राम गंगा बैराज: 11 साल में 332 से 2100 करोड़ हुई लागत तीन सरकार बदलीं फिर भी पूरा नहीं हुआ काम
राम गंगा बैराज: 11 साल में 332 से 2100 करोड़ हुई लागत तीन सरकार बदलीं फिर भी पूरा नहीं हुआ काम
Ram Ganga Barrage Bareilly: रामगंगा बैराज परियोजना 11 साल पहले शुरू हुई थी. इसमें बरेली और बदायूं जिले की चार परियोजना को शामिल किया गया था. इसकी शुरुआत लागत 332 करोड़ रुपए आंकी गई थी, जोकि अब बढ़कर 2100.15 करोड़ हो गई है.
रिपोर्ट: अंश कुमार माथुर
Ram Ganga Dam Bareilly: उत्तर प्रदेश के बरेली में राम गंगा बैराज परियोजना 11 साल पहले शुरू हुई थी. उस वक्त सरकारी आंकड़ों के अनुसार, इस प्रोजेक्ट पर मूल लागत लगभग 332 करोड़ रुपए आंकी गई थी, लेकिन धीरे-धीरे विकास का पहिया चलता चला गया और अब यह लागत बढ़कर 2100.15 करोड़ हो गई है. अब तक इस परियोजना को पूरा नहीं किया जा सका है और सूबे में अब तक 3 सरकार अपना कार्यकाल पूरा करके जा चुकी हैं. फिलहाल में बात की जाए तो आने वाले समय में भी ये परियोजना पूरी होती नहीं दिख रही है. बजट बढ़ने की मुख्य वजह जो सामने आ रही है वह यह है कि जब इस परियोजना की शुरुआत हुई थी, तब भूमि अधिग्रहण पर मुआवजा उनकी सरकारी कीमत पर दिया जाता था, लेकिन भाजपा सरकार ने अधिग्रहण मुआवजा को 4 गुना देने का प्रावधान किया है. इसके चलते बजट अनुमानित आंकड़ों से बढ़कर कई गुना हो चुका है और अभी भी कुछ किसानों का मुआवजा देना बाकी है. इसके चलते एक बार फिर बजट पुनरीक्षित करने की रिपोर्ट 2019 में शासन को भेजी गई है, ताकि राम गंगा बैराज परियोजना को पूरा किया जा सके.
बरेली के बाढ़ खंड, बदायूं सिंचाई निर्माण खंड और बरेली के सिंचाई निर्माण खंड के संयुक्त प्रयासों के बाद वर्ष 2011 में राम गंगा बैराज योजना को प्रारंभ किया गया था. उस वक्त उत्तर प्रदेश में बहुजन समाजवादी पार्टी सत्ता पर काबिज थी. तत्कालीन मुख्यमंत्री सुश्री मायावती के द्वारा इस पर मुहर लगी थी.
2018 के बाद से काम पड़ा है बंद
उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा राम गंगा बैराज को बरेली क्षेत्र में पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने के दावों से एक नई चर्चा बरेली क्षेत्र में शुरू हो गई. यहां के व्यापारियों ने पर्यटन के दृष्टिकोण से व्यापार के नए विकल्प तलाशना शुरू कर दिए. वर्ष 2015 के बाद बजट को पुनरीक्षित कर 630 करोड़ रुपए कर दिया गया, ताकि राम गंगा बैराज परियोजना का काम पूरा हो सके. हालांकि धनराशि से 617 मीटर लंबा बैराज बनाया जाना था. एक बार फिर बजट कम पड़ने से दिसंबर 2018 के बाद से काम बंद पड़ा है.
सीएम योगी ने अधिकारियों से मांगी रिपोर्ट
भाजपा सरकार में काम पूरा करने के प्रयास शुरू हुए, लेकिन जिन किसानों की भूमि अधिग्रहण में आई थी, उनकी लागत बढ़कर कई गुना अधिक हो गई. इस वजह से राम गंगा बैराज को पूरा करने के लिए 2019 में फिर से पुनरीक्षित बजट की मांग की गई.अब इसका बजट बढ़कर 2100.15 करोड़ रुपए हो गया है. फिलहाल बात की जाए तो बैराज के लिए अधिग्रहित 1033 हेक्टेयर भूमि में 479 किलोमीटर लंबी नहर बनाई जाएगी, जिसमें मुख्य नहर करीब 15.6 किलोमीटर होगी. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राम गंगा बैराज के अधिकारियों से रिपोर्ट मांगी है. अब देखना यह होगा की काम कब तक पूरा होगा.
राम गंगा बैराज से 95 हजार किसान होंगे लाभान्वित
बरेली बाढ़ खंड के अधिशासी अभियंता राजेंद्र कुमार ने न्यूज़ 18 लोकल को बताया कि बरेली की 7 हजार हेक्टेयर और बदायू में 30 हजार हेक्टेयर भूमि के सिंचाई एंव क्षेत्र में बाढ़ के खतरे को कम करने के लिए राम गंगा बैराज परियोजना को प्रारंभ किया गया है. इसके पूरा होने से 95 हजार किसानों को सीधा लाभ मिलेगा. बजट की कमी के चलते फिलहाल काम बंद पड़ा है.
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Tags: Bareilly news, CM Yogi Adityanath, Mayawati, UP newsFIRST PUBLISHED : October 20, 2022, 09:34 IST