ट्विन टावर गिराने से पहले तैनात होंगी NDRF फायर और Police की टुकड़ीं जानें प्लान
ट्विन टावर गिराने से पहले तैनात होंगी NDRF फायर और Police की टुकड़ीं जानें प्लान
सुपरटेक के अवैध ट्विन टावर (Supertech Twin Tower) को गिराने में लगी कंपनी एडिफिस आसपास बने सभी टावर की वीडियोग्राफी कराई है. ट्विन टावर के मलबे और धूल से बचाने के लिए टावर से एकदम सटकर बने सात टावर्स को ढका जा रहा है. वीडियोग्राफी (Videography) कराने के पीछे एक मकसद यह भी है कि अगर विस्फोट (Explosion) से किसी टावर को कोई नुकसान होता है तो वो वीडियो में साफ दिखाई दे जाएगी कि विस्फोट से पहले बिल्डिंग कैसी थी.
नोएडा. सुपरटेक के अवैध ट्विन टावर (Supertech Twin Tower) को गिराने में अब सिर्फ 26 दिन ही बचे हैं. 2 अगस्त से टावर में एक्सप्लोसिव (Explosive) लगाने का काम शुरू हो जाएगा. लेकिन 21 अगस्त को टावर गिराने से दो दिन पहले एनडीआरएफ (NDRF) की टीम गाजियाबाद (Ghaziabad) से आकर यहा अपना मोर्चा संभाल लेगी. इसके साथ ही गौतम बुद्ध नगर (Gautam Budh Nagar) पुलिस और फायर डिपार्टमेंट के करीब 500 जवान टावर के आसपास तैनात किए जाएंगे. टावर गिराने वाली कंपनी ने वाइब्रेशन प्रेडिक्शन रिपोर्ट नोएडा अथॉरिटी (Noida Authority) को सौंप दी है. गौरतलब रहे 21 अगस्त की दोपहर 2.30 बजे 100 मीटर ऊंचे सियान और एपेक्स टावर को गिरा जाएगा.
प्लास्टिक शीट से ढके जाएंगे फूल-पौधे
सुपरटेक के अवैध ट्विन टावर गिराने के दौरान काफी धूल उड़ेगी. इससे पर्यावरण को भी नुकसान हो सकता है. हालांकि टावर तोड़ने का काम कर रही कंपनी एडिफिस और नोएडा अथॉरिटी इसके हर जरूरी कदम उठा रही है. टावर गिरने के बाद उठने वाली धूल से निपटने के लिए एक प्लान बनाया गया है. प्लान के तहत आसपास के फूल-पौधों को प्लास्टिक की शीट्स से ढका जाएगा.
मौके पर तैनात फायर ब्रिगेड की टीम धूल पर पानी की बौछार करेंगी. वहीं सियान और एपेक्स टावर के पास एमराल्ड और एटीएस बिल्डिंग को कोई नुकसान न पहुंचे इसके लिए भी हर जरूरी कदम उठाए जा रहे हैं. ऐसे ही किसी हालात से निपटने के लिए एनडीआरएफ की टीम तैनात की जा रही हैं.
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विस्फोट का कंपन बनेगा मुआवजे का आधार
नोएडा अथॉरिटी से जुड़े जानकारों की मानें तो ट्विन टावर से सटकर बने टावर्स को मुआवजे की कैटेगिरी में रखा गया है. यह दायरा बीमा करने वाली कंपनी के मानकों के हिसाब से तय किया गया है. कंपनी अपने मानकों के हिसाब से आईआईटी चैन्नई की एक टीम के विस्फोट वाले दिन मौके पर मौजूद रखेगी. आखिरी विस्फोट होने पर आईआईटी की यह टीम कंपन को मापेगी. कंपन का मापन ही तय करेगा कि किसी भी फ्लैट में हुआ नुकसान विस्फोट की वजह से हुआ है या किसी ओर वजह से. सूत्रों की मानें तो टाटा एआईजी लाइफ इंश्योरेंस कंपनी से 102 करोड़ रुपये का बीमा कराया गया है.
बिल्डिंग गिराने के लिए ऐसे लगाया जाता है विस्फोटक
गिराई जाने वाली बिल्डिंग के हिसाब से ही उसमे विस्फोटक भरे जाते हैं. 2 अगस्त से टावर में एक्सप्लोसिव भरने का काम शुरू हो जाएगा. कॉलम और बीम को वी शेप में काटा गया है. अब उसके अंदर विस्फोटक की छड़ रखी जाएंगी. विस्फोटक ग्राउंड फ्लोर से लेकर 1 और 2 फ्लोर तक लगातार रखा जाएगा. लेकिन उसके बाद 4-4 फ्लोर का गैप देकर जैसे दूसरे के बाद 6 पर और 6 क बाद 10, 14, 18 और 22वें फ्लोर तक रखा जाएगा. सूत्रों की मानें तो इसके लिए पूरी बिल्डिंग में करीब 7 हजार छेद किए जाएंगे.
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Tags: Explosion, NDRF, Noida Authority, Supertech twin towerFIRST PUBLISHED : July 25, 2022, 10:02 IST