अब रोजगार का माध्यम बनेगी हिन्दी बुंदेलखंड विश्वविद्यालय ने शुरू की पहल
अब रोजगार का माध्यम बनेगी हिन्दी बुंदेलखंड विश्वविद्यालय ने शुरू की पहल
हिंदी विभाग के अध्यक्ष प्रो.मुन्ना तिवारी ने बताया कि विभाग में पाठ्यक्रम की पढ़ाई के साथ ही नए जमाने के लेखन के लिए भी युवाओं को तैयार किया जा रहा है. अनुवाद, पटकथा लेखन और डिजिटल मीडिया लेखन के सर्टिफिकेट कोर्स चलाए जा रहे हैं.
झांसी. बदलते समय के साथ हिंदी की चुनौतियां भी बदल रही हैं. इन चुनौतियां के लिए युवाओं को तैयार करने का काम बुंदेलखंड विश्वविद्यालय का हिंदी विभाग कर रहा है. हिंदी विभाग में युवाओं को भविष्य के लिए तैयार करने के साथ ही हिंदी साहित्य के गौरवशाली इतिहास से भी परिचय करवाता है. हिंदी विभाग में पढ़ाई के साथ शोधपीठ और बुंदेली वीथिका भी स्थापित की गई है.
हिंदी विभाग में प्रवेश करते ही सभी बड़े साहित्यकारों की पेंटिंग और उनका जीवन परिचय लिखा हुआ मिलेगा. विभाग में बुंदेली वीथिका और संग्रहालय भी बनाया गया है. इस संग्रहालय में इसुरी, तुलसीदास के साथ ही राष्ट्रकवि मैथिलीशरण गुप्त के साहित्य की पांडुलिपियां भी संग्रहित हैं. विश्वविद्यालय के छात्र इनसे प्रेरणा लेते हैं. विभाग में पंडित दीनदयाल उपाध्याय शोधपीठ भी संचालित है. इस शोधपीठ में 1 हजार से अधिक पुस्तकें हैं. हिंदी विभाग के विद्यार्थियों को डिजिटल मीडिया लेखन, स्क्रिप्ट लेखन की तकनीक भी सिखाई जा रही है.
रोजगार दिलाएगी हिंदी
हिंदी विभाग के अध्यक्ष प्रो.मुन्ना तिवारी ने बताया कि विभाग में पाठ्यक्रम की पढ़ाई के साथ ही नए जमाने के लेखन के लिए भी युवाओं को तैयार किया जा रहा है. अनुवाद, पटकथा लेखन और डिजिटल मीडिया लेखन के सर्टिफिकेट कोर्स चलाए जा रहे हैं. हमारा प्रयास है कि हम युवाओं को भविष्य की तैयारी कराते हुए उनका परिचय हिंदी के गौरवशाली इतिहास से भी कराएं.
Tags: Bundelkhand news, Education, Jhansi news, Local18, Uttar Pradesh News HindiFIRST PUBLISHED : September 10, 2024, 16:44 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed