लड़कियो टीचिंग का है शौक पर नहीं करनी जॉब कम लागत ज्यादा नफा घर से करें यह

Coaching center/ Home tuition at small scale: सालोंसाल से आप परिवार संभाल रही हैं या किन्हीं अन्य कारणों से आपने नौकरी नहीं की या फिर करना चाहतीं लेकिन खुद अपने हाथ से कमाई करना चाहती हैं? पैसा कमाने के लिए काम करना पड़ता है और यदि यह काम ऐसा हो जो करने में आपको आनंद आता हो या फिर संतुष्टि मिलती हो तो यह बेहद अच्छा! यदि आपको पढ़ाने का शौक है तो ट्यूशन एक ऐसी काम है जिस पर आपको जरूर विचार करना चाहिए...

लड़कियो टीचिंग का है शौक पर नहीं करनी जॉब कम लागत ज्यादा नफा घर से करें यह
Work from home business idea for women: घर से काम करना चाहती हैं लेकिन ज्यादा समय नहीं निकाल सकतीं? बहुत ज्यादा पैसा लगाकर कोई कारोबार खड़ा करना समय और सब्र भी मांगता है, ऐसे में यदि आपको बच्चों को पढ़ाने का शौक रहा है या फिर बच्चों को पढ़ाने में आप कंफर्टेबल महसूस करती हैं तो आप अपने घऱ के एक कमरे से या हॉल से ट्यूशन का काम शुरू कर सकती हैं. आइए इस बारे में सिलसिलेवार जानकारी प्राप्त करें… सबसे पहले तो आप यह समझें कि आप किसी एक विषय को पढ़ाना चाहेंगी या कई विषयों को. या फिर छोटे बच्चों के सभी सब्जेक्ट्स पढ़ाना चाहेंगी. सब्जेक्ट को लेकर अपनी एक्सपर्टीज़ यानी विशेषज्ञता तलाशें. किसी विषय में विशेषज्ञता का मतलब यह नहीं है कि आपने उस विषय में अध्ययन किया है या प्रमाण पत्र हासिल कर लिया हो. मगर, आपको विषय का ज्ञान होना जरूरी है ताकि आप बच्चों के हर सवाल का जवाब दे पाएं और उन्हें अच्छे से समझा पाएं. (महिलाओं और पर्सनल फाइनेंस से जुड़ी ऐसी ही अधिक जानकारी के लिए आप यहां क्लिक कर सकती हैं) बनाएं बिजनेस प्लान, ऑनलाइन या ऑफलाइन, दोनों विकल्प खुले… ट्यूशन ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरह से करवा सकती हैं. लोकल कंपटीशन कौन हैं, क्या पढ़ाते हैं लोकल कोचिंग सेंटर या फिर घर से पढ़ाने वाले बाकी टीचर-ट्यूटर. इस पर शोध करें, यह भी कि वे कितनी फीस लेते हैं. इस सबके बाद एक बिजनेस प्लान बनाएं. इसमें संभावित खर्चों की रूपरेखा भी शामिल करें. कहां से पढ़ाएंगी, किराया कितना देना होगा यदि किसी और जगह पर खोलेंगी, सेलेबस की पुस्तकों और पेन-पेंसिल जैसे उपकरणों पर होने वाल खर्च और इसकी सप्लाई कहां से होगी, पेंपलेट बनाकर वितरित करेंगी तो उसके खर्चे आदि भी इस प्लान में शामिल करें. (महिलाएं घर से ही शुरू करें खुद का काम, कम लागत में खोलें ग्रॉसरी स्टोर, स्टेप-बाय-स्टेप गाइड) ट्यूशन के काम को देना हो विस्तार तो… जब एक कमरे में कुछ बच्चों को पढ़ा लेने का काम आपको छोटा लग रहा हो या फिर आप भविष्य में इसे विस्तार देना चाहें तो आपको इन बातों का ध्यान रखना होगा- मार्केट रिसर्च बढ़ानी होगी और जानना होगा कि आप अपने टारगेट ऑडियंस में किसे किसे शामिल कर सकती हैं. किसी उम्र के छात्र छात्राओं को पढ़ाएंगी और कितने बैच रखेंगी. साथ ही, एक चपरासी या मदद हेतू स्टाफ भी आपको चाहिए होगा ताकि आप बच्चों को पानी आदि की व्यवस्था करवा सकें. आपको यह भी शुरू में ही अभिभावकों को क्लियर कर दें कि कोचिंग के लिए जो फीस लेंगी उसके नियम क्या होंगे-यानी मोड ऑफ पेमेंट से लेकर अडवांस लेंगी या नहीं. यह स्पष्टता शुरू में कर लें ताकि बाद में किसी प्रकार की अव्यवस्था न फैले. (संपत्ति पर बेटी का अधिकार लेकिन एक मामले में हो सकती हैं बेदखल) लाइसेंस और अन्य औपचारिकताएं…. आमतौर पर ट्यूटर्स के लिए कोई एकेडमिक लाइसेंस लेना तो जरूरी नहीं है खासतौर से जब आप छोटे स्केल पर यह काम कर रही हों. हां आपकी कोचिंग सेंटर बड़ा हो रहा होगा तो अपने राज्य विशेष के नगर निगम से आप संपर्क करें. बड़े स्केल पर ट्यूशन का काम एक प्रकार से बड़े कोचिंग सेंटर को खोलना ही है, ऐसे में आपको ट्रेड लाइसेंस प्राप्त करना होगा, पंजीकरण करवाकर आय पर टैक्स भी देना होगा. Shops and Establishments Act के तहत आपको 30 दिन के भीतर पंजीकरण करवाना होगा डिसक्लेमर: निवेश से जुड़ा कोई भी फैसला लेने से पहले किसी निवेश सलाहकार से अपनी जरूरतों और लक्ष्यों पर बातचीत करें. न्यूज18 हिन्दी डिजिटल पर यह लेख केवल प्राथमिक जानकारी के लिए लिखा गया है. वेबसाइट या मैनेजमेंट इसके लिए जिम्मेदार नहीं है. Tags: Business news, Coaching class, Money Making Tips, Women's Finance, Work From HomeFIRST PUBLISHED : May 22, 2024, 13:46 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed