महिलाओं के लिए बेहद फायदे की यह योजना लाभ उठाकर बन सकती हैं मालामाल

मुख्य पशुचिकित्साधिकारी श्री एमके कौशिक ने बताया कि मुर्गी पालन गतिविधियों के माध्यम से इस क्षेत्र में स्वरोजगार के अवसर पैदा होने की संभावना और भी अधिक हो जाती है. पशुपालन विभाग द्वारा बैकयार्ड पोल्ट्री योजना के अन्तर्गत प्रत्येक वर्ष 200 यूनिट बैकयार्ड पोल्ट्री की स्थापना की जाती है.

महिलाओं के लिए बेहद फायदे की यह योजना लाभ उठाकर बन सकती हैं मालामाल
अंजू प्रजापति/रामपुर: पशुपालन विभाग द्वारा पशुओं एवं पशुपालकों के विकास के क्षेत्र में विभिन्न नवीन योजनाएं संचालित की जा रही हैं, इनके तहत बैकयार्ड पोल्ट्री योजना जैसी कल्याणकारी योजना को गुणवत्तापूर्ण रूप से  संचालित किया जा रहा है. यह योजना इन गरीब परिवारों की आय बढ़ाने में महत्वपूर्ण योगदान देगी. इस सम्बन्ध में विस्तृत जानकारी देते हुए मुख्य पशुचिकित्साधिकारी श्री एमके कौशिक ने बताया कि मुर्गी पालन गतिविधियों के माध्यम से इस क्षेत्र में स्वरोजगार के अवसर पैदा होने की संभावना और भी अधिक हो जाती है. पशुपालन विभाग द्वारा बैकयार्ड पोल्ट्री योजना के अन्तर्गत प्रत्येक वर्ष 200 यूनिट बैकयार्ड पोल्ट्री की स्थापना की जाती है, जिसमें ग्राम प्रधान व क्षेत्रीय उपमुख्य पशुचिकित्साधिकारी/ पशुचिकित्साधिकारी की समिति द्वारा गांव की अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति की गरीब महिलाओं का चयन किया जाता है. एक लाभार्थी को 1 यूनिट (50 चूजे, दाना, छप्पर हेतु 425 रूपये) तथा निशुल्क प्रशिक्षण प्रदान किया जाता है. बैकयार्ड पोल्ट्री एक बड़े व्यवसाय के रूप में उभर चूका है. इसे गरीब महिलाएं अपने गांव में रह कर आराम से कर सकती हैं. बस उन्हें सही गाइड की आवश्यकता है. मुर्गी पालन काफी सफल व्यवसाय है. लेकिन कई बार लोग कम जानकारी की वजह से असफल हो जाते हैं. अधिक जानकारी के लिए पशुपालक अपने क्षेत्र के पशुचिकित्सालय में जाकर उपमुख्य पशु चिकित्साधिकारी या पशु चिकित्साधिकारी से सम्पर्क कर सकते हैं. Tags: Hindi news, Local18FIRST PUBLISHED : July 15, 2024, 15:38 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
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