बुंदेलखंड महाविद्यालय: दो केंद्रीय मंत्री सांसद और कई विधायक रहे हैं एलुमनी जानिए शानदार इतिहास

Bundelkhand College: झांसी के बुंदेलखंड महाविद्यालय की स्‍थापना आजादी के दो साल बाद 1949 में हुई थी. बुंदेलखंड जैसे पिछड़े क्षेत्र में शिक्षा का प्रचार प्रसार करने की जिम्मेदारी इस महाविद्यालय के कंधों पर थी. वहीं, इस महाविद्यालय से कई नेता, इंजीनियर, ब्यूरोक्रेट और खिलाड़ी देश और प्रदेश को दिए हैं.

बुंदेलखंड महाविद्यालय: दो केंद्रीय मंत्री सांसद और कई विधायक रहे हैं एलुमनी जानिए शानदार इतिहास
रिपोर्ट- शाश्वत सिंह झांसी. साल 1949 में देश को आजाद हुए 2 साल हो चुके थे. तत्कालीन सरकार द्वारा शिक्षा के विकास पर लगातार काम किया जा रहा था. बुंदेलखंड जैसे पिछड़े क्षेत्र में शिक्षा का प्रचार प्रसार करने की जिम्मेदारी बुंदेलखंड महाविद्यालय के कंधों पर थी. इस महाविद्यालय की स्थापना 12 जुलाई 1949 को हुई थी. झांसी समेत बुंदेलखंड के सातों जिलों का यह एकमात्र महाविद्यालय था. इस वर्ष यह महाविद्यालय अपना 74वां स्थापना दिवस मना रहा है. 73 वर्षों की अपनी यात्रा में इस महाविद्यालय ने देश को कई इंजीनियर, ब्यूरोक्रेट और खिलाड़ी दिए हैं. इसके साथ ही इस महाविद्यालय ने कई राजनेता भी देश और प्रदेश को दिए हैं. बुंदेलखंड महाविद्यालय से पढ़ाई करने वाले सबसे बड़े राजनेताओं में से एक हैं मौजूदा केंद्र सरकार में सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योगों के राज्य मंत्री भानु प्रताप सिंह वर्मा. उन्‍होंने इस कॉलेज से एमए और एलएलबी की थी. उनकी छात्र राजनीति की शुरुआत भी इसी महाविद्यालय से हुई थी. इसके अलावा इस महाविद्यालय ने एक और केंद्रीय मंत्री देश को दिया. यूपीए सरकार में कृषि राज्य मंत्री रहे प्रदीप जैन आदित्य भी बुंदेलखंड महाविद्यालय से पढ़े हैं. उन्होंने यहां से एमए, एमकॉम और एलएलबी की डिग्री हासिल की है. वर्तमान सांसद और विधायक ने महाविद्यालय से ग्रहण की शिक्षा झांसी-ललितपुर संसदीय क्षेत्र से मौजूदा सांसद और बैद्यनाथ ग्रुप के चेयरमैन अनुराग शर्मा ने भी बुंदेलखंड महाविद्यालय से अपनी शिक्षा ग्रहण की है. उन्होंने यहां से एमकॉम किया है. जबकि झांसी शहर सीट से तीन बार से लगातार विधायक बनने वाले रवि शर्मा भी बुंदेलखंड महाविद्यालय के छात्र रहे हैं. उन्होंने यहां से 1988 में बीकॉम और 1991 में एलएलबी की थी. रवि शर्मा ने अपनी राजनीतिक करियर की शुरुआत भी बुंदेलखंड महाविद्यालय के छात्र संघ चुनावों से की थी. जबकि महोबा के विधायक राकेश गोस्वामी ने भी इसी महाविद्यालय से पढ़ाई की है. पूर्व राज्यसभा सांसद ने यहीं से सीखे राजनीति के गुर सपा सरकार में मिनी मुख्यमंत्री के तौर पर चर्चित चंद्रपाल सिंह यादव ने भी राजनीति के गुर बुंदेलखंड महाविद्यालय से ही सीखे हैं. उन्होंने यहां से 1977 में बीएससी, 1979 में एमएससी, 1980 में बीएड और 1983 में एलएलबी की डिग्री हासिल की थी. वह छात्र संघ के चुनाव में हिस्सा लेते रहे और अपनी अलग पहचान हासिल की. गरौठा विधानसभा से दो बार के विधायक रहे दीप नारायण सिंह यादव ने भी अपनी राजनीति की शुरुआत इसी बुंदेलखंड महाविद्यालय से की थी. वह छात्र संघ के चुनाव में लगातार सक्रिय रहे और बुंदेलखंड महाविद्यालय छात्र संघ के अध्यक्ष भी रह चुके हैं. उन्होंने 1990 में इस महाविद्यालय से ग्रेजुएशन की थी. बुंदेलखंड का हर बड़ा नेता रहा है महाविद्यालय का छात्र बुंदेलखंड महाविद्यालय के प्रिंसिपल डॉ एस.के राय ने कहा कि बुंदेलखंड महाविद्यालय का इतिहास बहुत गौरवशाली रहा है. इस महाविद्यालय में कई बड़ी हस्तियों ने शिक्षा ग्रहण की है. देश के कई ब्यूरोक्रेट्स से लेकर राजनेता यहीं से पढ़े हैं. यह महाविद्यालय के लिए गौरव की बात है कि झांसी के मौजूदा सांसद, विधायक के साथ ही वर्तमान केंद्र सरकार में राज्यमंत्री भी यही के विद्यार्थी रहे हैं. कई आपराधिक घटनाओं का भी गवाह रहा है महाविद्यालय एक तरफ जहां कई राजनेताओं ने इस महाविद्यालय से शिक्षा ग्रहण की, तो वहीं दूसरी ओर कई आपराधिक घटनाएं भी महाविद्यालय के प्रांगण में होती रही हैं. छात्र संघ चुनाव के दौरान लड़ाई और गोली चलना यहां आम बात हुआ करती थी. महाविद्यालय के पूर्व छात्र और वरिष्ठ पत्रकार महेश पटेरिया ने बताया कि बुंदेलखंड क्षेत्र का एकमात्र महाविद्यालय होने के कारण लोगों की इसमें दिलचस्पी रहती थी. इस कारण छात्र संघ चुनाव में कई बार गोलियां चल जाती थी. एक बार तो एक पक्ष द्वारा हथगोला भी चलाया गया था. हथगोला फेंकने वाले जावेद अली फहीम का पूरा हाथ फट गया था. पटेरिया ने बताया कि यह सब कुछ 1985 से पहले हुआ करता था. उसके बाद से महाविद्यालय में कोई गंभीर आपराधिक गतिविधि नहीं हुई. इसके पीछे सबसे बड़ा कारण छात्र संघ चुनाव पर लगाई गई रोक है. राजनेताओं पर भी हैं आपराधिक मामले महाविद्यालय से पढ़कर निकले राजनेताओं का भी कई आपराधिक मामलों में नाम सामने आता रहे हैं. यूपी विधानसभा चुनाव 2022 में प्रत्याशियों द्वारा दी गई एफिडेविट के अनुसार दीप नारायण सिंह यादव 4 क्रिमिनल केस में आरोपी हैं. इनमें से तीन मामलों में धाराएं तय कर ली गई हैं. रवि शर्मा पर भी दो अपराधिक मामले दर्ज हैं. एक मामले में कोर्ट द्वारा धाराएं तय कर ली गई हैं. पूर्व राजसभा सांसद चंद्रपाल सिंह यादव पर एक मामला दर्ज है. वरिष्ठ पत्रकार राम सेवक अरजरिया ने बताया कि समय के साथ महाविद्यालय में काफी बदलाव हुए हैं. अब यहां शिक्षा पर अधिक जोर दिया जाता है. छात्र संघ चुनाव ना होने के कारण राजनीतिक गतिविधियां भी कम हैं और अपराध में भी कमी आई है. ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें up24x7news.com हिंदी | आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट up24x7news.com हिंदी | Tags: Bundelkhand history, Jhansi news, UP politicsFIRST PUBLISHED : July 12, 2022, 18:01 IST