आप भी पा सकते हैं इस महिला जैसी नौकरी जो पुतिन-मोदी के बीच बोलती है हिन्‍दी

पीएम नरेंद्र मोदी और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की मीटिंग काफी चर्चा में है. इन सबके बीच ब्‍लैक डेस में बैठी एक महिला की चर्चा भी जोरों पर है. लोग यह जानना चाहते हैं कि आखिर यह महिला कौन है और इसके जैसा बनना हो तो क्‍या करना होगा?

आप भी पा सकते हैं इस महिला जैसी नौकरी जो पुतिन-मोदी के बीच बोलती है हिन्‍दी
पीएम नरेंद्र मोदी इन दिनों रूस के दौरे पर हैं. रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और पीएम मोदी की बातचीत का एक वीडियो काफी वायरल हो रहा है. इस वीडियो की खास बात यह है कि जहां एक ओर पुतिन अपनी भाषा में बात कर रहे हैं, वहीं पीएम मोदी भी अपनी राष्ट्रभाषा हिंदी में बातचीत कर रहे हैं. लेकिन इन दोनों के बीच ब्लैक ड्रेस में एक महिला भी बैठी नजर आ रही है जो ट्रांसलेटर या इंटरप्रेटर का काम कर रही है. जैसे ही पुतिन पीएम मोदी से अपनी भाषा में कुछ कहते हैं, वह महिला तुरंत उसे हिंदी में पीएम मोदी को बताने लगती है. ऐसे में बहुत सारे युवाओं के मन में यह सवाल उठ रहा है कि आखिर इस महिला जैसी नौकरी पाने के लिए क्या करना होगा और इस तरह का ट्रांसलेटर बनकर कितनी कमाई की जा सकती है. आगे नौकरी के कौन-कौन से विकल्प हो सकते हैं? बनना होगा ट्रांसलेटर/ इंटरप्रेटर दरअसल, पीएम नरेंद्र मोदी और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के बीच ब्लैक ड्रेस में बातचीत करने वाली महिला ट्रांसलेटर है. तमाम युवा दूसरी लैंग्वेज सीखकर ट्रांसलेटर के तौर पर करियर बनाते हैं. ये एक तरह के प्रशिक्षित प्रोफेशनल होते हैं जो एक भाषा को दूसरी भाषा में तुरंत ट्रांसलेट या कन्वर्ट करते हैं. खास बात यह है कि इस दौरान यह ध्यान रखना होता है कि वह बात जिस रूप में कही जा रही है ठीक उसी रूप में उसे आगे तक समझाई जाए. बता दें कि ग्लोबलाइजेशन के दौर में आए दिन ट्रांसलेटर की मांग बढ़ती जा रही है. ऐसे में इस फील्ड में शानदार करियर बनाया जा सकता है. आप फुल-टाइम इंटरप्रेटर या ट्रांसलेटर बनकर अपना भविष्य बना सकते हैं. 12वीं बाद बन सकते हैं ट्रांसलेटर/इंटरप्रेटर अगर आप ट्रांसलेटर बनना चाहते हैं तो इसके लिए आपका 12वीं पास होना जरूरी है. 12वीं में 55% अंकों के साथ पास होने वाले उम्मीदवार अलग-अलग भाषाओं के ग्रेजुएशन कोर्सेज में एडमिशन ले सकते हैं. देश के कई संस्थानों में जर्मन ऑनर्स, जैपेनीज ऑनर्स, फ्रेंच ऑनर्स, रशियन, इंग्लिश, स्पेनिश, बंगाली या हिंदी आदि भाषाओं में बीए कराया जाता है. इसी तरह कई संस्थान एमए इन लिंग्विस्टिक्स, फ्रेंच ऑनर्स, रशियन ऑनर्स, जर्मन ऑनर्स, इटालियन ऑनर्स में मास्टर डिग्री भी कराते हैं. इसके अलावा लैंग्वेज प्रोफिशियेंसी टेस्ट जैसे टॉफेल, आईईएलटीएस आदि की परीक्षाएं भी पास करके इसमें करियर बनाया जा सकता है. कहां से कर सकते हैं कोर्स दिल्ली विश्वविद्यालय, नई दिल्ली जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय, नई दिल्ली बनारस हिंदू विश्वविद्यालय, वाराणसी पुणे विश्वविद्यालय, पुणे रवीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय, कोलकाता हैदराबाद विश्वविद्यालय, हैदराबाद एम्बेसी ऑफ जापान, नई दिल्ली कहां कहां मिल सकती हैं नौकरियां लैंग्वेज ट्रांसलेटर/इंटरप्रेटर का कोर्स करने के बाद आपके लिए कई करियर ऑप्शन हो सकते हैं. ट्रांसलेटर्स/इंटरप्रेटर्स की डिमांड भारत सरकार के विदेश मंत्रालय, अंतरराष्ट्रीय बैंकों, अंतरराष्ट्रीय संगठनों, रिसर्च सेंटर्स, पब्लिशिंग हाउस, दूतावास, अदालत और एयरलाइंस में होती है. इसके अलावा, तमाम विदेशी कंपनियों में भी इसकी नौकरियां निकलती रहती हैं. विदेशी भाषाओं की जानकारी रखने वाला पर्यटन के क्षेत्र में भी अपना करियर बना सकता है. दूसरे देशों से आने वाले पर्यटकों को देश-दुनिया के बारे में बताकर अच्छी कमाई कर सकते हैं. कितनी होती है कमाई भारत में लैंग्वेज ट्रांसलेटर/इंटरप्रेटर का सालाना पैकेज लाखों में होता है. वहीं, कई वेबसाइट्स पर दी गई जानकारी के मुताबिक, अमेरिका आदि देशों में लैंग्वेज ट्रांसलेटर/इंटरप्रेटर को 50 हजार डॉलर तक की सैलरी मिलती है. इसी तरह, रूस की बात करें तो यहां भी औसतन सैलरी एक लाख रुपए तक मिलती है. Tags: Government jobs, Govt Jobs, Jobs, Jobs newsFIRST PUBLISHED : July 9, 2024, 16:57 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed