‘हेडलाइन की नहीं काम की परवाह है डिसिप्लिन ही असली स्टारडम’ न्यूज18 चौपाल में बोलीं स्मृति ईरानी
‘हेडलाइन की नहीं काम की परवाह है डिसिप्लिन ही असली स्टारडम’ न्यूज18 चौपाल में बोलीं स्मृति ईरानी
न्यूज18 इंडिया चौपाल में स्मृति ईरानी ने खुलकर कहा कि उनका जीवन कई दौरों का मेल है. टीवी, मॉडलिंग और राजनीति से गुजरे हुए अनुभव ने उन्हें बहुआयामी बनाया. उन्होंने कहा कि वह दोनों क्षेत्रों में योगदान देने की क्षमता रखती हैं. स्मृति ने बतलाया कि छोटे पर्दे पर लौटना उनकी सोच का हिस्सा है. वह चाहती हैं कि नयी पारी संदेश दे. वे कहती हैं कि टीवी और फिल्म्स का क्रिएटिव इकॉनमी बहुत बड़ा है और यह रोजाना लाखों लोगों की रोजी रोटी से जुड़ा है. इसीलिए सेट पर प्रोफेशनलिज्म जरूरी है. वे कहती हैं कि अगर आप काम पर लौटते हैं तो यूनिट और टीम का ध्यान रखना होगा. यही वजह है कि उन्होंने कभी भी काम में सर्टिफिकेशन नहीं मांगा. राजनीति और मीडिया का संतुलन आसान नहीं होता. स्मृति ने कहा कि वे आज भी सक्रिय राजनीति की जिम्मेदारियों से जुडी हैं. पार्टी ने उन्हें कई दायित्व दिए हैं. वे हर वक्त लोगों के लिए उपलब्ध रहती हैं. उन्होंने बिहार चुनाव पर भी भरोसा व्यक्त किया और कहा कि विकास की राजनीति से जीत सम्भव है.अमेठी के अपने कार्यों का हवाला देते हुए स्मृति ने कहा कि पांच साल में क्षेत्रीय विकास पर उनके काम छोटे नहीं थे. उन्होंने आवास, मेडिकल कॉलेज और बिजली जैसे बुनियादी काम कराए. वे कहती हैं कि लोक सेवा मेहनत मांगती है और वे अब भी उस राह पर खड़ी हैं. स्मृति ने महिलाओं और कामकाजी नौजवानों को संदेश दिया. उनका कहना है कि गरीबी या मध्यम वर्गीय पृष्ठभूमि बाधा नहीं है. मेहनत और अनुशासन से हर कोई आगे बढ़ सकता है. वे एजिज्म और बॉडी शेमिंग जैसे मुद्दों पर भी बोलती दिखीं. उन्होंने कहा कि इन विषयों पर कलाकार के रूप में भी आवाज उठाना जरूरी है.स्मृति ने माना कि मीडिया में और पॉलिटिक्स में चर्चा और विवाद रहेगा. पर उन्होंने कहा कि उन्हें हेडलाइन की परवाह नहीं. उनका फोकस काम और संदेश पर है. वे चाहती हैं कि उनकी नई पारी समाज के संवेदनशील और ज्वलंत मुद्दों पर बात करे. प्रस्तावों के बीच स्मृति ने क्रिएटिव इंडस्ट्री के आर्थिक योगदान का जिक्र किया और काम के कठिन वक्तों में भी डिसिप्लिन की जरूरत पर जोर दिया. अंत में उन्होंने लोगों से आग्रह किया कि अवसर दें. उनका कहना था कि अगर वे कर सकती हैं तो कोई भी कर सकता है.