NEET JEE को किया क्रैक मेडिकल IIT मद्रास छोड़ यहां लिया एडमिशन

NEET CBSE JEE Success Story: नीट, जेईई जैसे कठिन परीक्षा को पास करना हर किसी के बस की बात नहीं है. लेकिन हम एक ऐसे लड़के के बारे में बता रहे हैं, जो दोनों की परीक्षा में टॉप स्कोरर रहे हैं. इसके बावजूद भी मेडिकल कॉलेज (Medical College) और IIT मद्रास छोड़कर यहां दाखिला लिया है.

NEET JEE को किया क्रैक मेडिकल IIT मद्रास छोड़ यहां लिया एडमिशन
NEET JEE Success Story: अगर कुछ करने का जुनून है, तो किसी भी चीज को हासिल किया जा सकता है. फिर मेडिकल और इंजीनियरिंग की पढ़ाई का एंट्री गेट नीट, जेईई ही क्यों न हो, उसे भी पार कर लेते हैं. ऐसी ही कहानी असम के एक लड़के की है. उन्होंने सीबीएसई कक्षा 12वीं की बोर्ड परीक्षा में टॉप करने के साथ ही नीट और जेईई में भी अच्छा स्कोर किया है. इसके बावजूद भी उन्होंने मेडिकल और IIT मद्रास को छोड़कर इस संस्थान में दाखिला लिया. आज हम जिनकी बात कर रहे हैं, उनका नाम अधिराज कर है. आइए इनके बारे में विस्तार से जानते हैं. नीट, जेईई में रहे टॉप स्कोरर अधिराज कर असम के गुवाहाटी से ताल्लक रखते हैं. उन्होंने अपनी स्कूलिंग दिल्ली पब्लिक स्कूल की हैं. अधिराज को सीबीएसई बोर्ड कक्षा 12वीं की परीक्षा में केमेस्ट्री में पूरे मार्क्स मिले थे, जिसकी वजह से वह 12वीं में बोर्ड टॉपर रहे. वह लगातार असाधारण एजुकेशन स्किल का प्रदर्शन किया है. उनकी उपलब्धियों में NEET UG में असम टॉपर होना और IIT मद्रास में प्रतिष्ठित सीट हासिल करना शामिल है. इसके बावजूद भी उन्होंने MBBS, IIT से इंजीनियरिंग करने की बजाय भारतीय विज्ञान संस्थान (IISc), बैंगलोर में रिसर्च पर फोकस करते हुए साइंस ग्रेजुएट की डिग्री हासिल करने का ऑप्शन चुना. मेडिकल, IIT मद्रास छोड़ यहां लिया एडमिशन इसके अलावा, उन्होंने केमेस्ट्री और बायोलॉजी में राष्ट्रीय मानक परीक्षा जैसी विभिन्न नेशनल लेवल की परीक्षाओं में बेहतरीन परफॉर्म किया है, जहां उन्हें देश के टॉप 1% उम्मीदवारों में स्थान मिला था. हालांकि, मेडिकल और इंजीनियरिंग जैसे ट्रेडिशनल करियर पथों के आकर्षण ने अधिराज की आकांक्षाओं को प्रभावित नहीं किया. रिसर्च और एजुकेशन के प्रति उनके जुनून ने उन्हें IISc में पहुंचाया, जो अपने मॉडर्न रिसर्च और बौद्धिक वातावरण के लिए जाना जाने वाला संस्थान है. वाइल्ड लाइफ और संगीत में रखते हैं रूचि IISc में ग्रेजुएट प्रोग्राम एक मजबूत रिसर्च कल्चर विकसित करने के लिए डिज़ाइन किया गया है, जो छात्रों को अध्ययन के विविध क्षेत्रों का पता लगाने के लिए पर्याप्त अवसर प्रदान करता है. एकेडमिक एजुकेशन से परे अधिराज एक बहुमुखी युवा दिमाग है, जिसकी वन्यजीव और संगीत में गहरी रुचि है. वह WWF-नेचर वाइल्ड विजडम क्विज़ के तीन बार के नेशनल चैंपियन हैं और वायलिन में विशारद की डिग्री भी रखते हैं. मां-पिता दोनों हैं प्रोफेसर गुवाहाटी विश्वविद्यालय के प्रोफेसर डॉ. बिमल के. कर और डॉ. मधुश्री दास के बेटे अधिराज के पास एक समृद्ध शैक्षणिक विरासत है. उनके दादा-दादी, प्रो. डॉ. हिमाद्री के.आर. दास और श्रीमती सुमिता दास ने भी क्षेत्र के शैक्षणिक परिदृश्य में महत्वपूर्ण योगदान दिया. Tags: Cbse board, Iit, IIT Madras, Jee main, NEET, Success StoryFIRST PUBLISHED : August 4, 2024, 11:57 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed