बारिश में इस विधि से करें खीरे की खेती बाराबंकी के किसान ने बताया कमाई का राज
बारिश में इस विधि से करें खीरे की खेती बाराबंकी के किसान ने बताया कमाई का राज
Cucumber Cultivation in Rainy Season by Mulch Method: बारिश में लोग खीरे की खेती कम ही करते हैं. क्योंकि, इसमें रोग लगने का खतरा ज्यादा रहता है और पैदावार भी कम होती है. लेकिन, शेखर मल्चिंग विधि से खीरे की खेती कर रहे हैं. इसमें लागत करीब एक बीघे में 20 से 25 हजार रुपए आती है और मुनाफा करीब दो से ढाई लाख रुपए तक हो जाता है.
बाराबंकी: बरसात के सीजन में कुछ ऐसी फसल हैं, जिसकी खेती से किसान अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं. क्योंकि बरसात के मौसम में हरी सब्जियों की काफी ज्यादा डिमांड रहती है. ऐसी ही एक फसल खीरे की है, जिसकी खेती से बढ़िया आमदनी हो सकती है. खीरे की अधिक पैदावार लेने के लिए किसानों को उसको सही समय पर खेती और अच्छी किस्मों का चयन करना बेहद जरूरी है. खीरे में कुछ ऐसी किस्में हैं, जिसकी पैदावार अच्छी होने से किसान लागत से ज्यादा कमाई कर सकते हैं.
वैसे तो खीरे की खेती रेतीली दोमट व भुरभुरी मिट्टी पर भी की जा सकती है. लेकिन, इसकी खेती के लिए अच्छे जल निकास वाली बलुई एवं दोमट मिट्टी में अच्छी रहती है. किसानों को उन फसलों को उगाने पर जोर देना चाहिए, जिनमें रिस्क कम और मुनाफा ज्यादा हो. खीरा ऐसी ही एक फसल है, जिसकी खेती से बाराबंकी का किसान शेखर यादव आज लाखों रुपये की कमाई कर रहा है.
एक फसल पर ढाई लाख रुपये तक का मुनाफा
सहेलियां गांव के रहने वाले युवा किसान शेखर यादव ने कई सालो से खीरे की खेती कर रहे हैं. इस खेती से शेखर को हर साल लाखों तक का मुनाफा हो जाता है. वह करीब डेढ़ बीघे में खीरे की खेती कर रहा है. इससे लगभग उन्हें दो से ढाई लाख रुपये तक एक फसल पर मुनाफा हो रहा है.
बारिश में भी खीरा की खेती करता है ये किसान
खीरे की खेती करने वाले किसान शेखर ने बताया वैसे तो वह कई सालों से ज्यादातर सब्जियों की ही खेती करते हैं जिसमें करेला, कद्दू, टमाटर आदि है. इस समय करीब उनके पास डेढ़ से दो बीघे में खीरा लगा हुआ, जो निकल भी रहा है. बाजार में खीरे का अच्छा रेट भी मिल रहा है. बरसात में लोग खीरे की खेती कम ही करते हैं. क्योंकि, इसमें रोग लगने का खतरा ज्यादा रहता है और पैदावार भी कम होती है. लेकिन, शेखर मल्चिंग विधि से खीरे की खेती कर रहे हैं. इसमें लागत करीब एक बीघे में 20 से 25 हजार रुपए आती है और मुनाफा करीब दो से ढाई लाख रुपए तक हो जाता है.
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मल्चिंग विधि से करें खीरे की खेती
खीरा की खेती करना बहुत ही आसान है. सबसे पहले खेत की जुताई की जाती है. पूरे खेत में मेड़ बनाकर मल्च बिछा दी जाती है. फिर उसमें छेद करके एक-एक, दो-दो फीट की दूरी पर खीरे के बीज की बुवाई की जाती है. जब पौधा थोड़ा बड़ा हो जाता है तब इसको हम बांस डोरी के सहारे बांध देते हैं. इससे खीरे की अच्छी पैदावार होती है. और रोग लगने का खतरा भी कम रहता है. वहीं बुवाई करने के महज 55 से 60 दिनों में फसल निकलना शुरू हो जाती है.
Tags: Agriculture, Barabanki latest news, Kisan, Local18, UP newsFIRST PUBLISHED : August 13, 2024, 17:57 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed