पिता सुनाते थे पड़ोसी डॉक्टर की कहानी अब बना है देश का मशहूर गैस्ट्रोलॉजिस्ट

एमबीबीएस की पढ़ाई जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज कानपुर से की. इसके बाद एमडी मेडिसिन लखनऊ के किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी से किया 

पिता सुनाते थे पड़ोसी डॉक्टर की कहानी अब बना है देश का मशहूर गैस्ट्रोलॉजिस्ट
लखनऊ/अंजलि सिंह राजपूत: यूपी में पीलीभीत के बीसलपुर इमलिया नाम के एक छोटे से गांव में एक किसान ने अपने बेटे को डॉक्टर बनाने का सपना बुना था. पिता ने अपने बेटे को डॉक्टर बनाने के लिए अपनी पूरी जमा पूंजी लगा दी, जिस वजह से बेटियों की शादी तक नहीं हो सकी. बेटा डॉक्टर बन सके, इसके लिए पिता में जुनून ऐसा था कि उन्होंने उसे बचपन में पड़ोस में रहने वाले डॉक्टर की सफलता की कहानी सुनाते थे. फिर क्या था यहीं से अनिल गंगवार ने डॉक्टर बनने की ठानी और शुरू कर दी मेडिकल की पढ़ाई. कानपुर मेडिकल कॉलेज से की पढ़ाई दोनों बहनों की शादी कर अपने पूरे परिवार के पहले डॉक्टर बने. डॉ. अनिल गंगवार ने बताया कि‌ सबसे पहले उन्होंने एमबीबीएस की पढ़ाई जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज कानपुर से की. इसके बाद एमडी मेडिसिन लखनऊ के किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी से किया और इसके बाद गैस्ट्रो डीएम इन्होंने लखनऊ पीजीआई से किया. गरीब मरीजों की कर रहे हैं सेवा वर्तमान में डॉक्टर अनिल गंगवार विवेकानंद हॉस्पिटल में गैस्ट्रोलॉजी डिपार्मेंट को संभाल रहे हैं और यहां पर आने वाले आर्थिक रूप से कमजोर मरीजों का न सिर्फ इलाज कर रहे हैं. बल्कि उनकी अच्छी काउंसलिंग करके उन्हें बीमारी से उभरने में भी मदद कर रहे हैं. तेजी से बढ़ रहा है फैटी लीवर डॉ. अनिल गंगवार ने बताया कि उनके पास प्रतिदिन 60 से 70 मरीज लीवर की बीमारियों को लेकर के आ रहे हैं. 30 से 40 मरीज प्रतिदिन उनके पास भर्ती रहते हैं. हाल ही में एक जटिल मामला उनके पास आया था, जिसमें एक मरीज कई सालों से पेट में पानी लेकर घूम रहा था, वह तमाम डॉक्टरों को दिखा चुके था, लेकिन उनको कोई फायदा नहीं हुआ. फैटी लीवर के मरीज बढ़ रहे डॉ. अनिल गंगवार ने बताया कि मरीज उनके पास आए तो उनका सही इलाज किया गया और वह बेहद फिट हैं. उन्होंने बताया कि वर्तमान में लीवर सिरोसिस और फैटी लीवर जैसी बीमारी तेजी से बढ़ रही है. उन्होंने बताया कि लीवर की बीमारी में खास बात यह होती है कि जब तक लीवर 80% डैमेज नहीं हो जाता तब तक कोई लक्षण दिखाई नहीं देता है.  जब 80% लीवर खराब हो जाता है, तब खून की उल्टियां होना लोगों को शुरू हो जाती हैं और तब तक काफी देर हो जाती है. ऐसे में जरूरी है कि लोग समय-समय पर अपने लीवर की जांच कराते रहें. Tags: Local18, Lucknow city, Lucknow city facts, Lucknow latest newsFIRST PUBLISHED : June 28, 2024, 14:30 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
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