कच्ची सड़कों पर दौड़ते-दौड़ते ओलंपिक पहुंची प्राची अब गोल्ड जीतने की उम्मीद

Paris Olympics: सहारनपुर की बेटी प्राची चौधरी पेरिस ओलंपिक गेम में भारत का प्रतिनिधित्व कर रही हैं. प्राची चौधरी आज तक किसी भी प्रतियोगिता से बिना मेडल के वापस घर नहीं लौटी हैं. प्राची ने अपने परिवार और देश को गोल्ड दिलाने का वादा किया है.

कच्ची सड़कों पर दौड़ते-दौड़ते ओलंपिक पहुंची प्राची अब गोल्ड जीतने की उम्मीद
अंकुर सैनी/सहारनपुरः पेरिस ओलंपिक 204 का आगाज हो चुका है. इस ओलंपिक गेम्स में उत्तर प्रदेश से 6 खिलाडियों का चयन हुआ है. खास बात ये है कि 6 में से 4 खिलाड़ी लडकियां हैं, जबकि दो लड़के शामिल हैं. 4 लड़कियों में एक लड़की सहारनपुर के छोटे से गांव झबीरण की रहने वाली है, जो गांव की पगडंडियों पर दौड़ती हुई न सिर्फ एशियाड गेम्स में रजत पदक जीत चुकी है, बल्कि अब पेरिस में आयोजित ओलंपिक गेम्स तक पहुंच गई हैं. बचपन से है दौड़ने का शौक सहारनपुर की प्राची का चयन ओलंपिक गेम्स में हो गया है. प्राची की शानदार उपलब्धि पर पूरे जिले में खुशी का माहौल है. प्राची ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा गांव झबीरण के प्राथमिक स्कूल से की और पढ़ाई में भी प्राची हमेशा टॉप रही हैं. प्राची का बचपन से ही ओलंपिक खेलने सपना था, कक्षा 6 से स्कूल में हुए गेम से प्राची ने दौड़ना शुरू किया, जिसका परिणाम आज यह है कि प्राची देश के लिए ओलंपिक में खेल रही हैं. प्राची के पिता एक किसान हैं, जबकि मां गृहणी हैं और बड़ा भाई भी खेती करता है, जबकि प्राची की बड़ी बहन पुलिस में है और प्राची का छोटा भाई अभी अपनी पढ़ाई कर रहा है, प्राची की खास बात यह है कि प्राची आज तक किसी भी प्रतियोगिता से बिना मेडल के नहीं लौटी हैं. जानें सहारनपुर की बेटी की उपलब्धियां प्राची ने 2023 में चीन में हुए एशियाड खेलों में 4×400 मीटर रिले दौड़ में रजत पदक जीतकर भारत का गौरव बढ़ाया था, जिसके लिए प्रदेश सरकार ने प्राची को डेढ़ करोड़ रुपए की राशि इनाम में देकर सम्मान दिया था. इसके अलावा प्रदेश सरकार की ओर से राजपत्रित अधिकारी के पद ग्रहण करने का न्यौता भी दिया गया था. 2018- स्टेट में 200 और 400 में दौड़ में गोल्ड. 2018- सीनियर इंटर स्टेट ब्रांच था, जिसमें एक ओपन नेशनल सिल्वर मेडल जीता. 2019- दोहा कतर के एशियन चैम्पियनशिप में सिल्वर मेडल जीता. 2019- रेलवे में सीनियर क्लर्क पटियाला 2019- चेक रिपब्लिक गणराज्य में 2 गोल्ड और 1 सिल्वर जीता. 2019- जापान वर्ल्ड रिले में पार्टिसिपेट किया. 2019- टर्की में और सपाला पोलेंड में ट्रेनिंग की. 2023-19वीं एशियन गेम्स में 4×400 मीटर रिले रेस में सिल्वर (चांदी) मेडल जीती थी. पूरे परिवाह में है खुशी का माहौल 4 भाई बहनों में तीसरे नंबर की प्राची की सफलता से पिता जयवीर सिंह और मां राजेश समेत परिवार में खुशी का माहौल है. पिता जयवीर चौधरी ने बताया कि उन्होंने कभी सपने में भी नहीं सोचा था कि उनकी बेटी प्राची एक दिन अंतराष्ट्रीय स्तर पर उनका और अपने देश का नाम रोशन करेगी. इससे पहले भी प्राची ने तिरंगे का गौरव बढ़ाया है. बड़ा भाई प्राइवेट कंपनी में कर रहा है जॉब प्राची के पिता बताते हैं कि उनकी बेटी प्राची चौधरी ने 19वीं एशियन गेम्स में 4×400 मीटर रिले रेस में सिल्वर मेडल जीता था. प्राची गांव की सड़कों से लेकर एशियन गेम्स और अब ओलंपिक तक पहुंचने का सफर काफी कठिनाइयों भरा रहा है. प्राची के पिता जयवीर चौधरी पेशे से किसान हैं. उनके दो बेटी प्राची और अन्नु और दो बेटे अंकित और प्रियांशु हैं. अंकित प्राइवेट कंपनी में नौकरी करता है. बड़ी बेटी अन्नू यूपी पुलिस में है. जबकि सबसे छोटा बेटा प्रियांशु बीएससी की पढ़ाई कर रहा है. Tags: 2024 paris olympics, Local18, Olympics 2024, Saharanpur newsFIRST PUBLISHED : July 28, 2024, 13:04 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
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