चर्चा में क्यों बना है यह मेडिकल कॉलेज कैसे मिलता है इसमें एडमिशन

RG Kar Medical College: आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल इन दिनों सुर्खियों में बना हुआ है. अभी हाल ही में इस कॉलेज में एक पोस्ट-ग्रेजुएट ट्रेनी डॉक्टर मृत पाई गई थी.

चर्चा में क्यों बना है यह मेडिकल कॉलेज कैसे मिलता है इसमें एडमिशन
RG Kar Medical College: कलकत्ता कॉलेज ऑफ मेडिसिन कहे जाने वाले आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल इन दिनों चर्चा में बना हुआ है. इस कॉलेज में कुछ दिनों पहले एक पोस्ट-ग्रेजुएट ट्रेनी डॉक्टर मृत पाई गई थी, जिसके साथ प्रारंभिक पोस्टमार्टम से पता चला है कि हत्या से पहले उसका यौन उत्पीड़न किया गया था, जिसके बाद से सरकारी कॉलेज और अस्पताल के खिलाफ जूनियर डॉक्टरों द्वारा विरोध प्रदर्शन किया गया. इसके बाद से ही यह कॉलेज सुर्खियों में बन गया है. आइए इस कॉलेज के बारे में विस्तार से जानते हैं. आर. जी. कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल (RGKMCH) आर. जी. कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल (RGKMCH) औपनिवेशिक युग में मेडिकल एजुकेशन और सेवाओं में आत्मनिर्भरता के लिए 1886 में इसकी स्थापना की गई थी. यह वर्ष 1916 से 2003 तक कलकत्ता विश्वविद्यालय के अधीन था और यह वेस्ट बंगाल यूनिवर्सिटी ऑफ हेल्थ साइंसेज से एफिलिएटेड था. आर. जी. कर मेडिकल कॉलेज, कोलकाता न केवल आधुनिक भारत के प्रमुख संस्थानों में से एक है, बल्कि एक समृद्ध विरासत वाला भी है. डॉ. राधा गोविंद कर के दिमाग की उपज यह एशिया का पहला नॉन मेडिकल कॉलेज था. शुरुआती दौर में इसे कलकत्ता स्कूल ऑफ मेडिसिन के नाम से जाना जाता था. इसके बाद वर्ष 1904 में यह बंगाल के नेशनल कॉलेज ऑफ़ फिजिशियन एंड सर्जन के साथ विलय हो गया. इसके बाद 1916 में इसका नाम बदलकर बेलगाछिया मेडिकल कॉलेज कर दिया गया. बाद में 1916 में गवर्नर थॉमस गिब्सन-कारमाइकल के सम्मान में कारमाइकल मेडिकल कॉलेज नाम पड़ा. इसका वर्तमान नाम 12 मई 1948 को डॉ राधा गोबिंद कर के सम्मान में दिया गया, जिन्होंने पहली बार इसकी कल्पना की थी. आर.जी. कर मेडिकल कॉलेज में ऐसे मिलता है एडमिशन आर.जी. कर मेडिकल कॉलेज में एडमिशन नीट यूजी और पीजी के जरिए एडमिशन मिलता है. यहां अंडर ग्रेजुएट और पोस्ट ग्रेजुएट की पढ़ाई होती है. MBBS- इसे कॉलेज के एम.बी.बी.एस कोर्स में एडमिशन के लिए उम्मीदवारों को नीट यूजी के परीक्षा को पास करना होगा. नीट यूजी में पास करने वाले उम्मीदवार नीट यूजी काउंसलिंग के लिए पंजीकरण करना होता है. काउंसलिंग में उम्मीदवारों को चॉइस-लॉकिंग प्रक्रिया पूरी करने के बाद आर.जी. कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल को अपने पहले विकल्प के रूप में इंगित करना होता है. डी.एम./एम.सीएच- डी.एम. या एम.सीएच. में एडमिशन के लिए उम्मीदवारों को NEET SS परीक्षा देनी होती है और उसे पास करना होता है. उम्मीदवारों को NEET SS में प्राप्त योग्यता अंकों के आधार पर NEET SS काउंसलिंग के लिए पंजीकरण करना होता है. NEET SS काउंसलिंग में उम्मीदवारों को अपनी पहली पसंद के रूप में R.G. Kar Medical College & Hospital को चुनना होता है. M.D/M.S- इस कोर्स में एडमिशन के लिए उम्मीदवारों को NEET PG की परीक्षा पास करनी होती है. इसके बाद NEET PG में प्राप्त योग्यता अंकों के आधार पर काउंसलिंग के लिए पंजीकरण करना होता है. काउंसलिंग के समय ही अपनी पहली पसंद के रूप में इस कॉलेज को चुनना होता है. आरजी कर मेडिकल कॉलेज में कौन ले सकता है एडमिशन अगर आप आरजी कर मेडिकल कॉलेज में एडमिशन लेना चाहते हैं, तो उनके पास नीचे दिए गए योग्यता होनी चाहिए. एमबीबीएस: उम्मीदवारों के पास 10+2 परीक्षा या 50% अंकों के साथ इसके समकक्ष योग्यता होनी चाहिए. एमडी/एमएस: उम्मीदवारों के पास एमबीबीएस की डिग्री होनी चाहिए. आरजी कर मेडिकल कॉलेज में मिलने वाली सुविधाएं मेडिकल, कंप्यूटर लैब लाइब्रेरी, खेल ऑडिटोरियम, कैफेटेरिया हॉस्टल, प्रयोगशाला अस्पताल, ओपीडी कम्यूनिटी मेडिसिन के लिए केंद्र, ब्लड बैंक मेडिकल सोशल एंड वेलफेयर सर्विसेज डेंटल हॉस्पिटल आरजी कर मेडिकल कॉलेज फीस आरजी कर मेडिकल कॉलेज के लिए ग्रेजुएट और पोस्ट ग्रेजुएट कोर्स के लिए नीचे दिए गए अनुसार फीस देनी होती है. एमबीबीएस: 15,250 रुपये D.M/D.M: 18,000 रुपये M.S: 36,000 रुपये ये भी पढ़ें… एमबीबीएस की पढ़ाई और भी हुई महंगी, बढ़ाई गई फीस, अब देने होंगे इतने पैसे Tags: Government Medical College, Medical Education, NEETFIRST PUBLISHED : August 11, 2024, 11:11 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed