इस नई बीमारी से लोगों में फैली दहशत जान ले सकता है स्क्रब टाइफस अब तक 15 लोग चपेट में आए
इस नई बीमारी से लोगों में फैली दहशत जान ले सकता है स्क्रब टाइफस अब तक 15 लोग चपेट में आए
बुखार, सांस लेने में तकलीफ जैसे लक्षणों के कारण बीमारी का पता लगाने में समय लग रहा है. अगर समय रहते इसकी जांच नहीं की गई तो यह बीमारी मरीज की मौत का कारण भी बन सकती है.
हाइलाइट्सडेंगू और स्क्रब टायफस के लक्षण काफी हद तक एक जैसे होते हैं.अब तक 15 लोग इस बीमारी के चपेट में आ चुके हैं.
कोलकाता. एक तरफ देश कोरोना वायरस से जूझ रहा है तो वहीं आए दिन एक नई बीमारी सामने आ रही है. इसी कड़ी में पश्चिम बंगाल के हुगली जिले में स्क्रब टाइफस नाम की एक नई बीमारी ने लोगों के भीतर डर पैदा कर दिया है. अब तक 15 लोग इस बीमारी के चपेट में आ चुके हैं. बुखार, सांस लेने में तकलीफ जैसे लक्षणों के कारण बीमारी का पता लगाने में समय लग रहा है. अगर समय रहते इसकी जांच नहीं की गई तो यह बीमारी मरीज की मौत का कारण भी बन सकती है. थ्रोम्बोसाइटोपेनिक माइट्स नाम का कीड़ा शरीर में प्रवेश करता है और इससे स्क्रब टाइफस के बैक्टीरिया शरीर में पनपने लगते हैं. यह रोग छोटे कीट के काटने से फैलता है. ये कीट आकार में 0.2 मिमी से 0.4 मिमी तक लंबे होते हैं.
जी न्यूज की रिपोर्ट के मुताबिक स्क्रब टाइफस से संक्रमित होने के 5-7 दिन बाद इसके लक्षण आमतौर पर दिखाई देते हैं. बुखार, सिरदर्द, सांस लेने में तकलीफ, मांसपेशियों में खुजली, उल्टी होना स्क्रब टाइफस के लक्षण हैं. खासतौर पर पूरी त्वचा पर खुजली होना इसके लक्षणों में से एक है. जिस हिस्से में कीड़ा काटता है, वह पूरा हिस्सा काला हो जाता है. डेंगू और स्क्रब टायफस के लक्षण काफी हद तक एक जैसे होते हैं. अधिकांश तौर पर इस रोग का इलाज करना मुश्किल होता है. अगर ठीक से इलाज न किया जाए तो अंग खराब होने की भी संभावना रहती है. बुखार के प्रकार और कीड़े के काटने के रिसर्च को देखकर मरीजों की पहचान की जाती है.
स्क्रब टाइफस: चूहों से रहें सावधान
आमतौर पर इस प्रकार के कीड़े जंगल में पाए जाते हैं. इसके अलावा ये कीट गंदगी और पुराने धूल भरे फर्नीचर में घोंसला बनाते हैं. इससे भी अधिक हैरान करने वाली यह बात है कि चूहा स्क्रब टाइफस का सबसे बड़ा कारण है. इसलिए डॉक्टरों का कहना है कि अपने घर में कूड़ा न रखें. इस रोग से बचने के लिए घरों को चूहों से मुक्त रखें. अपने घर को कचरे से मुक्त करें और साफ-सफाई रखें.
स्क्रब टाइफस: बच्चों को झाड़ियों से दूर रखें
बच्चे खेलते-खेलते अक्सर झाड़ियों में आ जाते हैं. उस स्थिति में, बच्चों को पूरी बाजू की शर्ट और पैरों को ढके हुए जूते पहनाएं. खासकर जो लोग फील्ड में काम करते हैं, उनके लिए जिला स्वास्थ्य विभाग ने एडवाइजरी जारी की है. घर लौटने के बाद गर्म पानी से नहाएं और कपड़े ठीक से साफ करें. अगर किसी को बुखार, सिरदर्द, उल्टी, सांस लेने में तकलीफ है तो उसे जिला अस्पताल में संपर्क करने की सलाह दी गई है.
स्क्रब टाइफस: चल रही है टेस्टिंग
इस स्क्रब टाइफस की टेस्टिंग जिला अस्पतालों में चल रही है. आरामबाग अनुमंडल अस्पताल, चंदननगर एसडीएच अस्पताल और सेरामपुर वॉल्श अस्पताल में टेस्टिंग शुरू हो गई है. संक्रमितों का पहले से ही चिनसुराह सदर अस्पताल में इलाज चल रहा है.
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Tags: Scrub Typhus, West bengalFIRST PUBLISHED : July 16, 2022, 09:43 IST