हाइब्रिड या देसी कौन है सबसे बेहतर गुलाब की हर किस्म की लें जानकारी फिर

देशभर में फूलों की खेती का विस्तार तेजी से हो रहा है. उत्तर प्रदेश में भी अब किसान बड़े पैमाने पर फूलों की फसल उगाने में जुट गए हैं और खासकर गुलाब की खेती पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं. गुलाब की खेती अब एक लाभकारी अवसर बन चुकी है, क्योंकि इस सुंदर और महकदार फूल की मांग घरेलू बाजार से लेकर अंतरराष्ट्रीय स्तर तक तेजी से बढ़ रही है. अगर आप गुलाब की खेती करने का मन बना रहे हैं, तो यहां हम आपको इस प्रक्रिया के बारे में, तुड़ाई के फायदे और हाइब्रिड बनाम देसी गुलाब की किस्मों की तुलना में जानकारी प्रदान करेंगे.

हाइब्रिड या देसी कौन है सबसे बेहतर गुलाब की हर किस्म की लें जानकारी फिर
अतीश त्रिवेदी /लखीमपुर खीरी: यूपी के लखीमपुर जिले के रहने वाले युवा किसान अंचल मिश्रा मधुमक्खी पालन कर कमा रहे हैं अच्छा मुनाफा युवा किसान ने लोकल 18 से बातचीत के दौरान जानकारी देते हो बताया कि वह पिछले तीन वर्षों से मधुमक्खी पालन कर रहे हैं और साथ ही कुछ किसानों को मधुमक्खी पालन करने के लिए जागरूक भी कर रहे हैं. भारत ही नहीं, दुनियाभर में शहद की खूब मांग रहती है. कई तरह की औषधियों में इस्तेमाल होने के साथ ही पोषक तत्वों की वजह से मधुमक्खी पालन कम लागत में मोटी कमाई देने वाला बिजनेस बना हुआ है. युवाओं के लिए यह बेहतर करियर बनाने का ऑप्शन भी है, इसलिए लगातार युवा किसान मधुमक्खी पालन कर रहे हैं मधुमक्खी पालन से अच्छा मुनाफा भी हो रहा है. मधुमक्खी पालन की ट्रेनिंग बहुत जरूरी मधुमक्खी पालन के लिए प्रशिक्षण लेना बहुत जरूरी है. क्योंकि, मधुमक्खी एक जीवित जीवित प्राणी है और अगर इसे पूरे साल इनको मेंटेन करना है तो अलग अलग ऋतुओं और सीजन के हिसाब से इसे मैनेज करना पड़ता है. इसके अलावा मधुमक्खियों को किस टाइम पर किस तरह की फीडिंग करानी है उसकी जानकारी होनी चाहिए. जबकि, मधुमक्खियों को कैसे कीट पतंगों से या बीमारी से बचाना है उसकी जानकारी भी होनी चाहिए, ताकि संक्रमित जगह से बक्सों को किस तरह ट्रांसफर किया जा सके. मधुमक्खियों को किस तरह डिवाइड और यूनाइट करना आना चाहिए. मधुमक्खी पालन करने का तरीका आजकल मधुमक्खी पालन एक लाभदायक व्यवसाय बन गया है. यह एक ऐसा कारोबार है, जिसे लोग बड़ी मोटी कमाई करने के लिए करते हैं. इससे किसानों को अधिक पैदावार प्राप्त करने में काफी मदद मिलती है. यह कम खर्चीला घरेलू उद्योग है, जिसे हर वर्ग के लोग अपना कर लाभ पा सकते हैं. शहद का बिजनेस करने के लिए आपके पास दो तरीके हैं. पहला आप किसानों से शहद लेकर अपनी ब्रांडिंग के साथ पैक कर इसे बाजार में बेच सकते हैं, तो वहीं दूसरा आप खुद ही मधुमक्खी पालन कर शहद निकालकर अपनी ब्रांडिंग के साथ इसे बाजार में बेच सकते हैं. Tags: Agriculture, Kisan, Lakhimpur Kheri News, Local18FIRST PUBLISHED : August 21, 2024, 15:23 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed