परदेसी हो जाएगा अपना हल्दीराम! खरीदने में जुटी हैं 3 विदेशी कंपनियां
परदेसी हो जाएगा अपना हल्दीराम! खरीदने में जुटी हैं 3 विदेशी कंपनियां
Haldiram on Sales : देश में ऐसा कौन है जिसने हल्दीराम के प्रोडक्ट का स्वाद न चखा हो. देसी मसालों के स्वाद वाले प्रोडक्ट को अब विदेशी कंपनियां खरीदना चाहती हैं. दुनिया की 3 बड़ी कंपनियों ने इसके लिए संयुक्त रूप से बोली लगाई है.
हाइलाइट्स ब्लैकस्टोन ने बाकी दो कंपनियों के कंसोर्टियम के साथ बोली लगाई है. बोली में हल्दीराम का 76 फीसदी बिजनेस खरीदने का मन बनाया है. इसके लिए करीब 70 हजार करोड़ रुपये की बोली लगाई है.
नई दिल्ली. सुबह के नाश्ते, दोपहर की चाय और शाम के स्नैक्स में हल्दीराम के प्रोडक्ट हों तो स्वाद वैसे ही बढ़ जाता है. देश में शायद ही कोई ऐसा होगा जिसने हल्दीराम के प्रोडक्ट का स्वाद न चखा हो. लेकिन, ऐसा लगता है कि देसी स्वाद देने वाली यह कंपनी अब परदेसी हो जाएगी. अभी तक कई बार हल्दीराम के बिकने की अफवाह सामने आई है, लेकिन पहली बार ऑफिशियल रूप से 3 बड़ी विदेशी कंपनियों ने इसका पूरा कारोबार खरीदने की बोली लगाई है. हल्दीराम को खरीदने वाली कंपनियों में दुनिया की सबसे बड़ी इक्विटी निवेश कंपनी ब्लैकस्टोन (Blackstone), अबुधाबी इनवेस्टमेंट अथॉरिटी (ADIA) और गवर्नमेंट ऑफ सिंगापुर इनवेस्टमेाट कॉरपोरेशन शामिल हैं.
87 साल पुराने हल्दीराम स्नैक्स फूड प्राइवेट लिमिटेड देश की सबसे पुरानी स्नैक्स कंपनी है. इकनॉमिक टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, ब्लैकस्टोन ने बाकी दो कंपनियों के कंसोर्टियम के साथ मिलकर हल्दीराम का 76 फीसदी बिजनेस खरीदने का मन बनाया है. इसके लिए 8 से 8.5 अरब डॉलर (करीब 70 हजार करोड़ रुपये) की बोली लगाई है. अगर यह डील पूरी होती है तो यह अब तक का देश का सबसे बड़ा प्राइवेट इक्विटी करार होगा.
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पहली बार प्रोफेशनल को बनाया सीईओ
हल्दीराम ने अपने 87 साल के इतिहास में पहली बार किसी प्रोफेशनल को अपना सीईओ बनाया है. कंपनी ने पिछले साल मई में डाबर इंटरनेशनल के सीईओ रहे चूटानी को हल्दीराम का मुख्य कार्यकारी अधिकारी नियुक्त किया था. यह बोली हल्दीराम के दिल्ली और नागपुर ब्रांच के स्नैक्स और फूड बिजनेस को खरीदने के लिए लगाई गई है.
बिजनेस को अलग कर रही कंपनी
हल्दीराम को लेकर कोई भी डील तभी पूरी हो सकती है, जब उसके दिल्ली और नागपुर बिजनेस का विलय हो जाएगा. इसका प्लान भी नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल (NCLT) से अप्रूव्ड हो चुका है. माना जा रहा है कि अगले 3 से 4 महीने में यह विलय पूरा हो जाएगा. फिलहाल हल्दीराम फैमिली अपने बिजनेस को रीस्ट्रक्चर करने में जुटी है और पैकेज्ड फूड व रेस्तरां बिजनेस को अलग-अलग कंपनियों में तब्दील कर रही है. हल्दीराम फूड इंटरनेशनल प्राइवेट लिमिटेड (HFIPL) जिसे नागपुर शाखा लीड करती है और हल्दीराम स्नैक्स प्राइवेट लिमिटेड (HSPL) जिसे दिल्ली की फैमिली होल्ड करती है, दोनों का विलय कर हल्दीराम स्नैक्स फूड प्राइवेट लिमिटेड (HSFPL) बनाया गया है.
किसकी कितनी हिस्सेदारी
नई बनी कंपनी HSFPL में दिल्ली की फैमिली जिसे मनोहर अग्रवाल और मधु सूदन अग्रवाल शामिल हैं, इनकी 55 फीसदी हिस्सेदारी है. नागपुर का बिजनेस जिसे कमलकुमार शिवकिशन अग्रवाल चलाते हैं, उनकी हिस्सेदारी 45 फीसदी है. कंपनी का कारोबार 100 देशों में फैला है, जिसमें से यूके, यूएस और जापान में इसकी फ्रेंचाइजी भी है.
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कितना बड़ा कारोबार
हल्दीराम करीब 500 तरह के पैकेज्ड प्रोडक्ट बनाती है और 100 देशों में निर्यात करती है. बीते वित्तवर्ष 2023-24 में कंपनी का कुल कारोबार 14,500 करोड़ रुपये का हुआ था. साल 1937 में पहली बार बीकानेर के रहने वाले गंगा बिशन अग्रवाल ने हल्दीराम की नींव रखी थी.
Tags: Business ideas, Business news in hindi, Success Story, Successful business leadersFIRST PUBLISHED : May 14, 2024, 20:39 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed