सब्जी-धान जाएंगे भूल इस फूल की खेती करेगी तंगी दूर कम लागत-मेहनत में होगा
सब्जी-धान जाएंगे भूल इस फूल की खेती करेगी तंगी दूर कम लागत-मेहनत में होगा
Rose Farming Profit: सब्जी-धान के अलावा भी किसानों के पास खेती करने के कई सारे विकल्प हैं. जैसे फूल. आइए जानते हैं कैसे किसान फूलों की खेती से अच्छा मुनाफा कमा रहे हैं.
सत्यम कटियार/फर्रुखाबाद: आज किसान परंपरागत कार्य को छोड़कर फूलों का भी व्यापार कर रहे हैं. ऐसे समय पर कम लागत में प्रति महीने हजारों रुपए की कमाई हो रही है. फतेहगढ़ के नंदन सैनी पिछले 25 वर्षों से फूलों की बिक्री करते आ रहे हैं. ऐसे समय पर वह थोड़ी सी ही पूंजी लगाकर हजारों रुपए की कमाई कर रहे हैं.
खूब है मार्केट में मांग
इन दिनों शादियों के सीजन में फूलों की इतनी डिमांड है कि खेती से खूब बिक्री होती है. शादियों में जयमाला स्टेज, दूल्हे की गाड़ी और दुल्हन के लिए फूलों की चादर तैयार करते हैं. फूलों के गुलदस्ते, माला का अलग-अलग काम के लिए इस्तेमाल होता है. यही कारण है कि गुलाब की फसल ने उनके जीवन में बहार ला दी है.
गुलाब की खेती से होती है तगड़ी कमाई
नंदन सैनी ने बताया कि वह खेत से ही दूसरे फूलों को खरीद लाते हैं. वहीं, गुलाब की फसल इससे उन्हें कम लागत में ही हो जाती है. हजारों रुपए का लाभ होता है. उन्होंने 3 बीघा में ही गुलाब की खेती शुरू की है. इसके बावजूद भी इस समय पर वह अच्छी खासी कमाई करते नजर आ रहे हैं. आमतौर पर इसमें खाद और दवा नाम मात्र की ही पड़ती है. तो दूसरी ओर फूलों की अत्यधिक बिक्री भी इनके पास हो जाती है. यही कारण है कि महीने में 50 से 60 हजार रुपए का इन्हें लाभ हो जाता है.
कम लागत में होती है बंपर कमाई
गुलाब की खेती 10000 रुपए प्रति 1 बीघा की लागत से तैयार होती है. इस फसल से 200 रुपए प्रति किलो गुलाब की बिक्री होती है. वहीं, इन दिनों में 15 से 20 किलो गुलाब तैयार हो जाता है. आज के समय में डिमांड इतनी है कि गुलाब की फसल तैयार होते ही खेत से ही बिक्री हो जाती है .
खरीदार खेत से ही लेते हैं खरीद
खरीदार मार्केट में फूलों को बेचने के लिए सीधा खेत में आकर ही खरीदारी कर लेते हैं. इस वजह से भी शादी जैसे सीजन में फूलों की खेती करने से किसानों को खूब फायदा होता है.
Tags: Agriculture, Local18FIRST PUBLISHED : September 2, 2024, 13:25 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed