उत्तराखंड से छोड़ा गया लाखों लाखों क्यूसेक पानीपीलीभीत में बाढ़ का कहर

पीलीभीत में बीते दिनों लगातार हुई बारिश और शारदा और देवहा नदियों में छोड़े गए लाखों क्यूसेक पानी ने पीलीभीत शहर समेत दोनों नदियों के किनारे बसे इलाकों में बाढ़ जैसे हालात पैदा कर दिए हैं.

उत्तराखंड से छोड़ा गया लाखों लाखों क्यूसेक पानीपीलीभीत में बाढ़ का कहर
पीलीभीत. उत्तर प्रदेश के पीलीभीत जिले को प्रकृति ने भरपूर संसाधनों से नवाजा है. वहीं पूरे जिले की सबसे 2 प्रमुख नदियां हैं शारदा व देवहा नदी. ऐसे में इन नदियों को पीलीभीत के लिए प्राणदायिनी माना जाता है. लेकिन बारिश के कारण बीते 2 दिनों से ये दोनों ही नदियां उफान पर हैं और सैकड़ों गांव में रहने वाली आबादी के लिए आफत का सबब बन गई हैं. शारदा नदी के किनारे बसे तमाम गांव में तो हालात काफी बदतर हो गए ऐसे में बाढ़ पीड़ितों को हेलीकॉप्टर की मदद से रेस्क्यू किया गया है. तमाम मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार उत्तर प्रदेश में इस साल अभी तक हुई बारिश सामान्य से 37% अधिक है. ऐसे में अलग-अलग शहरों से जलभराव व बाढ़ के हालात की खबरें सामने आ रही हैं. वहीं अगर बात पीलीभीत की करें तो बीते दिनों लगातार हुई बारिश और शारदा और देवहा नदियों में छोड़े गए लाखों क्यूसेक पानी ने पीलीभीत शहर समेत दोनों नदियों के किनारे बसे इलाकों में बाढ़ जैसे हालात पैदा कर दिए हैं. छोड़ा गया लाखों क्यूसेक पानी पीलीभीत की पुरानी आबादी देवहा नदी के किनारे ही बसी हुई है. वहीं यह इलाके शहर के अन्य जगहों की अपेक्षा कुछ नीचें भी हैं. ऐसे में देवहा नदी का जलस्तर बढ़ने पर शहर के यह इलाके जलमनग्न हो जाते हैं. वहीं हाल ही में 48 घंटे हुई बारिश के चलते इन इलाकों में पहले ही जलभराव से जूझ रहे थे. इसी बीच पहाड़ों पर भी लगातार बारिश के बाद उत्तराखंड स्थित नानक सागर डैम से देवहा नदी में लगातार लाखों क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है. यह बाढ़ का पानी अब लगातार शहर के निचले इलाकों में घुसता जा रहा है. शहर के भूरे खान, बेलों चौराहा, शेरों वाली मठिया, ऑफ़िसर्स कॉलोनी, केजीएन कॉलोनी समेत दर्जनों इलाकों में बाढ़ का पानी लोगों के घरों में घुस गया है. नहीं हुआ सालों से कोई ठोस समाधान लगभग प्रत्येक वर्ष शारदा नदी का जल स्तर बढ़ने पर ट्रांस शारदा क्षेत्र के कई गांवों में बाढ़ भयावह रूप ले लेती है. हालात बिगड़ने के बाद तो संजीदगी दिखाई जाती है लेकिन यहां के हालात स्थायी रूप से सुधारने के लिए कोई भी ठोस क़दम अभी तक नहीं उठाया गया. लगातार हुई बारिश के बाद शारदा नदी का जलस्तर बढ़ने के साथ ही साथ ट्रांस शारदा इलाके के चंदिया हज़ारा, शास्त्री नगर, राहुल नगर समेत तमाम गांवों में बाढ़ विकराल रूप लेने लगी. कई इलाकों में तो लोग इस कदर बाढ़ में फंसे हैं कि उन्हें प्रशासन की पहल पर हेलिकॉप्टर की मदद से एयरलिफ़्ट कर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है. फिलहाल नियंत्रण में है बाढ़ की स्थिति पूरे मामले पर अधिक जानकारी देते हुए पीलीभीत के जिलाधिकारी संजय कुमार ने बताया कि बाढ़ पर लगातार निगरानी की जा रही है. स्थिति फिलहाल नियंत्रण में है. बाढ़ में फंसे लोगों को रेस्क्यू करने का काम भी किया जा रहा है. वहीं बाढ़ पीड़ितों को राहत सामग्री भी उपलब्ध कराई जा रही है. Tags: Local18, Pilibhit news, Uttar Pradesh News HindiFIRST PUBLISHED : July 9, 2024, 19:30 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
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