UN में जयशंकर ने बताया पाकिस्तान के साथ शांति बहाली का तरीका बोले- POK से

विदेश मंत्री एस जयशंकर ने रविवार को संयुक्त राष्ट्र की आम सभा को संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने मध्य पूर्व के हालात पर चिंता जताई साथ ही पाकिस्तान को नसीहत दी. उन्होंने कहा कि पीओके को खाली कराने के बाद ही पाकिस्तान से साथ विवाद सुलझाया जा सकता है.

UN में जयशंकर ने बताया पाकिस्तान के साथ शांति बहाली का तरीका बोले- POK से
जम्मू-कश्मीर में हो रहे विधानसभा चुनाव में जनता की जबर्दस्त भागीदारी से उत्साहित भारत अब पाकिस्तान के प्रति और आक्रामक हो गया है. पांच साल पहले भारत सरकार ने राज्य का विशेष दर्जा खत्म कर दिया था. वहां से अनुच्छेद 370 को हटाए जाने के बाद से भारत वैश्विक मंच पर भारत लगातार यह संदेश दे रहा है कि कश्मीर में सबकुछ ठीक है. उसके इस संदेश को कश्मीर में जारी चुनाव से भी काफी बल मिला है. राज्य में हो रहे विधानसभा चुनाव में जनता बढ़-चढ़कर भाग ले रही है. इस बीच जनता की भागीदारी से उत्साहित भारत सरकार ने कश्मीर को लेकर अपनी रणनीति पूरी तरह से बदल दी है. भारत वैश्विक मंच से ललकार रहा है कि अब पाकिस्तान के साथ एक ही मसले पर बातचीत हो सकती है. वह पाकिस्तान के कब्जे वाला कश्मीर. पाकिस्तान भी भारत की इस रणनीति को समझने लगा है. तभी तो उसके पीएम शहबाद शरीफ शनिवार को संयुक्त राष्ट्र में गिड़गिड़ाते नजर आए. पाकिस्तान को भुगतना होगा परिणाम रविवार को संयुक्त राष्ट्र आम सभा की बैठक को संबोधित करते हुए विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने कश्मीर को लेकर कुछ इसी तरह की हुंकार भरी है. उन्होंने स्पष्ट तौर पर कहा कि जहां तक पड़ोसी देश के साथ विवाद के समाधान की बात है तो यह सिर्फ पाकिस्तान के कब्जे से कश्मीर को मुक्त कराने के साथ ही हो सकता है. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान का सीमा पार आतंकवाद कभी सफल नहीं होगा. उसे इसका परिणाम भुगतना होगा. दरअसल, संभवतः पहली बार हुआ है कि जब संयुक्त राष्ट्र में पाकिस्तान को छोड़कर किसी भी दूसरे देश ने कश्मीर का मुद्दा नहीं उठाया है. वैश्विक स्तर पर कश्मीर को लेकर बदले रुख से उत्साहित भारत अब और आक्रामक हो गया है. इसी कारण संयुक्त राष्ट्र की आमसभा को संबोधित करते हुए विदेश ने दोटूक कहा कि अब बात तो केवल पाकिस्तान के कब्जे वाली कश्मीर पर होगी. अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि मध्य पूर्व की स्थिति चिंताजनक है. आज दुनिया में शांति और समृद्धि खतरे में है. विश्वास में कमी आई है. बहुपक्षवाद में सुधार जरूरी है. उन्होंने कहा कि दुनिया की समस्या को और बेहतर तरीके से निपटा जा सकता है. कठिन समय में ये जरूरी है कि लोगों में उम्मीद जगाया जाए. बड़े बदलाव संभव हैं. इससे पहले उन्होंने अपने संबोधन की शुरुआत नमस्कार से किया. उन्होंने भारतीयों के जीवन में डिजिटल के जरिए बदलाव का जिक्र किया. उन्होंने कहा कि भारत जब चांद पर पहुंचा, दुनिया को वैक्सीन भेजा, इसके संदेश हैं. शांति और विकास एक साथ चलने चाहिए. उन्होंने कहा कि संघर्ष का समाधान होना चाहिए. यूक्रेन युद्ध और गाजा संघर्ष दुनिया को जल्द समाधान निकालना चाहिए. Tags: EAM S Jaishankar, Jaamu kashmir, United nationsFIRST PUBLISHED : September 28, 2024, 23:36 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
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