रसोई में घुसी महंगाई अब महंगी होगी दाल फ्राई कितना बढ़ गया आपका खर्च

Food Inflation : महंगाई एक बार फिर आम आदमी की जेब काटने लगी है. दूध के दाम बढ़ने के बाद टोल भी 5 फीसदी महंगा हुआ और अब रसोई में इस्‍तेमाल होने वाली चीजों के दाम बढ़ गए हैं. खाने का तेल, आलू, प्‍याज और टमाटर जैसी जरूरी चीजें महंगी होने से पूरे महीने का बजट बिगड़ सकता है.

रसोई में घुसी महंगाई अब महंगी होगी दाल फ्राई कितना बढ़ गया आपका खर्च
हाइलाइट्स भारत अपनी कुल खपत का 60 फीसदी से ज्‍यादा तेल बाहर से मंगाता है. प्‍याज भी देश के खुदरा बाजार में तो 50 रुपये के आसपास बिक रहा है. जून से पहले 30-35 रुपये रहा टमाटर अब 50 से 60 के भाव पहुंच गया है. नई दिल्‍ली. महंगाई डायन एक बार फिर सुरसा की तरह मुंह फैलाने लगी है. पहले दूध महंगा हुआ, फिर टोल के दाम बढ़े और अब हमारी रसोई में भी घुस आई है. बीते एक महीने में रसोई से जुड़ी चीजों के दाम धड़ाधड़ बढ़ रहे हैं और आम आदमी की थाली महंगी होती जा रही है. खाने का तेल हो प्‍याज या टमाटर सभी की कीमतों में बड़ा उछाल दिख रहा है. सोयाबीन का तेल हो या सरसों का, सभी के दाम एक महीने के भीतर करीब 15 फीसदी बढ़ चुके हैं. इसकी वजह घरेलू भी है और विदेशी भी. यानी इस बार तेल की कीमतों पर दोतरफा मार पड़ रही है. तेल, प्‍याज और टमाटर महंगे होने से दाल फ्राई खाना, पूड़ी-पराठे बनाना या फिर सलाद खाना भी महंगा हो गया है. तेल की कीमतों में तो महीनेभर के भीतर 15 फीसदी का बड़ा उछाल आया है, जबकि प्‍याज और टमाटर 50 रुपये प्रति किलोग्राम के भाव को भी पार कर गया है. इतना ही नहीं आलू की कीमतों में भी तेजी दिख रही है, जो आम आदमी की सबसे बड़ी रोजमर्रा की जरूरत वाली चीजें हैं. ये भी पढ़ें – अमूल-मदर डेयरी ने महंगा कर दिया दूध, आप भी कमा सकते हैं लाखों का मुनाफा, बस करना होगा एक काम क्‍यों महंगा हो रहा तेल यह बात तो सभी को पता है कि भारत अपनी कुल खपत का 60 फीसदी से ज्‍यादा तेल बाहर से मंगाता है. अभी अर्जेंटीना और ब्राजील से सोयाबीन तेल की सप्‍लाई बाधित हो गई है, जिससे रिफाइन तेल महंगा हो रहा. इसी तरह, सरकार की ओर से अनाज खरीदने वाली एजेंसी नैफेड और हैफेड ने सरसों की बंपर खरीदारी की है, जबकि किसान भी अपनी फसल बाजार में बेचने के बजाए कीमतें और बढ़ने का इंतजार कर रहे हैं. दूसरी ओर, शादियों का सीजन होने से मांग लगातार बढ़ती जा रही है और सप्‍लाई कम होने से कीमतों में भी उछाल दिख रहा है. अर्जेंटीना में कामगारों का विरोध प्रदर्शन चल रहा तो ब्राजील में बाढ़ से सोयाबीन का उत्‍पादन प्रभावित हुआ है. प्‍याज-टमाटर-आलू आसमान की ओर रसोई में सबसे ज्‍यादा इस्‍तेमाल होने वाले प्‍याज, टमाटर और आलू जैसी सब्जियों के दाम लगातार आसमान की ओर जा रहे हैं. आलम ये है कि देश की सबसे बड़ी प्‍याज मंडी नासिक की लासलगांव मंडी में 17 मई को जहां प्‍याज की थोक कीमत 26 रुपये किलो थी, जो 30 रुपये किलो पहुंच गई है और खुदरा बाजार में तो 50 रुपये के आसपास बिक रहा है. टमाटर भी गुस्‍से में लाल हो रहा और जून से पहले 30-35 रुपये किलो बिक रहा टमाटर अब 50 से 60 रुपये के भाव पहुंच गया है. आलू भी ज्‍यादातर खुदरा बाजार में 30 रुपये प्रति किलो के ऊपर ही बिक रहा है, जबकि महानगरों में तो 50 तक का रेट जा रहा है. ट्रेडर्स का कहना है कि जुलाई से पहले सब्जियों की कीमतों में राहत की उम्‍मीद नहीं है. तेल पर क्‍यों होता है खेल तेल चाहे खाने का हो या वाहनों में इस्‍तेमाल करने वाला, भारत के लिए हमेशा सिरदर्द बना रहता है. इसकी बड़ी वजह हमारी आयात पर निर्भरता है. आपको जानकर हैरानी होगी कि देश में सालाना खाने के तेल की कुल खपत करीब 2.2 करोड़ टन है. इसमें से 1.5 करोड़ टन बाहर से मंगाना पड़ता है. जाहिर है कि विदेशी बाजार में कोई भी हलचल होने पर सीधा असर हमारे आयात बिल पर पड़ेगा, जो आखिर में हमारी थाली को ही महंगा करता है. देश के किसान भी सरसों बाजार में बेचने के बजाए कीमतें और बढ़ने का इंतजार कर रहे, जबकि सरसों का भाव एमएसपी के 5,650 रुपये प्रति क्विंटल से ऊपर जा चुका है. Tags: Business news, Edible oil price, Onion Price, Potato expensive, Tomato crosses Rs 80FIRST PUBLISHED : June 11, 2024, 11:30 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed