जुलाई में किसान करें इस अनाज की खेती कम लागत में बना देगी मालामाल सेहत
जुलाई में किसान करें इस अनाज की खेती कम लागत में बना देगी मालामाल सेहत
Kodo Cultivation: प्रमुख रूप से 8 अनाज जिसमें -बाजरा, रागी, कुटकी, संवा, ज्वार, कंगनी,चेना और कोदो को माना जाता है. कृषि सुरक्षा इकाई केंद्र पर मोटे अनाज की कई प्रजातियां उपलब्ध हैं, जिससे किसानों को निशुल्क रूप से दिया जा रहा है. किसान इस प्रजाति को तैयार कर अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं.
आदित्य कृष्ण /अमेठी: मोटे अनाज की खेती के फायदे से हम भले ही अनजान हो. लेकिन, इसके प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से कई फायदे हैं .यह कम लागत में तैयार होने वाली फसल आपको बड़ा मुनाफा देगी . सरकार भी मोटे अनाज को लेकर किसानों को प्रोत्साहित कर रही है. और उन्हें मोटे अनाज के लिए निशुल्क बीज उपलब्ध करा रही है.ताकि, वह मोटे अनाज की खेती कर प्रगतिशील किसान के तौर पर अपनी पहचान बना सकें. मिनट्स के कई फायदे हमारे जीवन में है. पहले मोटे अनाज का सेवन कर लोग अपने आप को स्वस्थ वर्धक बनाते थे. लेकिन, आज रासायनिक दवाओं का प्रयोग फसलों में कर न सिर्फ शरीर को नुकसान हो रहा है. बल्कि मोटे अनाज भी हमारे जीवन से गायब होता दिख रहा है. लेकिन, किसानों को अब मोटे अनाज से कई फायदे होंगे. इसके लिए उन्हें निशुल्क रूप से इसके फायदे बताने के साथ-साथ उनसे इसकी खेती भी कराई जा रही है.
जनपद के कृषि रक्षा इकाई केंद्र के साथ कृषि विज्ञान केंद्र पर मोटे अनाज के बीज उपलब्ध हैं. इसमें 13 प्रकार के अनाज को मोटे अनाज के रूप में माना जाता है. इनमें से प्रमुख रूप से 8 अनाज जिसमें -बाजरा, रागी, कुटकी, संवा, ज्वार, कंगनी,चेना और कोदो को माना जाता है. कृषि सुरक्षा इकाई केंद्र पर मोटे अनाज की कई प्रजातियां उपलब्ध हैं, जिससे किसानों को निशुल्क रूप से दिया जा रहा है. किसान इस प्रजाति को तैयार कर अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं.
नहीं होती अधिक पानी की जरूरत
कृषि रक्षा इकाई केंद्र के प्रभारी नरेंद्र कुमार तिवारी बताते हैं कि मिलेट्स की श्रेणी में आने वाला कोदो खरीफ के सीजन की मुख्य फसल है. जो पूरी तरह से बारिश पर आधारित होती है. बारिश आधारित इस फसल की बुवाई जुलाई के अंत महीने तक की जानी चाहिए. यह बेहद कम लागत में तैयार होने वाली फसल है. इससे किसानों को अच्छी आमदनी भी मिलती है. इतना ही नहीं, कोदो में अन्य अनाजों के मुकाबले पोषक तत्व भी ज्यादा पाए जाते हैं. उन्होंने कहा की कोदो की बुवाई के लिए कृषि विभाग द्वारा किसानों को मिनी सीड किट भी निशुल्क दी जाती है.
सेहत के लिए भी फायदेमंद
मोटा अनाज सेहत के लिए भी फायदेमंद होते हैं. शुगर के मरीज के साथ अन्य मरीजों के लिए मोटे अनाज काफी फायदेमंद होते हैं. इसमें पोषक तत्व प्रचुर मात्रा में पाए जाते हैं, जिससे लोगों को बीमारियों से निजात भी मिलती है. कृषि सुरक्षा इकाई केंद्र के प्रभारी नरेंद्र कुमार तिवारी ने बताया कि किसानों को मोटे अनाज की खेती करना है, तो वह यहां से बीज प्राप्त कर सकते हैं. इसके लिए किसानों को अपने पंजीकरण नंबर के साथ आधार कार्ड, फोटो, मोबाइल नंबर और खतौनी देना होगा. इसके बाद उन्हें बीज उपलब्ध कराया जाएगा.
Tags: Agriculture, Amethi Latest News, Farmer story, Local18FIRST PUBLISHED : July 16, 2024, 16:37 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed