कौन है वो DM जिनका लोकसभा में नाम लेने से बचे अखिलेश हर हिंदू मानता है हीरो

साल 1949 को अयोध्या में 22 और 23 दिसंबर की रात को जब बाबरी मस्जिद में भगवान राम की मूर्तियां प्रकट हुई थीं तो तत्कालीन प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरु ने केके नायर को पत्र लिखा था.

कौन है वो DM जिनका लोकसभा में नाम लेने से बचे अखिलेश हर हिंदू मानता है हीरो
हाइलाइट्स लोकसभा में अखिलेश यादव ने वक्फ बोर्ड संशोधन बिल का किया विरोध. अखिलेश यादव ने लोकसभा में तत्कालीन डीएम केके नायर का इशारों में किया जिक्र. लखनऊः लोकसभा में गुरुवार को वक्फ बोर्ड संशोधन बिल पेश किया गया. इस दौरान विपक्ष ने जमकर विरोध किया. इसी कड़ी में समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और करहल लोकसभा सीट से सांसद अखिलेश यादव ने बिल का विरोध किया. इस दौरान उन्होंने कहा, ‘बिल में जिस तरह से जिलाधिकारी को सारे अधिकार दिए जा रहे हैं, वो गलत है. मैं इतिहास में नहीं जाना चाहता की किस तरह से एक जिलाधिकारी ने क्या किया था, जिसका दंश अबतक की पीढ़ियों को झेलना पड़ रहा है.’ अखिलेश यादव ने जिस जिलाधिकारी का नाम लेने से बच रहे थे, वो जिलाधिकारी थे केके नायर. कौन हैं केके नायर? साल 1949 को अयोध्या में 22 और 23 दिसंबर की रात को जब बाबरी मस्जिद में भगवान राम की मूर्तियां प्रकट हुई थीं तो तत्कालीन प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरु ने केके नायर को पत्र लिखा था. अपने पत्र में वो नायर को आदेश देते हैं कि मस्जिद से मूर्तियों को हटाया जाए. नेहरू ने केवल एक बार नहीं बल्कि दो बार पत्र लिखा था. दोनों ही बार केके नायर ने नेहरू के आदेशों का पालन नहीं किया था. अगर केके नायर ने उस वक्त भगवान राम की मूर्तियों को वहां से हटवा दिया होता तो शायद आज भगवान राम के भव्य मंदिर का निर्माण आज अयोध्या में ना हुआ होता. यही वजह है कि केके नायर ने बड़े हिंदूवादी चेहरे के तौर पर पहचान बनाई और राम मंदिर के लिए किए गए संघर्षों में उसका नाम भी आता है. बता दें कि वक्फ बोर्ड संशोधन बिल का विरोध करते हुए अखिलेश यादव ने कहा, ‘वक्फ बोर्ड में गैर मु्स्लिम को शामिल करने का क्या औचित्य है? सच्चाई ये है कि भाजपा अपने हताश, निराश, चंद कट्टर समर्थकों के तुष्टिकरण के लिए ये बिल ला रही है. ये बिल धार्मिक आजादी के खिलाफ हैं.’ इसके अलावा अखिलेश यादव ने लोकसभा स्पीकर ओम बिरला से कहा, ‘संसद की गलियारे में हमने सुना है कि ये लोग आपके भी कुछ अधिकार छीनने जा रहे हैं. आपके अधिकार के लिए हमें ही लड़ना होगा.’ हालांकि अखिलेश यादव की इस टिप्पणी पर केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने तुरंत कड़ी प्रतिक्रिया दी और कहा कि सदन में गोलमोल बात नहीं कर सकते. Tags: Akhilesh yadav, Waqf BoardFIRST PUBLISHED : August 8, 2024, 14:28 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed