Exclusive: एंटी-टेरर-रेड के बाद पीएफआई के निशाने पर थे बीजेपी-आरएसएस के नेता और NIA
Exclusive: एंटी-टेरर-रेड के बाद पीएफआई के निशाने पर थे बीजेपी-आरएसएस के नेता और NIA
Popular Front of India: पीएफआई अपने नेताओं की गिरफ्तारी से इतना भड़क गया है कि उसने देश में खूनी जंग की योजना बना ली थी. सूत्रों के मुताबिक, पीएफआई ने समाज में नफरत फैलाने के लिए भयावह योजना बनाई थी. उसने बीजेपी और आरएसएस के साथ-साथ पुलिस अधिकारियों और एनआईए के अधिकारियों को निशाने पर ले लिया था.
हाइलाइट्सपीएफआई को लेकर चौंकाने वाला खुरासाबीजेपी, आरएसएस, एनआईए थे निशाने परनेताओं की गिरफ्तारी के खिलाफ खूनी जंग की योजना
नई दिल्ली. पॉपुरल फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) को लेकर चौंकाने वाला खुलासा हुआ है. देशभर में संगठन पर पड़े छापों के बाद अब उसके निशाने पर सरकार एजेंसियां, बीजेपी और राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ (आरएसएस) के नेता हैं. खुफिया सूत्रों के मुताबिक, पीएफआई देश में सामाजिक समरसता और शांति भंग करने की न केवल गंभीर, बल्कि भयावह योजना बना रहा था. up24x7news.com के हाथ लगे दस्तावेजों के अनुसार पीएफआई अपने वरिष्ठ नेताओं ई. अबूबकर, ईएम अब्दुर रहीमान और कलीम कोया को तिहाड़ जेल भेजने से भड़के हुए हैं.
पीएफआई के कार्यकर्ताओं ने इसका बदला लेने के लिए सरकार के खिलाफ खूनी जंग की योजना बनाई है. इसके लिए पीएफआई के लोगों ने ‘बायाथी’ को नियुक्त करने का फैसला किया है. अरबी भाषा में बायाथी का मतलब है ‘मौत के एजेंट.’ इसके अलावा पीएफआई ‘फिदायीन’ लड़ाकों को भी नियुक्त कर रहा है. ये अपने प्रमुख के प्रति निष्ठा दिखाने के लिए ‘या तो मारो या मारे जाओ’ के सिद्धांत पर चलते हैं.
हाथ लगी ये जानकारी
सूत्रों के मुताबिक, बायाथी को कहा गया है कि वह राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसी (NIA), प्रवर्तन निदेशालय (ED), पुलिस और सरकारी अधिकारियों को निशाना बनाएं. इनके अलावा उन्हें हिंदू संगठनों के प्रमुख नेताओं को भी शिकार बनाने के लिए कहा गया है. ताकि, माहौल सांप्रदायिक तनाव से भर जाए और लोगों में आपस में नफरत पैदा हो. दस्तावज के मुताबिक, ये हमलावर हमले के लिए ऐसी रणनीति अपनाने वाले थे, जिसमें किसी को कुछ पता ही न चले. उनके प्रमुख को छोड़कर और किसी को पता नहीं चलता कि हमला किस पर किया गया और निशाना कौन था.
नेताओं की बढ़ाई गई सुरक्षा
सूत्रों के मुताबिक, पीएफआई ने बीजेपी और आरएसएस के कुछ नेताओं को निशाना बनाने की योजना बना ली थी. इन नेताओं की सुरक्षा बढ़ा दी गई है और इनसे सुरक्षा मानकों का पालन करने के लिए कहा गया है. गौरतलब है कि up24x7news.com ने पहले ही बताया था कि पीएफआई आरएसएस के कई नेताओं को निशाना बनाना चाहता है और उसने संघ की शाखाओं का पता भी लगाया था. बता दें, पीएफआई पर पहले भी यह आरोप लग चुका है कि उसने बीजेपी और आरएसएस के कई नेताओं की हत्याएं कराई है, खासकर केरल में. लेकिन, यह संगठन इन आरोपों को खारिज करता है.
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Tags: New Delhi news, PFI, Terrorism In IndiaFIRST PUBLISHED : September 26, 2022, 16:49 IST