टीचर का बेटा बना KGMU का बड़ा डॉक्टरस्थापित किया देश का पहला ये विभाग

डॉ. विकास वर्मा ने लखनऊ के किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी में देश का पहला पीडियाट्रिक ऑर्थोपेडिक विभाग स्थापित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. डॉ. वर्मा एक ऐसे परिवार से आते हैं जहां कोई डॉक्टर नहीं था, लेकिन उन्होंने अपनी मेहनत और लगन से सपनों को हासिल किया.

टीचर का बेटा बना KGMU का बड़ा डॉक्टरस्थापित किया देश का पहला ये विभाग
अंजलि सिंह राजपूत/लखनऊ. चाहत तो पायलट बनकर वायुदूत की तरह आसमां में उड़ान भरने की थी, लेकिन पिता ने ख्वाब देवदूत यानी डॉक्टर बनने का देखा था… पिता के ख्वाब को अपनी जिंदगी का मिशन बनाने वाले डॉक्टर विकास वर्मा की कहानी आज हम आपको सुनाते हैं, डॉ. विकास वर्मा ने लखनऊ के किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी में देश का पहला पीडियाट्रिक ऑर्थोपेडिक विभाग स्थापित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. डॉ. वर्मा एक ऐसे परिवार से आते हैं जहां कोई डॉक्टर नहीं था, लेकिन उन्होंने अपनी मेहनत और लगन से सपनों को हासिल किया. डॉक्टर विकास वर्मा बताते हैं, पहले आमधारणा थी कि बच्चों की हड्डियों से जुड़े इलाज केवल ऑर्थोपेडिक डॉक्टर ही करेंगे, लेकिन अब बच्चों के लिए पीडियाट्रिक ऑर्थोपेडिक विभाग एक वरदान बन गया है. इस विभाग में जन्मजात बीमारियों का इलाज किया जाता है और बच्चों के ऑपरेशन भी होते हैं. उत्तर भारत का पहला पीडियाट्रिक ऑर्थोपेडिक सेंटर डॉक्टर वर्मा आज बहुत बड़े मुकाम पर पहुंच गए हैं, लेकिन कभी पायलट बन ऊंची उड़ान भरने का ख्वाब देखने वाले इस देवदूत के कदम आज भी जमी पर ही हैं. डॉ. विकास वर्मा की कहानी हमें प्रेरित करती है कि अगर हम मेहनत और लगन से काम करें तो कोई भी सपना पूरा किया जा सकता है. ऐसा रहा डॉक्टर वर्मा का सफर डॉक्टर वर्मा ने बताया कि वह लखनऊ के ही रहने वाले हैं. स्कूल की पढ़ाई सेंट फ्रांसिस जैसे स्कूल से उन्होंने पूरी की. इसके बाद सीपीएमटी का एग्जाम दिया. किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी में चयन हुआ. यहां से एमबीबीएस किया और इसके बाद कानपुर से एमएस किया. इसके बाद फिर लखनऊ लौट आए और किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी से एमडी और पीएचडी की. इसके बाद पटना एम्स चले गए वहां पर प्रोफेसर बन गए. अब किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी में देश का पहला पीडियाट्रिक ऑर्थोपेडिक विभाग में एचओडी हैं. Tags: Local18, Lucknow news, Uttar Pradesh News HindiFIRST PUBLISHED : May 7, 2024, 17:14 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed