अब 21 अगस्त को नहीं गिरेगा सुपरटेक का ट्विन टावर! यह है वजह

ऐसी आशंका जताई जा रही है कि अब टावर में विस्फोटक (Explosive) लगाने का काम चार से पांच दिन तक लेट हो सकता है. जिसके चलते सुपरटेक के ट्विन टावर (Supertech Twin Tower) को गिराने की तारीख भी आगे बढ़ सकती है. यह तारीख 22 और 28 अगस्त के बीच की ही कोई तारीख होगी. लेकिन तारीख का फैसला 6 अगस्त को नोएडा अथॉरिटी (Noida Authority) में होने वाली बैठक में लिया जाएगा. अभी तक आगरा से एक्सप्लोसिव कंट्रोलर की रिपोर्ट नागपुर हैड ऑफिस नहीं पहुंची है. इसी के चलते नोएडा पुलिस (Noida Police) एनओसी जारी नहीं कर रही है.

अब 21 अगस्त को नहीं गिरेगा सुपरटेक का ट्विन टावर! यह है वजह
नोएडा. सुपरटेक के ट्विन टावर (Supertech Twin Tower) एपेक्स और सियान का 21 अगस्त को गिराया जाना मुश्किल दिख रहा है. अभी तक टावर में विस्फोटक (Explosive) लगाने का काम शुरू नहीं हो पाया है. नोएडा पुलिस (Noida Police) की एनओसी के साथ ही सेंट्रल बिल्डिंग रिसर्च इंस्टीट्यूट (CBRI) का भी पेंच फंसता हुआ नजर आ रहा है. सीबीआरआई का आरोप है कि बिल्डर और एडिफिस कंपनी उसके सवालों पर रिपोर्ट नहीं दे रही है. चर्चा है कि इसे लेकर 6 अगस्त को नोएडा अथॉरिटी में एक बैठक हो सकती है. बैठक की रिपोर्ट 12 अगस्त को सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) में देनी होगी. सीबीआरआई ने यह आरोप लगाए हैं बिल्डर पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई के दौरान सीबीआरआई ने बिल्डर और एडिफिस इंजीनियरिंग कंपनी पर कुछ आरोप लगाए थे. सीबीआरआई का कहना था कि उनकी ओर से उठाए गए सवालों के जवाब की रिपोर्ट नहीं दी जा रही है. उठाए गए सवालों में सुरक्षा के साथ ही आसपास के टावरों की सुरक्षा, मानक, कंपन रिपोर्ट और टावरों की मजबूती के बारे में पूछा गया है. इसके साथ ही यह आरोप भी लगाया है कि तय एग्रीमेंट के मुताबिक बिल्डर फीस के तौर पर उन्हें 70 लाख रुपये भी नहीं दे रहा है. 6 अगस्त को होने वाली बैठक में यह मुद्दा भी उठेगा. खास बात यह है कि जब तक सीबीआरआई को रिपोर्ट नहीं मिलेगी वो तक तब विस्फोटक लगाने की एनओसी नहीं देगी. नोएडा पुलिस से इसलिए नहीं मिली एनओसी जानकारों की मानें तो रीजनल एक्सप्लोसिव कंट्रोलर का दफ्तर आगरा में है. ट्वीन टावर के मामले में रीजनल ऑफिस आगरा से एक रिपोर्ट चीफ एक्सप्लोसिव कंट्रोलर, नागपुर को जानी थी. लेकिन यह रिपोर्ट वक्त से नहीं पहुंची है. ऐसी चर्चा है कि सोमवार की देर रात तक आगरा से यह रिपोर्ट नागपुर भेज दी गई है. ऐसे में अब नोएडा पुलिस से एनओसी मिलने का मामला दो-तीन तक लटकता हुआ नजर आ रहा है. Delhi-Noida के सिग्नल फ्री जोन में रोड़ा बने पेड़, रुक गया 5 चौराहे का काम  नोएडा पुलिस से एनओसी मिलते ही ट्विन टावर में बारुद लगाने का काम शुरू हो जाएगा. इस दौरान टावर में सिर्फ कंपनी के इंजीनियर और जेट डिमोलिशन के एक्सपर्ट को ही जाने की अनुमति होगी. नोएडा पुलिस ने सोमवार की शाम से ही दोनों टावर को अपनी निगरानी में ले लिया है. अब 24 घंटे नोएडा पुलिस की निगाह टावर पर रहेगी. बारुद लगाने के दौरान भी सीसीटीवी से पूरे परिसर में निगाह रखी जाएगी. सीसीटीवी लगाने का काम भी चल रहा है. इसके लिए अलग से कंट्रोल रूम बनाया गया है. टावर गिराने के लिए ऐसे लगाया जाएगा विस्फोटक टावर गिराने के लिए बिल्डिंग के कॉलम और बीम में विस्फोटक भरे जाते हैं. कॉलम और बीम को वी शेप में काटा जाता है. फिर उसके अंदर विस्फोटक की छड़ रख दी जाती है. विस्फोटक ग्राउंड फ्लोर से लेकर 1 और 2 फ्लोर तक तो लगातार विस्फोटक रखा जाता है. लेकिन उसके बाद 4-4 फ्लोर का गैप देकर जैसे दूसरे के बाद 6 पर और 6 क बाद 10, 14, 18 और 22वें जानकारों की मानें तो किसी भी हाईराइज बिल्डिंग को गिराने के लिए उसके कॉलम और बीम में फ्लोर पर विस्फोटक भरा जाएगा. सूत्रों की मानें तो इसके लिए पूरी बिल्डिंग में करीब 7 हजार छेद किए जाएंगे. ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें up24x7news.com हिंदी | आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट up24x7news.com हिंदी | Tags: Noida Authority, Noida Police, Supertech twin tower, Supreme CourtFIRST PUBLISHED : August 03, 2022, 07:41 IST