मथुरा: शिक्षा विभाग ने नहीं सुनी तो तबेले में लगने लगी 6 से 8वीं तक की क्‍लास जानें पूरा मामला

कैबिनेट मंत्री और छाता विधानसभा क्षेत्र से विधायक चौधरी लक्ष्मी नारायण के विधानसभा क्षेत्र के एक गांव में बच्चे गाय भैंसों के बीच पढ़ने को मजबूर हैं। स्कूल की खस्ता हालत होने के चलते यहां छात्र-छात्राएं गंदगी के बीच बैठने को मजबूर हैं। स्कूल में पढ़ाने वाले शिक्षको?

मथुरा: शिक्षा विभाग ने नहीं सुनी तो तबेले में लगने लगी 6 से 8वीं तक की क्‍लास जानें पूरा मामला
रिपोर्ट: चंदन सैनी मथुरा. यूपी के मथुरा के छाता विधानसभा क्षेत्र में गाय और बछड़े के बीच बैठकर बच्‍चे शिक्षा हासिल कर रहे हैं. दरअसल पूर्व माध्यमिक विद्यालय अजनोठी की इमारत जर्जर हो चुकी है. वहीं, कई बार की शिकायत के बाद भी शिक्षा विभाग ने कोई कदम नहीं उठाया है. इस वजह से नौनिहाल तबेला बने विद्यालय की जमीन पर चटाई बिछाकर पढ़ने को मजबूर हैं. हैरानी की बात है कि यह विद्यालय यूपी के कैबिनेट मंत्री चौधरी लक्ष्मी नारायण के छाता विधानसभा में आता है. स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों से जब NEWS 18 LOCAL की टीम ने बात की तो उन्होंने बताया कि 30 दिनों से ज्यादा दिन से हम इसी तरह से पढ़ रहे हैं. उनका कहना है कि जिस स्कूल में हम पढ़ते हैं, उस स्कूल की बिल्डिंग पूरी तरह से जर्जर हो चुकी है और वह कभी भी गिर सकती है. ऐसे में गायों और बछड़ों के बीच पढ़ना हमारी मजबूरी है. अगर हम पढ़ेंगे नहीं तो आगे कैसे बढ़ेंगे? बच्चे दहशत में हैं और अभिभावक परेशान जब इस संबंध में स्थानीय लोगों से बात की गई तो उन्होंने बताया कि यह स्कूल तालाब के पास बना हुआ है, जिसकी बिल्डिंग अब पूरी तरह से जर्जर हो चुकी है जो कभी भी एक बड़े हादसे का शिकार हो सकती है. इसकी तरफ किसी का कोई ध्यान नहीं है, इसलिए अब इस स्कूल में बच्चों को भेजने से भी डर लगता है. यह विद्यालय यूपी के कैबिनेट मंत्री चौधरी लक्ष्मी नारायण के छाता विधानसभा में आता है. कभी इनकी भी सुनो श्रीमान स्कूल के प्रधानाध्यापक योगेंद्र पाल सिंह ने बताया कि स्कूल में 37 बच्चे पढ़ते हैं. इस स्कूल का निर्माण 2005 में कराया गया था जिसके बाद आज तक कोई मेंटेनेंस बिल्डिंग के ऊपर नहीं कराया गया है. साथ ही उन्होंने बताया कि बिल्डिंग की जर्जर हालत को देखते हुए हमने 25 जून को गांव के रहने वाले रामदत्त पंडित के यहां बच्चों को लाकर शिफ्ट कर दिया. यहां नीम के पेड़ के नीचे बच्चे शिक्षा ग्रहण करते हैं. प्रधानाध्यापक का कहना है कि इस बारे में कई बार अधिकारियों को लिखित में अवगत कराने के बाद भी कोई सुनने को तैयार नहीं है. नीम के पेड़ के नीचे 6, 7 और 8 कक्षाएं चलती हैं. ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें up24x7news.com हिंदी | आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट up24x7news.com हिंदी | Tags: Government School, Mathura newsFIRST PUBLISHED : July 21, 2022, 14:03 IST