर नवोदय विद्यालय चयन परीक्षा (JNVST) आयोजित की जाती है, जो कक्षा 6 में प्रवेश के लिए होती है. यह परीक्षा हर साल आयोजित होती है और इसमें सफल होने पर ही छात्र को दाखिला मिलता है. प्रवेश के लिए आवश्यक दस्तावेज छात्र का जन्म प्रमाण पत्र, छात्र के पिछले स्कूल का स्थानांतरण प्रमाण पत्र जाति प्रमाण पत्र (एससी/एसटी/OBC) निवास प्रमाण पत्र. दाखिला में समस्याएं और समाधान अजय अनुरागी ने बताया कि कई ग्रामीण छात्रों को परीक्षा की तैयारी में दिक्कत हो सकती है क्योंकि उन्हें सही मार्गदर्शन या संसाधन नहीं मिलते. इसके लिए छात्रों को ऑनलाइन संसाधनों का उपयोग करना चाहिए या गाइड का सहारा लेना चाहिए. कई बार छात्रों के पास सभी आवश्यक दस्तावेज नहीं होते हैं. इस स्थिति में, अभिभावकों को समय रहते सभी दस्तावेज तैयार रखने चाहिए और निकटतम सरकारी कार्यालय से संपर्क करना चाहिए. ग्रामीण अभ्यर्थी इन बातों का रखें ध्यान अजय अनुरागी ने बताया कि ग्रामीण इलाकों के छात्र कभी-कभी हिंदी या क्षेत्रीय भाषा में ही पारंगत होते हैं, जबकि परीक्षा अंग्रेजी और हिंदी दोनों में होती है. इसके लिए उन्हें दोनों भाषाओं में तैयारी पर जोर देना चाहिए. स्कूल और अभिभावक भी इसमें मदद कर सकते हैं. नवोदय विद्यालय में हर जिले के लिए सीमित सीटें होती हैं.अगर किसी जिले में सीटें कम पड़ जाती हैं, तो छात्रों को पास के जिलों के नवोदय विद्यालय में दाखिला मिल सकता है. मिलती हैं ये विशेष सुविधाएं अजय अनुरागी ने बताया कि नवोदय विद्यालय सिर्फ शैक्षिक रूप से ही नहीं, बल्कि खेलकूद, सांस्कृतिक गतिविधियां, और अन्य को-करिकुलर गतिविधियों में भी छात्रों को बढ़ावा देता है. छात्रों के सर्वांगीण विकास के लिए नियमित रूप से खेलकूद प्रतियोगिताएं और सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं. Tags: Education, Jhansi news, Local18, Uttar Pradesh News HindiFIRST PUBLISHED : September 16, 2024, 17:57 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
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