यूपी के इस गांव में मिला कुछ ऐसा भागते-भागते पहुंची पुलिस लोगों में खौफ

Mau Latest News: यूपी के जिला मऊ के एक गांव में तालाब के पास ग्रामीणों ने कुछ अस्थियों को देख कर पुलिस को सूचित किया. मौके पर पहुंची पुलिस की टीम जांच में जुट गई है. पूरे गांव में चारों तरफ खाकी वर्दी ही दिख रही है. आइए जानते हैं क्या है पूरा मामला.

यूपी के इस गांव में मिला कुछ ऐसा भागते-भागते पहुंची पुलिस लोगों में खौफ
मऊ/अभिषेक राय. उत्तर प्रदेश के मऊ जनपद में कोतवाली थाना क्षेत्र परदहां गांव में एक तालाब के पास, तीन कंकाल मिलने से पूरे गांव में हड़कंप मच गया है. बारिश की वजह से तालाब के पास की मिट्टी बहने के कारण, लोगों ने मिट्टी के नीचे दबे कंकाल को देखा. यह बात पूरे गांव में आग की तरह फैल गयी और मौके पर ग्रामीणों की भीड़ जुट गई. स्थानीय लोगों की सूचना पर मौके पर पुलिस की टीम पहुंची. पुलिस छानबीन में जुट गई है. पूरे गांव में डर का माहौल है. आपको बता दें यह पूरा मामला थाना कोतवाली क्षेत्र अंतर्गत परदहां गांव का है. जहां एक तालाब के पास ग्रामीणों ने कुछ अस्थियों को देख कर पुलिस को सूचित किया. मौके पर पहुंची थाना सराय लखंसी पुलिस ने कहा कि यह कोतवाली का बॉर्डर है, यह मेरे एरिया में नहीं आता. जिसके बद वहां सीमा विवाद को लेकर विवाद शुरू हो गया. इतने में घटना स्थल पर शहर कोतवाली पुलिस मौके पर पहुंच गई. हरिद्वार में कांवड़िया बन घूम रहा था शख्स, पुलिस ने पकड़ा, तो बोला- ’70 लाख रुपये…’ स्थानीय लोगों ने बताया कि हमने कभी नहीं सोचा था कि यहां ऐसा भी कुछ मिलेगा, लेकिन जब कुछ लोग तालाब के पास पहुंचे तो, उन्होंने यहां कुछ अस्थियां देखीं. ग्रामीणों ने इन अस्थियों को नर कंकाल होने का दावा किया है. यह बात पूरे गांव में आग की तरह फैल गई और कंकाल देखने के लिए मौके पर लोगों की भीड़ इकट्ठा हो गई. मौके पर पहुंची फॉरेंसिक की टीम इस बारे में सीओ सिटी अंजनी कुमार पांडे ने बताया कि यह मामला ताजोपुर गांव का है. यहां पर एक सिंगराये पोखरा है, जहां पर ग्रामीणों द्वारा पुलिस को यह सूचना दी गयी कि जमीन में गड़े कुछ नर कंकाल दिखाई दे रहे हैं. मौके पर थाना कोतवाली और फॉरेंसिक की टीम मौजूद है. उन्होंने बताया कि कंकाल को निकाला जा रहा है और उसकी जांच की जा रही है. प्राथमिक जांच के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी. हरिद्वार में कांवड़िया बन घूम रहा था शख्स, पुलिस ने पकड़ा, तो बोला- ’70 लाख रुपये…’ गांव के शख्स ने क्या बताया ताजौपुर गांव के एक शख्स राजेंद्र प्रसाद ने बताया कि 50-60 वर्ष पहले जो छोट बच्चे मर जाते थे उन्हें यहीं गाढ़ दिया जाता था. उन्होंने बताया कि पहले इतनी सुविधाएं नहीं हुआ करती थीं इसलिए जो बच्चे पैदा होने के बाद या पैदा होने से पहले मर जाया करते थे उन बच्चों को यहीं गाढ़ दिया जाता था. तालाब में कंकाल मिलने को लेकर जब उनसे पूछा गया तो उन्होंने कहा कि यह तो जांच के बाद पता चलेगा कि इसके पीछे की सच्चाई क्या है. Tags: Mau news, UP newsFIRST PUBLISHED : July 28, 2024, 17:09 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed