Opinion: चुनाव के बीच ऐसी साफगोई का साहस केवल पीएम मोदी के ही बस की बात

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने न्यूज18 इंडिया को दिए एक्सक्लूसिव इंटरव्यू में साफ तौर पर कहा कि वह कभी हिंदु-मुसलमान नहीं करते हैं और जिस दिन वह करेंगे, उस दिन से वह सार्वजनिक जीवन में रहने योग्य नहीं रह जाएंगे.

Opinion: चुनाव के बीच ऐसी साफगोई का साहस केवल पीएम मोदी के ही बस की बात
नई दिल्ली: लोकसभा चुनाव के बीच पीएम मोदी ने मुसलमानों को लेकर जो कहा है, वह बड़े साहस की बात है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने न्यूज18 इंडिया को दिए एक्सक्लूसिव इंटरव्यू में साफ तौर पर कहा कि वह कभी हिंदु-मुसलमान नहीं करते हैं और जिस दिन वह करेंगे, उस दिन से वह सार्वजनिक जीवन में रहने योग्य नहीं रह जाएंगे. इंटरव्यू में पीएम मोदी ने यह भी स्पष्ट कर दिया कि उन्होंने ज्यादा बच्चा पैदा करने वाली बात मुस्लिमों के लिए नहीं कही थी. उन्होंने कहा कि मैंने न हिंदू का नाम लिया था और न मुसलमान का. मैंने यह गरीबों के लिए कही थी. तो चलिए जानते हैं पीएम मोदी ने न्यूज18 को दिए इंटरव्यू में कैसे अलग-अलग मुद्दों पर बेबाकी से अपनी राय रखी है. मुस्लिमों संग अपने रिश्तों को लेकर पीएम मोदी ने कहा, ‘पहली बात यह है कि यह मुद्दा मुसलमान का नहीं है. निजी तौर पर मुसलमान कितना भी मोदी के साथ होगा, लेकिन एक निश्चित विचार प्रभाव है, जो उनको आदेश करता है कि आप ये करो-वो करो. उसके आधार पर वह निर्णय करता है. मेरा जो घर है न, मेरे अगल-बगल में सारे मुस्लिम परिवार हैं. हमारे घर में ईद भी मनती थी, हमारे घर में और भी त्योहार होते थे. हमारे घर में ईद के दिन खाना नहीं बनता था. सारे मुस्लिम परिवारों से मेरे यहां खाना आ जाता था. जब मुहर्रम निकलता था, तब हमारा ताजिये के नीचे से निकलना अनिवार्य होता था, हमें सिखाया जाता था. मैं उस दुनिया से पला बढ़ा हूं. आज भी मेरे बहुत सारे दोस्त मुस्लिम हैं.’ पीएम मोदी ने कहा, ‘2002 के बाद मेरी छवि बहुत खराब कर दी गई, गोधरा के बाद. मैंने सोचा कि जरा रियलिटी जाननी चाहिए. मैंने हमारे 30 कार्यकर्ताओं का एक ट्रेनिंग कैंप किया और उन्हें सर्वे करना सिखाया. आंकड़ों वाला नहीं, बातचीत करने वाला सर्वे. अहमदाबाद में एक माणिक चौक करेक एक जगह है. वहां शाम को लोग खाना खाने जाते हैं. वहां सारे व्यापारी मुसलमान हैं और खरीदार हिंदू हैं. और यहां इतनी भीड़ होती है कि पैदल नहीं चल सकते. दिवाली में बहुत भीड़ होती है. वहां हर प्रकार की चीज बिकती है. मैंने कहा कि मुझे इसी मार्केट में सर्वे करानी है. मैंने लड़कों को भेजा और मैं डेली रिपोर्ट देखता था. वो गए और पूछते थे कि आप बताइए दिवाली कैसी है, तो जवाब आता था कि हां जी दिवाली अच्छी है. मैं ये 2002 की बात कर रहा हूं. सर्वे वाला फिर कहता था कि मोदी बैठा है यार और दिवाली… तब जवाब आता था कि हे मोदी का नाम मत लेना. एक ने कहा कि इसकी मां सुनेगी तो रात का खाना नहीं देगी. सर्वे वाले ने पूछा क्यों, तो कहा कि अरे मोदी नहीं आया था तो तब तक स्कूल नहीं जाता था, मोदी आया है तो स्कूल जा रहा है. दिवाली की छुट्टी है तो मेरे यहां दुकान पर मदद कर रहा है. उनकी मां इतनी खुश थी कि मोदी के आने के बाद बच्चों का जीवन बदल गया. मोदी के खिलाफ मेरे पास मत बोलो कुछ. करीब-करीब 90 फीसदी दुकानवालों का यही जवाब था.’ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आगे कहा, ‘मुझे एक बार मुस्लिम महिला मिलने आई. बहुत बधाई दे रही थी, कुछ अपेक्षाएं लेकर आई थीं. वह जोहापुरी से आई थी, जहां तीन-चार लाख मुसलमान हैं. मैंने पूछा कोई तकलीफ है क्या, कोई पुलिसवाला या सरकार परेशान करती है क्या? बोली नहीं-नहीं साहब, हम तो आपका अभिनंदन करने आए हैं. आपने बिजली का काम किया है, वह बहुत अच्छा काम किया है. मैंने कहा कि वो तो मैंने बहुत बुरा किया. मैंने तो 35 किलोमीटर केवल उखाड़कर फेंक दिया है और वहां कोई सरकारी आदमी नहीं जा पाता था. वो बोली वही तो अच्छा काम किया है सर आपने. मैंने कहा कि कैसे, मैंने तो केबल काट दिया. बोली नहीं साहब, हमारे यहां हर मोहल्ले में बिजली मंत्री हैं और वो बिजली देकर हमसे पेमेंट लेते थे. सरकार की बिजली चोरी करके हमको बेचते थे. हमारे पैसे बहुत जाते थे. अब रेगुलर बिजली आती है, कोई दादागिरी नहीं होती. इसलिए हम यहां आए हैं.’ उन्होंने कहा, ‘पहले मेरे ऊपर अखबारों में होता था मोदी ने जुल्म कर दिया, केबल काट दिये. दरअसल मैंने उनका भला किया. ऐसा मेरे जीवन में सैकड़ों घटनाएं हैं, मगर मैं इसका मार्केटिंग नहीं करता. मैं वोट बैंक के लिए काम नहीं करता. मैं सबका साथ, सबका विकास में विश्वास रखता हूं.’ ज्यादा बच्चों वाले बयान पर पीएम मोदी ने कहा, ‘ज्यादा बच्चों वाली बात कहकर आप मुसलमानों के साथ क्यों अन्याय करते हैं. हमारे यहां गरीब परिवारों में भी यही हाल है. बच्चों को पढ़ा नहीं पा रहे हैं. जहां गरीबी है, वहीं ज्यादा बच्चे हैं. मैंने न हिंदू कहा है और न मुसलमान कहा है. मैंने कहा है कि भाई आपके उतने बच्चे हों, जिसका लालन-पालन आप कर पाएं. सरकार को करनी पड़े, ऐसी स्थिति न करो. मैं जिस दिन हिंदू-मुसलमान करूंगा, उस दिन सार्वजनिक जीवन में रहने योग्य नहीं रहूंगा और मैं हिंदू-मुसलमान नहीं करूंगा.’ Tags: Loksabha Election 2024, Loksabha Elections, PM ModiFIRST PUBLISHED : May 15, 2024, 09:52 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed