Opinion: हर घर तिरंगा अभियान की अपार सफलता पीएम की बढ़ती लोकप्रियता का एक और सशक्त प्रमाण है
Opinion: हर घर तिरंगा अभियान की अपार सफलता पीएम की बढ़ती लोकप्रियता का एक और सशक्त प्रमाण है
OPINION: हिन्दुस्तान के लोगों के लिए पीएम मोदी का नाम विश्वसनीयता का प्रतीक बन चुका है. जब भी प्रधानमंत्री मोदी देशवासियों से कोई आह्वान करते हैं तो पूरे देश की जनता उन्हें सिर आंखों पर बैठा लेती है.
पीएम मोदी ने देशवासियों से कहा ‘आज़ादी के अमृत महोत्सव में हर घर में तिरंगा फहराना है’ और उनकी इस अपील पर देशवासी ऐसे दीवाने हुए कि 15 अगस्त को अंतरिक्ष से भारत की तस्वीर ली जाती तो पूरा देश तिरंगामय नजर आता.
प्रधानमंत्री नरेंद्र दामोदर दास मोदी पर देश के लोग ऐसा भरोसा करते हैं कि उनकी अपील को देशवासी अपने घर का काम समझकर कामयाब बनाने में जुट जाते हैं, और जब जनता किसी कार्यक्रम को सफल बनाने में जुट जाए तो उसकी सफलता की 100 परसेंट गारंटी तय मानिए.
मोदी ने कहा आइए हम हर घर तिरंगा आंदोलन को मजबूत करें. 13 से 15 अगस्त के बीच अपने-अपने घरों में सार्वजनिक स्थलों पर तिरंगा फहराएं. बस 11 अगस्त से ही पूरे देश में घर घर तिरंगे नजर आने लगे.
हिन्दुस्तान के लोगों के लिए पीएम मोदी का नाम विश्वसनीयता का प्रतीक बन चुका है. जब भी प्रधानमंत्री मोदी देशवासियों से कोई आह्वान करते हैं तो पूरे देश की जनता उन्हें सिर आंखों पर बैठा लेती है.
‘हर घर तिरंगा’ अभियान के असर की व्यापकता देखिए कि देश भर में हर गली, हर मोहल्ला, हर चौराहा देशभक्ति के रंग में रंग गया. इतना ही नहीं ऑटो, टैक्सी हो या निजी कार…चारों तरफ तिरंगा ही लहरा रहा था. गांव से लेकर शहरों में तिरंगा यात्राएं निकाली गईं. बच्चे, युवा और बुजुर्ग सभी तिरंगा यात्राओं का हिस्सा बन गए. फिल्म स्टार्स से लेकर कॉरपोरेट जगत तक दफ़्तरों से लेकर स्कूलों में सभी तिरंगा हाथ में थामे नजर आए. देशभक्ति गीतों की धुनों पर आज़ादी का अमृत महोत्सव मनाया गया. स्वतंत्रता दिवस को लेकर देशवासियों का जोश और जज़्बा देखते ही बनता था. 15 अगस्त के जश्न को लेकर इतनी दीवानगी शायद ही पहले कभी देखी गई हो.
ये पहला मौक़ा नहीं है जब पीएम मोदी ने देशवासियों से कोई अपील की हो और देश की जनता ने उसे अपना आंदोलन ना बना लिया हो. 8 नवंबर, 2016 को जब पीएम मोदी ने नोटबंदी का ऐलान किया और लोगों से अपील की थी कि ये कदम कालेधन और भ्रष्टाचार को ख़त्म करने के लिए उठाया जा रहा है. तो देश की जनता ने घंटों बैंकों की लाइनों में लगने के बावजूद इस मुहिम को सफल बनाया. पीएम मोदी ने कहा था ‘अगर 30 दिसंबर (50 दिन पूरा होने पर) के बाद कोई कमी रह जाए, कोई मेरी गलती निकल जाए, कोई मेरा ग़लत इरादा निकल जाए… देश जो सज़ा देगा वो सज़ा भुगतने को तैयार हूं.’
प्रधानमंत्री मोदी का जनता के साथ यही कनेक्ट उन्हें दूसरे नेताओं से अलग कतार में खड़ा करता है. कोरोना का जब भीषण दौर था, लोग घरों में क़ैद थे, सड़कें वीरान थीं, दुकानें बंद थीं…दूर-दूर तक कोई दिखाई नहीं देता था, तब ‘कोरोना वॉरियर्स’ अपनी जान की फ़्रिक किए बिना लोगों की जान बचा रहे थे. प्रधानमंत्री मोदी ने कोरोना वॉरियर्स के सम्मान के लिए कहा तो लोगों ने अपनी बॉलकनी, छतों पर खड़े होकर उनके लिए घंटी, ढोलक, थालियां, तालियां बजाकर और दीप जलाकर सम्मान किया…पीएम नरेंद्र मोदी की जनता कर्फ़्यू की अपील भी बेहद सफल रही.
2014 में सरकार बनने के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने समृद्ध लोगों से रसोई गैस सब्सिडी छोड़ने की अपील की. पीएम मोदी ने कहा था “मैं देश के उन लोगों से अपील करता हूं जो अपनी जेब से बाज़ार मूल्य पर रसोई गैस खरीदने में सक्षम है वे इसकी सब्सिडी नहीं लें.“ प्रधानमंत्री मोदी की इस अपील को भारी जनसमर्थन मिला और ये ‘गिव अप’ (Give Up) अभियान बन गया. जिसके बाद एक करोड़ से ज्यादा लोगों ने रसोई गैस सब्सिडी छोड़ दी…जिससे सरकार को ज़रुरतमंद लोगों को उज्जवला स्कीम के तहत मुफ़्त में रसोई गैस कनेक्शन देने में मदद मिली. 2018-19 में जहां रसोई गैस सब्सिडी का सरकार पर बोझ 37,209 करोड़ रुपये था वो 2021-22 में घटकर 242 करोड़ रह गया.
इसी तरह प्रधानमंत्री मोदी ने 2 अक्टूबर 2014 को महात्मा गांधी की जयंती पर ‘स्वच्छ भारत अभियान’ की शुरूआत की. देखते ही देखते उनकी ये मुहिम जनक्रांति में बदल गई. ख़ुद पीएम मोदी झाड़ू लेकर दिल्ली के मंदिर मार्ग थाने में झाड़ू लेकर सफ़ाई करने निकल गए. प्रधानमंत्री मोदी के ‘ना गंदगी करेंगे, ना करने देंगे’ वाले संदेश के बाद सड़कों पर कूड़ा फेंकने वाले लोगों ने भी काफ़ी हद तक अपनी आदतें सुधार ली. इस संदेश के बाद पूरे देश भर में गंदगी हटाने का अभियान छिड़ गया.
इस मुहिम को सफल बनाने के लिए पीएम मोदी ने बॉलीवुड स्टार, क्रिकेटर, कॉरपोरेट और मीडिया जगत की बड़ी हस्तियों के साथ अलग-अलग क्षेत्रों के नामी-गिरामी लोगों को अपने साथ जोड़ा, जिससे समाज में जागरूकता बढ़े प्रधानमंत्री मोदी का जनता से सीधा संवाद ही उनकी बतौर राजनेता विश्वसनीयता को नई ऊंचाई पर पहुंचाता है. मार्च में ग्लोबल लीडर अप्रूवल ट्रैकर मॉर्निंग कंसल्ट की ओर से जारी की गई नेताओं की सूची में पीएम मोदी को 77 फीसदी अप्रूवल रेटिंग मिली है. इस रेटिंग के साथ वह पहले स्थान पर हैं..13 देशों के सबसे लोकप्रिय नेताओं के बीच नरेंद्र मोदी को ये जगह मिली है. इससे साफ़ अंदाज़ा लगाया जा सकता है कि नरेंद्र मोदी हिन्दुस्तान ही नहीं विश्वसनीयता के मामले में दुनिया के शीर्ष नेताओं में शुमार हैं.
(डिस्क्लेमर- ये लेखक के निजी विचार हैं.)
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Tags: PM Modi, Pm narendra modi, Tiranga yatraFIRST PUBLISHED : August 17, 2022, 15:35 IST