जन्माष्टमी की भगदड़ से सबक मथुरा के बांके बिहारी मंदिर में होगी एयरपोर्ट जैसी लाइन सिक्योरिटी होगी तगड़ी
जन्माष्टमी की भगदड़ से सबक मथुरा के बांके बिहारी मंदिर में होगी एयरपोर्ट जैसी लाइन सिक्योरिटी होगी तगड़ी
मथुरा में केवल 1,200 वर्ग फुट के मामूली क्षेत्र में बने बांके बिहारी मंदिर में हर दिन औसतन एक लाख से ज्यादा भक्त आते हैं. जबकि सप्ताहांत पर मंदिरों में 2 लाख से अधिक भक्त आते हैं और त्योहारों पर, विशेष रूप से जन्माष्टमी पर मंदिर में एक दिन में 5 लाख से अधिक भक्तों का आगमन होता है.
हाइलाइट्समथुरा में केवल 1,200 वर्ग फुट के मामूली क्षेत्र में बने बांके बिहारी मंदिर में हर दिन औसतन एक लाख से ज्यादा भक्त आते हैं.
मथुरा. मथुरा में केवल 1,200 वर्ग फुट के मामूली क्षेत्र में बने बांके बिहारी मंदिर में हर दिन औसतन एक लाख से ज्यादा भक्त आते हैं. इस 1,200 वर्ग फुट क्षेत्र में से एक चौथाई से अधिक क्षेत्र वीआईपी गैलरी और भगवान कृष्ण के लिए है. जबकि सप्ताहांत पर मंदिरों में 2 लाख से अधिक भक्त आते हैं और त्योहारों पर, विशेष रूप से जन्माष्टमी पर मंदिर में एक दिन में 5 लाख से अधिक भक्तों का आगमन होता है. मंदिर के अधिकारी अब इस भीड़भाड़ पर कंट्रोल के लिए समूहों में प्रवेश, बैरिकेडिंग, मेटल डिटेक्टर जैसे उपायों को लागू करने पर विचार कर रहे हैं.
इलाहाबाद उच्च न्यायालय इस नई भीड़ प्रबंधन योजना को मंजूरी देगा. क्योंकि जन्माष्टमी के दौरान भगवान कृष्ण के सबसे लोकप्रिय मंदिरों में से एक में हुई भगदड़ में दम घुटने से दो लोगों की मौत हो गई और कई अन्य घायल हो गए थे. मंदिर के पुजारी ने मंदिर परिसर के अंदर और बाहर पूजा करने वालों की बेचैनी और धक्कामुक्की की ओर इशारा करते हुए up24x7news.com को कहा कि इसे बदलने की जरूरत है. इस दुर्घटना की जांच के लिए शनिवार को एक जांच समिति ने मंदिर का दौरा किया. बांके बिहारी मंदिर के प्रांगण में पूर्व डीजीपी सुलखान सिंह और अलीगढ़ के कमिश्नर गौरव दयाल ने गोस्वामी समाज से मुलाकात की. जांच समिति के अध्यक्ष सुलखान सिंह ने कहा कि सभी लोगों की समस्याएं सुनकर और जिला प्रशासन के साथ बैठक कर समाधान निकाला जाएगा.
बहरहाल 20 अगस्त को हुई भगदड़ के बाद मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. अजय कुमार वर्मा के कार्यालय ने यह सुनिश्चित किया है कि हर समय मंदिर परिसर के पास एक एम्बुलेंस तैनात रहे. इसके अलावा मंदिर के अंदर रखे गए मेडिकल स्टाफ को दो से बढ़ाकर चार कर दिया गया है, जिसमें एक फार्मासिस्ट भी शामिल है. जो दवाओं के वितरण के साथ-साथ आपातकालीन या प्रारंभिक प्रक्रियाओं को पूरा करने में डॉक्टर की मदद कर सकता है. मंदिर की सुरक्षा भी कड़ी कर दी गई है. अब दो या तीन की तुलना में मंदिर परिसर के अंदर कम से कम 10 पुलिस कांस्टेबल ड्यूटी पर थे.
मंदिर के पुजारी ने कहा कि पुलिसकर्मियों की संख्या चार गुना बढ़ा दी गई है. पहले मंदिर के अंदर मुश्किल से दो या तीन आदमी थे, लेकिन अब राज्य सरकार ने आगरा से और पुलिस बल लाकर उन्हें मंदिर परिसर के अंदर और बाहर लगाया है. मंदिर के आधिकारिक प्रवक्ता मुनीश शर्मा ने नए बदलावों के बारे में बताने से इनकार करते हुए दावा किया कि प्रस्तावों को इलाहाबाद उच्च न्यायालय में पेश किया गया है और जब तक मंजूरी नहीं दी जाती, तब तक इसका खुलासा नहीं किया जा सकता है. 31 अगस्त को इलाहाबाद उच्च न्यायालय ने उत्तर प्रदेश सरकार को जवाब दाखिल करने के लिए कहा था कि वे भविष्य में बांके बिहारी मंदिर और अन्य पूजा स्थलों पर ऐसी किसी भी घटना को कैसे टालने की योजना बना रहे हैं?
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मंदिर प्रशासन राज्य सरकार के साथ मिलकर एक नई व्यवस्था लागू करने की योजना बना रहा है, जहां परिसर में भीड़भाड़ होने पर भी प्रवेश लाइनों से होगा. ये एक हवाई अड्डे जैसा होगा. लोगों को रोकने के लिए बैरिकेड्स लगाए जाएंगे जो मंदिर के बाहर से शुरू हो जाएंगे. दूसरा विकल्प समूह आधारित प्रवेश व्यवस्था करना है, जहां एक बार में 20-25 लोगों को परिसर के अंदर भेजा जाता है. मंदिर प्रबंधन इंतजार कर रहा है कि अदालत किन उपायों को मंजूरी देती है. मंदिर की ओर से मेटल डिटेक्टर लगाने का भी अनुरोध किया गया है. साथ ही मंदिर प्रशासन अन्य लोकप्रिय मंदिरों के भीड़ नियंत्रण के मॉडलों का अध्ययन भी कर रहा है.
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Tags: मथुराFIRST PUBLISHED : September 04, 2022, 15:27 IST