सहारा के अधिकारियों पर ईडी का शिकंजा! बड़े पुलिस अधिकारी ने बताया-क्या असर
सहारा के अधिकारियों पर ईडी का शिकंजा! बड़े पुलिस अधिकारी ने बताया-क्या असर
Sahara Investors News : सहारा समूह में आपने भी निवेश किया था, तो यह खबर आपके लिए ही है. प्रवर्तन निदेशालय ने समूह के पूर्व अधिकारियों के ठिकानों पर छापेमारी की है. इस खबर के आने के बाद से ही निवेशकों के मन में सवाल उठ रहे कि आखिर इसका उन पर क्या असर होगा.
हाइलाइट्स प्रवर्तन निदेशालय ने सहारा समूह के अधिकारियों पर छापे मारे थे. सरकार फिलहाल निवेशकों को 5000 करोड़ लौटा लौटा रही है. समूह में करीब पौने 3 करोड़ निवेशकों के पैसे फंसे हुए हैं.
नई दिल्ली. एक समय देश में समानांतर बैंकिंग सिस्टम चलाने वाले सहारा समूह के पतन के बाद से ही लाखों निवेशकों की निगाह सरकार की तरफ उठी हुई है. अपनी गाढ़ी कमाई वापस पाने की उम्मीद में यह निवेशक लगातार प्रदर्शन और डिमांड कर रहे हैं. मोदी सरकार भी इन निवेशकों की उम्मीदों को पूरा करने के लिए लगातार प्रयास कर रही है. अभी तक हजारों करोड़ रुपये सरकार ने जुटा भी लिए हैं. इसी बीच खबर आई है कि प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने सहारा समूह के बड़े अधिकारियों के ठिकानों और कार्यालयों पर छापे मारे. ऐसे में सवाल उठता है कि आखिर ईडी की छापेमारी से निवेशकों को क्या नफा-नुकसान होने वाला है.
इस बारे में जब न्यूज18 ने यूपी के पूर्व डीआईजी लक्ष्मी नारायण से बात की तो उन्होंने साफ कहा कि ईडी की इस कार्रवाई का सीधा फायदा निवेशकों को ही मिलेगा. उन्होंने बताया कि ईडी ने यह कार्रवाई सहारा समूह में पहले हुई अनियमितताओं और निवेशकों का पैसा हड़पने में शामिल रहे आरोपियों के खिलाफ हुई है. जाहिर है कि इसका मकसद निवेशकों के पैसों से जुड़ी जानकारियां निकालना और उनके हित में कदम उठाना है.
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जब्त पैसों का क्या करता है ईडी
पूर्व डीआईजी ने बताया कि अगर ईडी की छापेमारी में निवेशकों के पैसों के हेरफेर का पता चलता है और उससे रिकवरी की जाती है तो मामला समाप्त होने पर यह पैसा वापस सरकार के पास जमा करा दिया जाएगा. सरकार बाद में इन पैसों को वापस निवेशकों को लौटा देगी. जाहिर है कि इस पूरी प्रक्रिया में आखिरकार निवेशकों को ही फायदा मिलेगा, क्योंकि ईडी ने यह कदम गलत तरीके से दबाए गए निवेशकों के पैसों को लौटाने के लिए ही उठाया है.
कितने निवेशकों का फंसा है पैसा
आपको बता दें कि साल 2012 से ही सहारा के कामकाज पर रोक लगा दी गई है. इससे पहले करीब 20 साल तक देश के करीब 2.76 करोड़ छोटे निवेशकों ने अपना पैसा सहारा की बचत योजनाओं में निवेश किया था. एक अनुमान के मुताबिक, निवेशकों के करीब 80 हजार करोड़ रुपये सहारा समूह में जमा किए गए थे. सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद मोदी सरकार ने करीब 5,000 करोड़ रुपये वसूलकर उसे लौटाने का प्लान बनाया है.
कितना पैसा लौटाने का है प्लान
आपको पता ही है सरकार जैसे-जैसे निवेशकों के पैसों को वसूलेगी यह रकम वापस करती जाएगी. फिलहाल सरकार को 5 हजार करोड़ रुपये मिले हैं तो उसने पहले हर निवेशक को अधिकतम 10 हजार रुपये लौटाने की बात कही थी, जिसे बाद में बढ़ाकर 50 हजार कर दिया गया है. इस तरह देखा जाए तो अगर प्रति निवेशक न्यूनतम 10 हजार की रकम भी लौटाई जाती है तो भी सरकार को कम से कम 27 हजार करोड़ रुपये चाहिए होंगे. माना जा रहा है कि इसीलिए ईडी ने सहारा से जुड़े अधिकारियों पर शिकंजा कसा है, ताकि निवेशकों को लौटाने के लिए और रकम का इंतजाम किया जा सके.
सहारा के पास कितनी संपत्ति
आपको जानकर हैरानी होगी कि सहारा समूह के प्रमुख सुब्रत राय सहारा को पहली बार महज 10 हजार करोड़ रुपये का बकाया न चुकाने पर जेल भेज दिया गया था. यह रकम इसलिए कम आंकी जा रही, क्योंकि सहारा के मुताबिक उनके पास 2 लाख 59 हजार करोड़ की संपत्ति थी. इसके अलावा उनके पास 5 हजार कैंपस और देशभर में 30,970 एकड़ जमीन भी है. इतनी प्रॉपर्टी के बावजूद उन्हें सालों तक जेल में गुजारना पड़ा.
Tags: Business news, Mutual fund investors, Sahara IndiaFIRST PUBLISHED : October 17, 2024, 16:47 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed