कैसे करें असली और नकली जन्म प्रमाण पत्र की पहचान VDO ने बताया तरीका

रायबरेली जिले की सलोन तहसील में अवैध रूप से भारतीय नागरिकता प्राप्त करने के लिए 19 हजार से ज्यादा फर्जी जन्म प्रमाणपत्र जारी कर दिए गए.सूत्रों के अनुसार पीएफआई के अलावा कई एनजीओ के भी इस फर्जीवाड़े में संलिप्त होने की आशंका जताई जा रही है.

कैसे करें असली और नकली जन्म प्रमाण पत्र की पहचान VDO ने बताया तरीका
रायबरेली. यूपी के रायबरेली जिले की सलोन तहसील में अवैध रूप से भारतीय नागरिकता प्राप्त करने के लिए 19 हजार से ज्यादा फर्जी जन्म प्रमाणपत्र जारी कर दिए गए. मामला सामने आने के बाद अब इसकी जांच ATS को सौंपी गई है. ATS फर्जी जन्म प्रमाणपत्र मामले में पीएफआई की भूमिका की जांच करेगी. बताया जा रहा है कि फर्जी तरीके से अन्य प्रांतों के लोगों का जन्म प्रमाणपत्र बनाया गया. इसके बदले करोड़ों रुपए का लेनदेन हुआ. सूत्रों के अनुसार पीएफआई के अलावा कई एनजीओ के भी इस फर्जीवाड़े में संलिप्त होने की आशंका जताई जा रही है. बेहद शातिराना तरीके से फर्जी प्रमाण पत्र बनवाने के बाद घुसपैठियों को दूसरे राज्यों में भेज दिया जाता था. फर्जी जन्म प्रमाण पत्र का मामला सामने आने के बाद लोगों के मन में तरह-तरह की सवाल उठने शुरू हो गए हैं कि कहीं उनके बच्चे का जन्म प्रमाण पत्र भी तो फर्जी नहीं है. तो आइए जानते हैं कि जन्म प्रमाण के असली होने की जानकारी कैसे कर सकते हैं? ऐसे बनेगा जन्म प्रमाण पत्र दरअसल रायबरेली जिले के शिवगढ़ विकासखंड के सहायक विकास अधिकारी पंचायती राज मोहित सिंह बताते हैं कि अगर आप भी अपने बच्चों का जन्म प्रमाण पत्र बनवाना चाहते हैं तो आपको अपने पंचायत के पंचायत सचिव कार्यालय में सूचित कर दें. उसके बाद अपने जरूरी दस्तावेज पंचायत सचिव को उपलब्ध करा दें. जिससे आपका जन्म प्रमाण पत्र आसानी से बन जाएगा. इन दस्तावेजों की होगी जरूरत मोहित सिंह बताते हैं कि जन्म प्रमाण पत्र बनवाने के लिए बच्चों के माता-पिता का आधार कार्ड, अस्पताल द्वारा जारी जन्म प्रपत्र , बच्चे का टीका कार्ड ,बच्चे का नाम,बच्चे का जन्म स्थान, जन्म तिथि आदि की जानकारी आदि की जानकारी लेकर पंचायत सचिव कार्यालय में बच्चे के जन्म के 21 दिन के अंदर आवेदन करना होता है. कैसे करें असली नकली की पहचान? मोहित सिंह बताते हैं कि जन्म प्रमाण पत्र के असली होने का पता लगाने के लिए पंचायत सचिव द्वारा जारी किए गए जन्म प्रमाण पत्र पर बाएं की तरफ प्रमाण पत्र जारी करने की तिथि एवं एक QR कोड होता है. उसे मोबाइल फोन के स्कैनर द्वारा स्कैन करके उसके असली होने की जानकारी प्राप्त कर सकते हैं. QR कोड स्कैन करने पर आपका पूरा डाटा आपको दिखाई दे जाएगा. जिससे आपको आसानी से अपने बच्चे के जन्म प्रमाण पत्र के असली या फर्जी होने की जानकारी हो जायेगी. कौन कब जारी करता है जन्म प्रमाण पत्र? मोहित सिंह बताते हैं कि बच्चों के जन्म के 21 दिन के अंदर पर पंचायत सचिव प्रमाण पत्र जारी करता है. उसके बाद 21 से 30 दिन के बाद एडीओ पंचायत जारी करता है. 1 माह के बाद जिला पंचायत राज अधिकारी जारी करेगा. अगर 1 वर्ष के बाद जन्म प्रमाण पत्र बनवाते हैं तो फिर यह जन्म प्रमाण पत्र उप जिला अधिकारी द्वारा जारी किया जाएगा. या फिर बच्चे का जन्म सरकारी अस्पताल में हुआ है तो जन्म प्रमाण पत्र सरकारी अस्पताल द्वारा जारी किया जाएगा. Tags: Local18, Rae Bareli News, Uttar Pradesh News HindiFIRST PUBLISHED : July 26, 2024, 20:23 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed