मोदी सरकार का ट्रेलर आया पसंद MSP बढ़ने पर क्या बोले यूपी के किसान
मोदी सरकार का ट्रेलर आया पसंद MSP बढ़ने पर क्या बोले यूपी के किसान
बुधवार को हुई कैबिनेट बैठक में मोदी सरकार के किसानों की आय को बढ़ाने के लिए महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए धान और अरहर की दाल समेत 14 खरीफ फसलों का न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) बढ़ाने की मंजूरी दे दी है. इ
हाइलाइट्स मोदी सरकार ने धान और अरहर सहित कुल 14 फसलों की एमएसपी को बढ़ाने का फैसला किया. किसानों ने मोदी सरकार के इस फैसले पर खुशी जताई है.
लखनऊः मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल की शुरुआत हो चुकी है और इस बार मोदी सरकार किसानों के लिए कितना समर्पित है, इसकी झलक तीसरे कार्यकाल के पहले दिन ही दिख चुकी है. इस बीच मोदी सरकार ने एक बार फिर किसानों की हित में बड़ा फैसला लिया है. बुधवार को हुई कैबिनेट बैठक में मोदी सरकार के किसानों की आय को बढ़ाने के लिए महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए धान और अरहर की दाल समेत 14 खरीफ फसलों का न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) बढ़ाने की मंजूरी दे दी है. इससे किसानों की आय बढ़ेगी और किसानों के खाते में 2 लाख करोड़ रुपए जाएंगे.
मोदी सरकार के फैसले से किसानों में छाई खुशी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट की बैठक में लिए गए किसानों के हित में फैसले पर न्यूज़ 18 इंडिया के संवाददाताओं ने उत्तर प्रदेश के अलग-अलग जिलों के किसानों से बातचीत की. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा लिये गए फैसले से किसान बेहद खुश हैं. उत्तर प्रदेश के बहराइच जिले के रिजवान, 12 बीघा खेत पर किसानी करते हैं. रिजवान का कहना है कि केंद्र सरकार के इस फैसले से उन्हें काफी ज्यादा लाभ मिलेगा. उन्हें वित्तीय सहायता मिलेगी, उनकी फसल ज्यादा कीमत में बिकेगी. धान, गेहूं, सरसों, अरहर की दाल और सब्जी की खेती करते हैं. केंद्र सरकार द्वारा लिए गए फैसले का इंप्लीमेंट जल्द से जल्द हो, जिससे तहसील स्तर पर खरीदी जा रही फसल की कीमत उन्हें बढ़कर मिल सके.
किसानों ने मोदी सरकार के फैसले का किया स्वागत
वहीं दूसरी तरफ बाराबंकी जिले के किसान राजू सिंह का कहना है कि प्रधानमंत्री मोदी की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट बैठक में 14 फसलों पर एमएसपी बढ़ाये जाने के फैसले का वह स्वागत करते हैं. किसानों के हित में सरकार द्वारा लिया गया फैसला है. राजू सिंह का 24 बीघा खेत है. 10 बीघा तक वह खुद खेती करते हैं बाकी 14 बीघा अधिया पर खेती करवाते हैं. यानी अपना खेत किसी और किस को देते हैं. आधी लागत वह देते हैं और किसान आदि लागत देता है. जितना फसल का उत्पादन होता है आधा-आधा दोनों बांट लेते हैं. बाराबंकी जिले के ग्राम बनौली के रहने वाले किसान ओमप्रकाश का कहना है कि केंद्र सरकार का किसानों के हित में लिया गया फैसला सराहनीय है. लेकिन इसे जल्द से जल्द तहसील और जिले स्तर पर इंप्लीमेंट कर देना चाहिए ताकि किसानों का फायदा जल्द से जल्द हो.
किसानों ने बताई क्या है चुनौती
वहीं दूसरी तरफ पूर्वांचल की बात करें तो गाजीपुर जिले के धर्मागतपुर तहसील के रहने वाले किसान संजय सिंह का कहना है कि केंद्र सरकार ने किसानों को हित में फैसला लिया है और धान समेत 14 फसलों पर एमएसपी बढ़ा दी है. लेकिन सबसे बड़ी चुनौती यह है कि उनकी फसलों को सरकारी बाबू खरीदें. सही समय पर सरकारी बाबू मौजूद हों और फसल खरीद लें. कई बार तो प्राइवेट ही गेहूं की फसल या धान की फसल बेचनी पड़ती है. क्योंकि प्राइवेट खरीददार यानी व्यापारी तुरंत पैसे दे देते हैं. संजय सिंह ने सरकार के इस फैसले को सराहा है.
Tags: Modi governmentFIRST PUBLISHED : June 20, 2024, 14:26 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed