SKI 30 का इस्तेमाल कवच का रेल यात्रियों की सुरक्षा को लेकर मोदी सरकार सजग
SKI 30 का इस्तेमाल कवच का रेल यात्रियों की सुरक्षा को लेकर मोदी सरकार सजग
Railway Passengers Safety: रेल हादसों को लेकर केंद्र सरकार लगातार कदम उटा रही है. इसी का नतीजा है कि सरकार ने अब ट्रैक के लिए हुक के स्थान पर एसकेआई 30 का इस्तेमाल करने का फैसला किया है. इसके साथ ही कवच स्कीम को भी अपग्रेड किया जा रहा है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार रेलवे का कायाकल्प करने की संकल्पना के साथ काम कर रही है. इसी कड़ी में रेलवे में स्वदेशी का विस्तार रेलवे स्टेशन का आधुनिकीकरण यात्री सुविधाओं का बिस्तर आदि को देखा जा सकता है. लेकिन इन सभी के साथ-साथ केंद्र सरकार रेलवे सुरक्षा अर्थात यात्री सुरक्षा को लेकर के भी लगातार काम कर रही है. पीएम नरेंद्र मोदी खुद कह चुके हैं कि यात्रियों की सुरक्षा उनकी प्राथमिकता में है.
रेल सुरक्षा को लेकर उठाए जा रहे हैं कदम
रेलमंत्री ने पिछले दिनों रेल सुरक्षा को लेकर कई कदम उठाए. रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव का कहना है कि नई तकनीक के तहत ट्रैक को स्लीपर से कसने के लिए हुक की जगह एसकेआई 30 का इस्तेमाल किया जाएगा. पायलट प्रोजेक्ट के रूप में 18 किमी. लंबे ट्रैक पर इसका सफल प्रयोग किया जा चुका है. उन्होंने बताया कि सेफ्टी के लिहाज से हुक के मुकाबले ये बहुत बेहतर है. इसमें माइनस 60 डिग्री से प्लस 60 डिग्री तक तापमान झेलने की क्षमता है. अब ट्रैकों पर एसकेआई 30 का ही इस्तेमाल किया जाएगा.
रेलवे ने ट्रेन हादसों को रोकने के लिए देश के दो और प्रमुख रूट पर कवच का अपग्रेड वर्जन 4.0 लगाने का फैसला किया है. नए वर्जन को रिसर्च डिजाइन एंड स्टैंडर्ड आर्गनाइजेशन (आरडीएसओ) ने हाल में अप्रूवल दे दिया है. इन दोनों रूटों के लिए टेंडर जल्द निकाला जाएगा. रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव के अनुसार अक्तूबर में कवच 4.0 लगाने का काम भी शुरू हो जाएगा.
भारतीय रेलवे के सबसे व्यस्त रूटों में से दिल्ली-मुंबई और दिल्ली-कोलकाता हैं. इन दोनों रूटों को कवच से लैस किया जा रहा है. अब कवच 4.0 आने के बाद मुंबई-चेन्नई व चेन्नई-कोलकाता रूट पर भी कवच लगाने का फैसला लिया गया है. इस तरह चारों रूटों को मिलाकर करीब 9 हजार किमी. लंबे ट्रैक को कचव से लैस कर दिया जाएगा. रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बताया कि हर साल करीब 4 हजार किमी. ट्रैक पर कवच लगाया जाएगा. इस तरह अगले तीन सालों में चारों रूटों को कचव से लैस कर दिया जाएगा. मौजूदा समय 1465 किमी. रेलवे ट्रैक कचव से लैस हो चुका है.
बीजेपी के युवा नेता मनोज यादव कहते हैं कि मोदी सरकार आधारभूत संरचना पर अत्यधिक ध्यान देती है और इसी कड़ी में भारतीय रेल के विकास को भी देखा जाना चाहिए. इसके साथ ही साथ है मनोज यादव का कहना है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में रेल आधारभूत रचना के विकास के साथ-साथ यात्री सुरक्षा और यात्री सुविधा को भी काफी बढ़ावा दिया जा रहा है. मनोज यादव का दावा है कि पिछले 10 साल में रेलवे की तस्वीर बदल गई है और अब यह सुरक्षित और सुविधाजनक परिवहन का माध्यम है.
Tags: Indian Railways, Narendra modi, Train accidentFIRST PUBLISHED : August 12, 2024, 18:11 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed