रायबरेली में कहां रहती हैं प्रियंका कौन सा ठिकाना गांधी फैमिली के लिए अहम

Priyanka Gandhi News : नामांकन से पहले गांधी परिवार के ये सदस्‍य यहीं हवन पूजन कर नामांकन के लिए निकलते हैं. इंदिरा गांधी के समय में इसे ही केंद्रीय कार्यालय भी कहा जाता था, हालांकि अब कांग्रेस दफ्तर में एक हिस्‍सा सांसद के कार्यालय के तौर पर चलता है, जहां सांसद के प्रति‍निधि बैठते हैं और क्षेत्र के लोगों का जरूरी काम करवाते हैं.

रायबरेली में कहां रहती हैं प्रियंका कौन सा ठिकाना गांधी फैमिली के लिए अहम
हाइलाइट्स यह आवास 2012 में बनाया गया था. सोनिया गांधी, प्रियंका गांधी और राहुल गांधी भी यहीं रुकते हैं. यह एक मंजिला भवन है, जिसमें एक हॉल और कुछ कमरे हैं. इस आवास के परिसर में दो ढाई हजार लोगों के जमा होने की जगह है. रायबरेली : लोकसभा चुनाव 2024 के रण में प्रियंका गांधी मजबूती से अमेठी और रायबरेली में मौजूद हैं… वह यहां ज्‍यादा से ज्‍यादा जनसभाएं कर रही हैं, लोगों से मिल रही हैं. भाई राहुल को जिताने के लिए प्रियंका वोटरों तक पहुंचने, अपनी बात कहने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ रही हैं. क्षेत्र में राहुल गांधी से ज्‍यादा प्रियंका गांधी लोगों से मिल रही हैं. यहां सुबह से ही उनकी दैनिक गतिविधियां शुरू हो जाती हैं. लोग, कार्यकर्ता उनसे मिलने आते हैं. रणनीति तैयार होती है. प्रियंका राह चलते भी लोगों से मिलती हैं और उनसे इस मिजाज़ से मिलती हैं, जैसे मुलाकाती उनका बरसों से जानने वाला हो. वह खेत में काम करती महिलाओं को देख वहां रुक जाती हैं और दोपहर के वक्‍त खाना भी उनके साथ खा लेती हैं. रायबरेली में प्रियंका व गांधी परिवार के सदस्‍य सांसद भवन में ठहरते हैं, लेकिन गुरु जी का आवास गांधी परिवार के लिए यहां सबसे अहमियत रखता है. आइये जानते हैं विस्‍तार से इस बारे में… रायबरेली में चुनाव प्रचार के दौरान प्रियंका गांधी कहां रुकती हैं? प्रियंका गांधी रायबरेली में भुएमऊ गांव स्थित सांसद आवास में रुकती हैं. यह आवास 2012 में बनाया गया था. सोनिया गांधी और राहुल गांधी भी यहीं रुकते हैं. AICC ने इस जमीन को खरीदा था. यह आवास कैसा है? यह एक मंजिला भवन है, जिसमें एक हॉल और कुछ कमरे हैं. भवन में कोई सचिवालय जैसा नहीं है और एसपीजी सुरक्षा के कारण यह उनकी सख्‍त निगरानी/कब्जे में ही रहता है. इसमें केयरटेकर के साथ ही दूसरे जरूरी कर्मचारी, रसोइया रहते हैं. जब गांधी परिवार के सदस्‍य यहां आते हैं, गाड़ियां तभी यहां आती हैं. प्रियंका गांधी चुनाव प्रचार के दौरान क्या करती हैं? सुबह वह अपनी टीम के साथ बैठक करती हैं और चुनावी अभियान शुरू करती हैं. दिन में वह चुनावी नुक्कड़ सभा करती हैं और देर रात तक पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ बैठकें करती हैं. चुनाव प्रचार के दौरान प्रियंका गांधी दोपहर का भोजन रास्ते में ही किसी सुनसान जगह पर गाड़ी में या फिर खेतों में महिलाओं के साथ करती हैं. गहलोत बनाम पायलट, गांधी परिवार से किसकी है ज्यादा करीबी, देखें सियासत की नई तस्वीर, क्या है मायने? क्या इस आवास में सुरक्षा के कड़े इंतजाम हैं? हां, इस आवास में सुरक्षा के कड़े इंतजाम हैं. यह एसपीजी सुरक्षा के अधीन है और प्रियंका गांधी और सोनिया गांधी के कमरे भी सुरक्षा दायरे में हैं. इस आवास में कितने लोग जमा हो सकते हैं? इस आवास के परिसर में दो ढाई हजार लोगों के जमा होने की जगह है. यहां सुबह से ही कांग्रेस कार्यकर्ताओं की भारी भीड़ लग जाती है. कैंपस पांच से एकड़ के बीच में है. तो ‘गुरु जी आवास’ गांधी परिवार के लिए क्यों महत्वपूर्ण है? लोकसभा चुनाव नामांकन की शुरुआत गांधी परिवार के केंद्रीय कार्यालय से होती है. गुरु जी का आवास ही कभी केंद्रीय कार्यालय कहा जाता था. गया प्रसाद शुक्‍ल उर्फ गुरु जी ने सत्‍य नगर स्थित अपने आवास से इंदिरा गांधी के नामांकन के लिए हवन पूजन की शुरुआत कराई थी, तब से अब तक सोनिया और राहुल गांधी भी इस परंपरा का निर्वाह कर रहे हैं. नामांकन से पहले गांधी परिवार के ये सदस्‍य यहीं हवन पूजन कर नामांकन के लिए निकलते हैं. इंदिरा गांधी के समय में इसे ही केंद्रीय कार्यालय भी कहा जाता था, हालांकि अब कांग्रेस दफ्तर में एक हिस्‍सा सांसद के कार्यालय के तौर पर चलता है, जहां सांसद के प्रति‍निधि बैठते हैं और क्षेत्र के लोगों का जरूरी काम करवाते हैं. रहने के लिए भुएमऊ गांव में पांच छह एकड़ में जमीन खरीदकर एआईसीसी ने सांसद आवास बनवा लिया, फ‍िर भी नामांकन से पहले राहुल से परंपरा का निर्वाह करते हुए गुरू जी के आवास में जीत के लिए देवताएं की आराधना और हवन किया. इंदिरा गांधी से जुड़े होने के कारण इस आवास का ऐतिहासिक महत्व हो गया है. दरअसल, गया प्रसाद शुक्‍ल उर्फ गुरू जी कांग्रेस से जिला पंचायत के सदस्‍य थे और इंदिरा गांधी के समय से ही क्षेत्र के लोगों और इंदिरा के बीच कड़ी का काम किया करते थे. शुक्‍ल उस समय इंदिरा गांधी के सहयेागी रहे यशपाल कपूर के साथ मिलकर काम किया करते थे. क्षेत्र में गया प्रसाद शुक्‍ल को लोग गुरू जी के नाम से जानते थे, उन्‍हें गुरु जी कहा जाता था. Tags: Congress, Loksabha Election 2024, Loksabha Elections, Priyanka gandhi, Rae BareliFIRST PUBLISHED : May 16, 2024, 11:19 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
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