कोई दरवाजे पर चीन सीमा विवाद पर जयशंकर बोले- हालात चीन के हित में नहीं

विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कबूल किया कि भारत के अपने पूर्वी पड़ोसी देश चीन के साथ संबंध सामान्य नहीं हैं, क्योंकि सीमावर्ती इलाकों में शांति भंग हो गई है.

कोई दरवाजे पर चीन सीमा विवाद पर जयशंकर बोले- हालात चीन के हित में नहीं
नई दिल्ली. पूर्वी लद्दाख में सैन्य गतिरोध के बीच भारत को अपने पड़ोसी चीन के साथ बाकी मुद्दों के समाधान की ‘उम्मीद’ है. विदेश मंत्री एस जयशंकर ने न्यूज एजेंसी पीटीआई को एक इंटरव्यू में जोर देकर कहा कि भारत और चीन के बीच सामान्य द्विपक्षीय संबंधों की वापसी सीमा पर शांति पर निर्भर करती है. इन ‘शेष मुद्दों’ के बारे में विस्तार से बताते हुए विदेश मंत्री जयशंकर ने कहा कि ये ‘गश्त के अधिकार’ और ‘गश्त की क्षमता’ से जुड़े हुए हैं. गौरतलब है कि हाल ही में पीएम नरेंद्र मोदी ने न्यूजवीक को दिए एक इंटरव्यू में कहा था कि भारत और चीन के बीच स्थिर संबंध न केवल दोनों देशों के लिए बल्कि पूरे इलाके और दुनिया के लिए महत्वपूर्ण है. पीएम नरेंद्र मोदी ने भारत और चीन के बीच सीमा विवाद को ‘तत्काल हल करने की जरूरत’ के बारे में बात की. पीएम मोदी के बयान पर मांगी गई प्रतिक्रिया के बारे में जयशंकर ने कहा कि उन्होंने इस मामले पर केवल एक ‘बड़ा नजरिया’ देने की कोशिश की है. उन्होंने कहा कि ‘मैं इसे प्रधानमंत्री के इंटरव्यू से नहीं जोड़ूंगा. मुझे लगता है कि प्रधानमंत्री मोदी एक बड़ी तस्वीर का नजरिया दे रहे थे और उनका बड़ी तस्वीर वाला नजरिया एक बहुत ही उचित नजरिया था. जो कि आखिरकार पड़ोसी के रूप में हर देश अपने पड़ोसी के साथ अच्छे संबंध चाहता है.’ हालांकि एस जयशंकर ने कबूल किया कि भारत के अपने पूर्वी पड़ोसी के साथ संबंध सामान्य नहीं हैं क्योंकि सीमावर्ती इलाकों में शांति भंग हो गई है. जयशंकर ने कहा कि ‘इसलिए पीएम मोदी उम्मीद जता रहे थे कि चीनी पक्ष को यह एहसास होना चाहिए कि मौजूदा हालात उसके हित में नहीं है.’ कूटनीति को ‘धैर्य का काम’ बताते हुए एस जयशंकर ने कहा कि भारत चीन के साथ मुद्दों पर चर्चा करता रहा है. उन्होंने आगे कहा कि ‘मैं कहूंगा कि अगर रिश्ते को सामान्य बनाना है तो हमें उन मुद्दों को हल करने की जरूरत है.’ विदेश मंत्री जयशंकर ने कहा कि ‘आखिरकार, अगर कोई आपके सामने वाले दरवाजे पर अभद्र तरीके से आता है, तो आप वहां जाकर ऐसे व्यवहार नहीं करेंगे जैसे कि सब कुछ सामान्य है. मेरे लिए यह एक सीधा प्रस्ताव है.’ ‘राहुल बाबा आपको एटम बम से डरना है तो डरिए…’ अमित शाह का कांग्रेस पर हमला गौरतलब है कि दोनों पक्षों के कई तनाव के मुद्दों के हटने के बावजूद दोनों देशों की सेनाएं मई 2020 से सीमा गतिरोध में शामिल हैं. सीमा विवाद का पूरी तरह समाधान अभी भी बहुत दूर है. विशेष रूप से दोनों देशों की सेनाओं के बीच 2020 में गलवान घाटी में हुई झड़प के बाद से दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंध खराब हो गए थे. Tags: China, China border crisis, EAM S Jaishankar, S JaishankarFIRST PUBLISHED : May 12, 2024, 17:04 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed