विवाह के बाद इस महीने में सात जन्मों के रिश्ते की डोर हो जाती है कमजोर!

काशी के ज्योतिषाचार्य पंडित संजय उपाध्याय ने बताया कि मुहूर्त मार्तंड में शादी के बाद नवविवाहिता के लिए कुछ महीनों को लेकर संहिता तय की गई है. इसके तहत हर तीन साल में पढ़ने वाले अधिमास महीने में नवविवाहित दंपति को अलग रहना चाहिए.

विवाह के बाद इस महीने में सात जन्मों के रिश्ते की डोर हो जाती है कमजोर!
अभिषेक जायसवाल/ वाराणसी: पति पत्नी का रिश्ता सात जन्मों का होता है.सात फेरों के बाद सात जन्मों का रिश्ता मजबूत डोर में हमेशा-हमेशा के लिए बंध जाता है. लेकिन सात जन्मों का ये मजबूत डोर कभी-कभी कमजोर पड़ जाती है. इसके पीछे वजह एक खास महीना हो सकता है. ज्योतिष शास्त्र के अंतर्गत आने वाले विवाह मुहूर्त से जुड़े मुहूर्त मार्तंड और मुहूर्त चिंतामणि में इसका उल्लेख है. काशी के ज्योतिषाचार्य पंडित संजय उपाध्याय ने बताया कि मुहूर्त मार्तंड में शादी के बाद नवविवाहिता के लिए कुछ महीनों को लेकर संहिता तय की गई है. इसके तहत हर तीन साल में पढ़ने वाले अधिमास महीने में नवविवाहित दंपति को अलग रहना चाहिए. यानी यदि शादी के पहले साल अधिमास पड़ जाए, तो उस समय में बहू को ससुराल में नहीं रहना चाहिए. बढ़ सकता है पति पत्नी के बीच अनबन नई नवेली बहू का अधिमास में ससुराल रहना उससे उसके पति के रिश्ते की डोर को कमजोर करता है. कभी कभी ये विवाद और अनबन इतना बढ़ जाता है कि रिश्ते को संभालना भी मुश्किल होता है. तो वहीं कभी ऐसा करना पति को क्षति पहुंचा सकता है. हो सकता है आर्थिक नुकसान पंडित संजय उपाध्याय ने बताया कि वैसे तो शादी के रिश्ते में बंध जाने के बाद बिना पत्नी के कोई भी धार्मिक अनुष्ठान पूरा नहीं होता. लेकिन शादी के पहले साल के भीतर यदि अधिमास या पुरषोत्तम मास पड़ जाए तो पत्नी को पति से दूर ही रहना चाहिए. इससे आर्थिक नुकसान की भी संभावना होती है और कभी कभी ये रिश्तों में अनबन भी पैदा कर देता है. Tags: Hindi news, Local18, Religion 18FIRST PUBLISHED : July 1, 2024, 16:04 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ेंDisclaimer: इस खबर में दी गई जानकारी, राशि-धर्म और शास्त्रों के आधार पर ज्योतिषाचार्य और आचार्यों से बात करके लिखी गई है. किसी भी घटना-दुर्घटना या लाभ-हानि महज संयोग है. ज्योतिषाचार्यों की जानकारी सर्वहित में है. बताई गई किसी भी बात का Local-18 व्यक्तिगत समर्थन नहीं करता है.
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