धान की खेत में 30 दिन बाद डाल दें ये दवाखत्म हो जाएंगी कीड़ों की 2 पीढ़ियां

पादप सुरक्षा रोग की एक्सपर्ट डॉ. नूतन वर्मा ने बताया कि तना छेदक धान के पौधे की गोभ में छेद कर उसको खाने लगता है. जिसके बाद गोभ सूखने लगती है. धीरे-धीरे यह दूसरी गोभ को भी चपेट में लेकर पूरे पौधे को नष्ट कर देता है.

धान की खेत में 30 दिन बाद डाल दें ये दवाखत्म हो जाएंगी कीड़ों की 2 पीढ़ियां
शाहजहांपुर: खरीफ की फसल धान की रोपाई हो रही है. इन दिनों तना छेदक और पत्ता लपेट धान की फसल को चपेट में ले रहे हैं. इन कीटों का नियंत्रण करना किसानों के लिए एक बड़ी चुनौती है. समय पर इन रोगों की रोकथाम ना की जाए तो किसानों की फसल को नुकसान हो सकता है. कृषि विज्ञान केंद्र नियामतपुर में तैनात पादप सुरक्षा रोग की एक्सपर्ट डॉ. नूतन वर्मा ने बताया कि तना छेदक धान के पौधे की गोभ में छेद कर उसको खाने लगता है. जिसके बाद गोभ सूखने लगती है. धीरे-धीरे यह दूसरी गोभ को भी चपेट में लेकर पूरे पौधे को नष्ट कर देता है. वहीं पत्ता लपेट कीट पत्ते को अपनी लार से चिपका कर ट्यूब की तरह बना देती है. यह कीट पत्ते के क्लोरोफिल को खा लेती है. पत्ती में सफेद धारियां बनने लगती हैं, जिसके बाद पत्ती सूख जाती है. एक दवा नष्ट से हो जाएंगी दो पीढ़ी डॉ. नूतन वर्मा ने बताया कि इन दोनों कीटों की रोकथाम के लिए किसान कारटॉप हाइड्रोक्लोराइड 4 जी नाम के कीटनाशक का इस्तेमाल कर सकते हैं. एक एकड़ के लिए 8 किलो कारटॉप हाइड्रोक्लोराइड 4 जी को बालू में मिलाकर खेत में बिखेर दें. किसान ध्यान रखें कि इस दवा का इस्तेमाल रोपाई के 30 दिनों तक जरूर करें. ऐसा करने से तना छेदक और पत्ता लपेट कीट की पहली और दूसरी पीढ़ी पर नियंत्रण किया जा सकता है. दोबारा कीट आने पर क्या करें? डॉ. नूतन वर्मा ने बताया कि अगर फिर भी पत्ता लपेट की आ जाए तो कारटॉप हाइड्रोक्लोराइड 50 एसपी नाम की दवा का छिड़काव कर सकते हैं. किसान 500 ml दवा 400 लीटर पानी में घोल बनाकर एक हेक्टेयर फसल में छिड़काव कर दें. जिससे पत्ता लपेट और तना छेदक कीट नष्ट हो जाएंगे. Tags: Agriculture, Local18, Shahjahanpur News, Uttar Pradesh News HindiFIRST PUBLISHED : July 17, 2024, 15:46 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed