इनके पास भाषा के नाम पर गुंडागर्दी राज ठाकरे क्या यही मराठी अस्मिता

Marathi Politics: हिंदी बोलने पर पीट रहे हैं मनसे कार्यकर्ता. क्या यही मराठी अस्मिता है? बेरोजगारी से जूझते युवाओं का काम अब भाषा के नाम पर गुंडागर्दी करना रह गया है? सवाल कई हैं लेकिन जवाब कौन देगा... क्योंकि राज ठाकरे और उनके पार्टी के कार्यकर्ता भाषा के ठिकेदार बन गए हैं...

इनके पास भाषा के नाम पर गुंडागर्दी राज ठाकरे क्या यही मराठी अस्मिता