ऑफ‍िस में बैठे-बैठे नौजवान बैंक कर्मचारी की निकल गई जान क्‍या हुआ उसके साथ

ऑफ‍िस में बैठे-बैठे नौजवान बैंक कर्मचारी की निकल गई जान क्‍या हुआ उसके साथ
महोबा: महोबा में एक 30 वर्षीय बैंक कर्मचारी को कार्यालय में दिल का दौरा पड़ने का वीडियो सामने आने के बाद युवा भारतीयों में दिल की बीमारियों के बढ़ने की चिंता बढ़ गई है. ताजा मामला उत्तर प्रदेश के महोबा का है. यहां एचडीएफसी बैंक की शाखा में बैठे एक कर्मचारी को अचानक दिल का दौरा आया और उसकी मौत हो गई. ताजा मामले में एचडीएफसी शाखा में काम करने वाले कृषि महाप्रबंधक राजेश कुमार शिंदे का है. सीसीटीवी फुटेज में दिखाया गया कि शिंदे अपने लैपटॉप पर काम कर रहे थे, तभी वे अचानक कुर्सी पर गिर पड़े. उनकी बगल में बैठे उनके सहकर्मियों ने दूसरों को सचेत किया और उन्हें डेस्क से हटाकर खुले स्थान पर ले गए. उन्होंने उनके चेहरे पर पानी छिड़का और उन्हें बेहतर महसूस कराने के लिए सीपीआर देने की भी कोशिश की. जब उनकी हालत बिगड़ने लगी, तो वे उन्हें अस्पताल ले गए, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी. उनकी मौत हो गई. दरअसल, सीपीआर या कार्डियोपल्मोनरी रिससिटेशन एक आपातकालीन जीवन रक्षक प्रक्रिया है, जिसमें छाती को दबाना और मुंह से मुंह में हवा देना शामिल हैं. उम्र बढ़ना दिल के स्वास्थ्य से जुड़े प्रमुख कारकों में से एक है, लेकिन 40 वर्ष से कम उम्र के लोगों में दिल के दौरे से होने वाली मौतों में वृद्धि ने देश में चिंता पैदा कर दी है. चिकित्सक हृदय रोगों में इस खतरनाक वृद्धि के लिए अन्य कारणों के अलावा गतिहीन जीवनशैली, गलत आहार विकल्प और तनाव को जिम्मेदार मानते हैं. Tags: Mahoba news, UP newsFIRST PUBLISHED : June 26, 2024, 18:19 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed