पेड़ है या ATM!सिर्फ एक बार लगाएं ये पौधा सालों साल होगी नोटों की बारिश

एक ऐसा फल देने वाला पेड़ जिसकी खेती कर किसान मालामाल बन सकते हैं. दरअसल हम कटहल की बात कर रहे हैं. कटहल जिसकी सब्जी के स्वाद का आनंद तो अपने बहुत लिया होगा. यह एक ऐसी खेती है, जिसको एक बार लगाइए और बार-बार कमाइए. कच्चे फल की सब्जी और पकने के बाद उसके फल को खाने के उपरांत बीज को भी फेंकने के बजाय इसकी भी शानदार सब्जी बनाई जाती है. यह खेती बंपर मुनाफा देती है. यही नहीं विशेषज्ञों की मानें तो यह औषधीय गुणों से भी भरपूर होती है.

पेड़ है या ATM!सिर्फ एक बार लगाएं ये पौधा सालों साल होगी नोटों की बारिश
मुकेश पांडेय/मिर्जापुर : उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर जिले में सड़क दुर्घटना को कम करने के लिए ब्लैक स्पॉट चिन्हित किए गए हैं. अगर आप भी इन स्थानों से गुजर रहे हैं तो अपने वाहन की रफ्तार धीमी कर लें. अन्यथा दुर्घटना के शिकार हो सकते हैं. सड़क दुर्घटना को कम करने के लिए हर महीने प्रशासनिक, पुलिस व लोक निर्माण विभाग की टीम समीक्षा करती है. ऐसे में जिन स्थानों पर अधिक सड़क दुर्घटनाएं होती है, उन्हें चिन्हित किया जाता है. नेशनल व स्टेट हाईवे मिलाकर कुल 15 ब्लैक स्पॉट चिन्हित किए गए हैं. इन जगहों पर दुर्घटना कम करने के लिए प्रयास किया जा रहा है. मिर्जापुर जनपद में राष्ट्रीय राजमार्ग 135 पर दो ब्लैक स्पॉट चिन्हित किए गए हैं. राष्ट्रीय राजमार्ग 135 में भैसोड बलाय पहाड़ व बथुआ को ब्लैक स्पॉट के तौर पर चिन्हित किया गया है. भैसोड बलाय पहाड़ पर तीव्र ढलान व मोड़ होने और बथुआ के पास तीव्र सकरा मोड़ होने की वजह से हादसा होता है. राष्ट्रीय राजमार्ग सात पर करनपुर पहाड़ी व कैलहट को ब्लैक स्पॉट चिन्हित किया गया है. दोनों जगहों पर घुमावदार सड़क होने और चढ़ाई होने की वजह से हादसा होता है. वहीं, राष्ट्रीय राजमार्ग 35 पर दुर्गा जी मोड़ व अकोढ़ी मंदिर के आस-पास ब्लैक स्पॉट बनाया गया है, यहां पर भी अत्यधिक दुर्घटनाएं होती है. स्टेट हाईवे व अन्य रोड पर बनाएं गए हैं 9 ब्लैक स्पॉट स्टेट हाईवे पर चील्ह के पुराना बाड़ा, पुरजागिर व अनिरूद्धपुर पूरब पट्टी गांव के पास सबसे अधिक दुर्घटनाएं होती है. वहीं, सिकिया मोड़, हाजीपुर, ददरा व बरकछा घाटी ब्लैक स्पॉट घोषित किया गया है. संकरा और घुमावदार सड़क की वजह से सड़क दुर्घटनाएं बढ़ गई है. बात करें अन्य मार्गों कि तो अहरौरा के सोनपुर घाटी को भी सड़क दुर्घटना बढ़ने के बाद ब्लैक स्पॉट बनाया गया है. दुर्घटना कम करने के लिए किया जा रहा है प्रयास तीव्र मोड़ को सड़क को चौड़ा करके कम किया जा रहा है. वहीं, घाटों पर ऑप्टिकल मिरर व सचेतक लगाएं गए हैं. पुलिस विभाग की ओर से यातायात नियमों को लेकर भी लोगों को जागरूक किया जाता है. हालांकि तमाम कोशिशों के बाद भी सड़क दुर्घटनाओं में कमी नहीं आ सका है. साढ़े पांच वर्षों में सड़क दुर्घटना में 1458 लोगों की हुई है मौत मिर्जापुर जिले में पांच वर्षों में 2211 सड़क दुर्घटनाएं हो चुकी है, इनमें 1458 लोगों की मौत हुई है. सबसे ज्यादा 2023 में 311 लोगों की मौत हुई है. 2024 में 15 जुलाई तक 153 लोग सड़क दुर्घटना में जान गवां चुके हैं. वहीं, साढ़े पांच वर्षों में 1195 लोग सड़क दुर्घटना में घायल हुए हैं. सबसे ज्यादा दुर्घटना ड्रमंडगंज के भैसोड बलाय पहाड़ पर हुआ है. सड़क दुर्घटनाओं को रोकने का है प्रयास एसपी सिटी नितेश सिंह ने बताया कि 15 की संख्या में ब्लैक स्पॉट चिन्हित किए गए हैं. इन जगहों पर दुर्घटना को रोकने के लिए प्रयास किया जा रहा है, जहां रिफ्लेक्टर और कॉन्वेसशिप मिरर लगाया जा रहा है. पुलिस विभाग स्कूलों में और विभिन्न ट्रांसपोर्ट के साथ जुड़कर यातायात नियमों के प्रति जागरूक किया जा रहा है. दुर्घटना रोकने के लिए कड़े कदम उठाएं जा रहे हैं. Tags: Big accident, Local18FIRST PUBLISHED : July 25, 2024, 09:49 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
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