3 पड़ोसियों पर भारी एक कंपनी हमारी पाकिस्‍तान की जीडीपी से दोगुना पैसा

भारत को आए दिन गीदड़ भभकी देने और नीचा दिखाने की कोशिश करने वाले पाकिस्‍तान की औकात हमारी एक सरकारी कंपनी ही दिखा रही है. इस कंपनी के पास इतना पैसा है कि पाकिस्‍तान सहित 3 देशों की जीडीपी को जोड़ दिया जाए तो भी उससे लाखों करोड़ रुपये ज्‍यादा ही रहेगी.

3 पड़ोसियों पर भारी एक कंपनी हमारी पाकिस्‍तान की जीडीपी से दोगुना पैसा
हाइलाइट्स एलआईसी का कुल एयूएम 51,21,887 करोड़ रुपये पहुंच गया है. एक वित्‍तवर्ष पहले तक 43,97,205 करोड़ रुपये था. सालभर के भीतर ही संपत्ति में 16.48 फीसदी का इजाफा हुआ है. नई दिल्‍ली. देश की सबसे अमीर कंपनी का नाम पूछा जाए तो 100 में 99 लोग किसी प्राइवेट कंपनी का नाम लेंगे, जबकि सच्‍चाई इससे अलग है. भारत की एक ऐसी सरकारी कंपनी है, जिसके पास हमारे 3 पड़ोसी देशों की कुल जीडीपी से भी ज्‍यादा पैसा है. इस कंपनी के देश में करोड़ों ग्राहक हैं और हाल में इसे सरकार ने शेयर बाजार में सूचीबद्ध भी कराया है. इस कंपनी के पास इतना पैसा है कि देश की कई नामी कंपनियां इसमें समा सकती हैं. इस कंपनी की विशालता का अंदाजा आप ऐसे लगा सकते हैं कि जितनी पाकिस्‍तान की जीडीपी है, उससे ज्‍यादा पैसों का यह लेनदेन करती है. इतना ही नहीं पाकिस्‍तान, श्रीलंका और नेपाल की कुल जीडीपी को भी जोड़ दिया तो भी यह इन सभी से ज्‍यादा ही ठहरेगी. दरअसल, हम बात कर रहे हैं भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC) की. हाल में इस सरकारी कंपनी का एसेट अंडर मैनेजमेंट (AUM) यानी जितने पैसे का वह प्रबंधन करती है, वह रकम 50 लाख करोड़ रुपये को भी पार कर गया. यह किसी भी भारतीय कंपनी का सबसे ज्‍यादा AUM है. मार्च में समाप्‍त हुए वित्‍तवर्ष तक एलआईसी का कुल एयूएम 51,21,887 करोड़ रुपये (616 अरब डॉलर) पहुंच गया, जो एक वित्‍तवर्ष पहले तक 43,97,205 करोड़ रुपये था. इस तरह सालभर के भीतर ही संपत्ति में 16.48 फीसदी का इजाफा हुआ है. ये भी पढ़ें – कितनी है खान सर की नेट वर्थ, ‘सरस्‍वती’ के पुजारी ने अब तक कितनी ‘लक्ष्‍मी’ कमाई, क्‍या है उनका असली नाम? पड़ोसी देशों की क्‍या हालत एलआईसी के मुकाबले पाकिस्‍तान की जीडीपी लगभग आधी है. आईएमएफ डाटा के मुताबिक, पाकिस्‍तान की जीडीपी फिलहाल 338.24 अरब डॉलर, जो एलआईसी के एयूएम का करीब 55 फीसदी ही बैठता है. अन्‍य पड़ोसी देशों की हालत तो इससे भी ज्‍यादा खराब है. नेपाल की जीडीपी 44.18 अरब डॉलर तो श्रीलंका की 74.85 अरब डॉलर है. इस तरह, अगर तीनों ही देशों की जीडीपी को जोड़ दिया तो कुल 457.27 अरब डॉलर ही बनता है. इसमें भूटान को भी जोड़ दिया जिसकी जीडीपी करीब 15 अरब डॉलर है तो भी एलआईसी के कुल एयूएम से काफी पीछे है. 5 साल में डूब जाएगा पाकिस्‍तान! IMF ने हाल में एक अनुमान जताया है जिसमें कहा गया है कि पाकिस्‍तान को उबरने के लिए अगले 5 साल में 123 अरब डॉलर की जरूरत होगी. अगर ऐसा नहीं हुआ तो पाकिस्‍तान की आर्थिक हालत और ज्‍यादा खराब हो जाएगी. IMF के मुताबिक, 2024-25 में पाकिस्‍तान को 21 अरब डॉलर, 2025-26 में 23 अरब डॉलर, 2026-27 में 22 अरब डॉलर, 2027-28 में 29 अरब डॉलर और 2028-29 में 28 अरब डॉलर की जरूरत होगी. इधर, एलआई को बंपर मुनाफा एलआईसी न सिर्फ देश की सबसे बड़ी कंपनी है, बल्कि उसका मुनाफा भी अन्‍य कंपनियों के मुकाबले कहीं ज्‍यादा रहता है. 2024 में समाप्‍त वित्‍तवर्ष में एलआईसी का मुनाफा 40,676 करोड़ रुपये रहा है, जबकि प्रीमियम से कुल कमाई 4,75,070 करोड़ की रही. कंपनी ने अपने बीमाधारकों और निवेशकों को 52,955.87 करोड़ रुपये का बोनस भी दिया है. अगर देश की कुल जीवन बीमा कंपनियों का मार्केट शेयर देखें तो 59 फीसदी अकेले एलआईसी के पास है. मार्केट कैप के लिहाज से यह देश की सातवीं सबसे बड़ी कंपनी है, जिसका बाजार पूंजीकरण 6.46 लाख करोड़ रुपये है. कंपनी के शेयरों में भी 6 महीने के भीतर 52 फीसदी का उछाल आ चुका है. आज भी इस कंपनी की 96.5 फीसदी हिस्‍सेदारी सरकार के पास है. Tags: Business news, LIC IPO, Life Insurance, Pakistan's EconomyFIRST PUBLISHED : May 29, 2024, 18:21 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
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